Posted inकविता-शायरी, हिंदी कहानियाँ, Latest

होली की मस्ती-गृहलक्ष्मी की कविता

Holi Poem: फागुन लेकर आ गया, रंग अबीर गुलाल।होली के इस रंग में,रंगे बाल गोपाल।।1जोगीरा.. सा.. रा.. रा ..रा…होली के इस पर्व में,प्रीत घुला है रंग।भीग रहीं हैं राधिके,मनमोहन के संग।।2जोगीरा.. सा.. रा.. रा ..रा…होली के इस पर्व में,झूम रहे घनश्याम।ताके सुंदर सँवरा, बरसाने का धाम।।3जोगीरा.. सा.. रा.. रा ..रा…प्रीत के इस रंग में, भीग […]

Gift this article