Overview:यूपीआई पेमेंट के दौरान की जाने वाली मिसटेक्स
यूपीआई पेमेंट के दौरान की जाने वाली मिसटेक्स
UPI Mistakes: आज के डिजिटल युग में हम अपने सभी काम फोन से करने लगे हैं। यहां तक कि महज दस रुपये की पेमेंट भी यूपीआई के जरिए करने लगे हैं। डिजिटल पेमेंट में चीजों को बहुत आसान बना दिया है। सब्जी वाले से लेकर मॉल में शॉपिंग करने तक, हम अधिकतर पेमेंट करने के लिए यूपीआई के जरिए करते हैं। ऑनलाइन पेमेंट करना काफी आसान लगता है, लेकिन डिजिटल युग में धोखाधड़ी होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
अमूमन हम यूपीआई का इस्तेमाल करते समय कुछ छोटी-छोटी गलतियां कर देती हैं, जिसका हमें अहसास तक नहीं होता, लेकिन जब तक हमें अपनी गलती का पता चलता है, तब तक काफी नुकसान हो चुका होता है। कभी क्यूआर स्कैन करके नाम चेक न करना, पिन शेयर कर देना या फिर गलत अकाउंट से पेमेंट भेज देना, कुछ ऐसी गलतियां हैं, जो हम कभी ना कभी कर ही देती हैं। चूंकि यूपीआई इतना तेज है कि एक ही टैप में पैसा दूसरे अकाउंट में चला जाता है और हम बस हाथ मलते ही रह जाते हैं। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि यूपीआई का इस्तेमाल करते समय अतिरिक्त सावधानी बरती जाए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको यूपीआई का इस्तेमाल करते समय की जाने वाली कुछ ऐसी ही छोटी-छोटी गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए-
क्यूआर कोड स्कैन करके नाम वेरिफाई न करना

कई बार ऐसा होता है कि हम किसी शॉप पर क्यूआर कोड स्कैन करती हैं और फिर पेमेंट कर देती हैं। पेमेंट करने से पहले हम यह चेक नहीं करती हैं कि नाम सही है या नहीं। डिजिटल फ्रॉड के जमाने में कई बार नकली क्यूआर की वजह से लोगों के पैसे गलत जगह चले जाते हैं। इसलिए, क्यूआर स्कैन करने के बाद ऊपर जो मर्चेंट का नाम या व्यक्ति का नाम आता है, वह जरूर पढ़ें। वहीं, अगर आपको किसी तरह का शक हो तो दुकानदार से उसकी यूपीआई आईडी लेकर मैनुअली पेमेंट करें।
ऐप की सिक्योरिटी ऑफ रखना

यूपीआई की सिक्योरिटी का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। लेकिन अक्सर लोग ऐप की सिक्योरिटी को ऑफ रखते हैं। अगर आप फोन बिना पासवर्ड या फिंगरप्रिंट के या फिर यूपीआई ऐप बिना लॉक के चलाती हैं तो इसमें बहुत ज्यादा रिस्क होता है। इसलिए, यूपीआई ऐप में फिंगरप्रिंट या फेस लॉक ऑन रखें। इसके अलावा, फोन में पिन या पैटर्न जरूर रखें। यह भी ध्यान रखें कि आप अपने फोन में कोई अनजान ऐप इंस्टॉल ना करें। यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
यूपीआई पिन शेयर कर देना

यूपीआई का इस्तेमाल करते समय की जाने वाली यह सबसे बड़ी और खतरनाक गलती है। कभी-कभी लोग किसी कॉल, लिंक या मैसेज के बहकावे में पिन बता देते हैं, जिससे उनके अकाउंट पर खतरा मंडराता रहता है। इसलिए, कभी भी किसी को अपना यूपीआई पिन ना बताएं। साथ ही, पिन को हर 3-6 महीने में जरूर बदलते रहें।
