अमरपुर गांव में मास्टर दीनदयाल जी अपने परिवार सहित रहते थे। वे उसी गांव के प्राइमरी स्कूल में अध्यापन कार्य करते थे। वे बहुत मेहनत, ईमानदारी व निष्ठा से छात्रों को पढ़ाते थे। समय-समय पर वे उन गरीब छात्रों की आर्थिक मदद भी कर देते थे जो स्कूल फीस देने या कॉपी-किताबें खरीदने में असमर्थ […]