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मेरे हिंदुस्तान सा न देश कोई और है -गृहलक्ष्मी की कविताएं

गृहलक्ष्मी की कविताएं-विश्व गुरु है भारत मेरा,दुनिया में सिरमौर हैमेरे हिन्दुस्तान सा न देश कोई और है ऋषि-मुनियों की तपोभूमि है,वीरांगनाओं की जननी हैराम -कृष्ण खेले यहीं पर,रहीम-रसखान की धरती हैविवेकानंद के ज्ञान की चर्चा चहुँ ओर हैमेरे हिन्दुस्तान सा न देश कोई और है वीर सिपाही जनने वाली माताओं का देश हैभाषा-वेश अलग हों चाहे ,फिर […]

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ये मेरा संविधान है-गृहलक्ष्मी की कविताएं

ये मेरा संविधान हैदेश का सर्वोच्च विधान हैये मेरा संविधान हैभारत के गणतंत्र की पहचान हैये मेरा संविधान हैइसने हम सबको सुंदर हिंदुस्तान दियाअधिकारों के उपहार दिएशोषण के विरुद्ध उपचार दिएन्याय, समता और अखंडताइसी के दम से जिंदा हैंये हर भारतवासी का ईमान हैये मेरा संविधान हैलोकतंत्र का पोषक है येअधिकारों का संरक्षक भीकानूनों का जन्मदाता […]

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