Overview: बच्चे के फर्स्ट बर्थडे से पहले पेरेंट्स कर लें ये जरूरी काम, वरना होगा पछतावा
बच्चे के शुरुआती दिनों में बच्चे की हर एक्टिविटी को संजोना मुश्किल होता है लेकिन प्रयास किया जाए तो छोटे-छोटे मूवमेंट को कैद किया जा सकता है।
Parent’s Do These Things: बच्चे का पहला साल बेहद खास और जादुई होता है। बच्चा हर माइलस्टोन पार करता है – जैसे मुस्कुराना, घूमना या पहला शब्द बोलना। इस दौरान पेरेंट्स बच्चे की एक्टिविटीज में इतने मशगूल हो जाते हैं कि वह इन छोटे-छोटे डेवलेपमेंट्स को कैद करना भूल जाते हैं। जिसका पछतावा बच्चों के बड़े होने के बाद होता है। तो क्यों न बच्चे की फर्स्ट बर्डथे से पहले इन यादों को संजोया जाए, जिसे देख आप अपने बुढ़ापे को आनंदमय बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं आप कैसे बच्चे के हर मूवमेंट को यादागार बना सकते हैं।
पुराने खिलौनों को हटा दें

बच्चे बहुत जल्दी बोर हो जाते हैं। फिर चाहे वह खिलौना हो या फिर रायम। एक साल नजदीक आते ही बच्चा अपने पुराने खिलौनों से ऊबने लगता है जैसे रैटल या मोबाइल। कुछ पसंदीदा खिलौनों को यादगार के तौर पर रख लें, बाकी को साफ-सुथरा करके दान कर दें। इससे बच्चे को शेयरिंग सिखाने का पहला सबक मिलेगा।
तस्वीरें संजोएं
वैसे तो आजकल हर पेरेंट्स बच्चे के डेवलपमेंट और एक्टिविटी को लेकर सजग हो गए हैं। लेकिन कई बार जल्दबाजी में हम बच्चे की फोटो लेना भूल जाते हैं। अगर अभी तक ढेर सारी फोटो नहीं खींचीं, तो अभी शुरू करें। हर हंसी, हर नटखट अदा को कैमरे में कैद करें। फिर इन्हें प्रिंट करवाएं, कुछ फ्रेम में सजाएं और बाकी एल्बम में रखें। भविष्य में ये स्क्रीन-फ्री बॉन्डिंग के लिए काम आएंगी।
वीकेंड करें बच्चों के नाम
बच्चा चाहता है कि उसके पेरेंट्स उसके साथ समय बिताएं। इससे न केवल बच्चा नई चीजें सीखता है बल्कि उसे नई एक्टिविटी दिखाने का मौका भी मिल जाता है। वीकेंड पर बच्चे के साथ बॉल से खेलें, कॉइन बॉक्स या पजल बोर्ड इस्तेमाल करें। ये खेल बच्चे में मोटर स्किल्स मजबूत करते हैं। बच्चा न सिर्फ खुश रहेगा, बल्कि सीखेगा भी।
परिवार के साथ वर्कआउट
एक्सरसाइज को परिवार का फिटनेस मंत्र बनाएं। फाइन मोटर के साथ ग्रॉस मोटर स्किल्स पर ध्यान दें। बच्चे को नाचने-गाने, रेंगने या चलने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही एक्सरसाइज करें इससे आपकी बॉन्डिंग मजबूत होगी और स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
पिंसर ग्रिप पर काम करें

दूसरे साल में बच्चे का प्री-राइटिंग फेज आ जाएगा, जिसके लिए पाम और थंब फिंगर ग्रिप जरूरी है। बच्चों के साथ ऐसे खेल खेले जिससे उसकी फाइन मोटर स्किल्स मजबूत हो बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़े।
अनुशासन सिखाएं
अब बच्चे को छोटे-छोटे काम खुद करने दें। हाथ से खाना, खिलौने उठाकर टोकरी में रखना या सिपर बॉटल खुद लाकर पीना ये सब सिखाएं। यहां तक कि बेबी क्रिब को अलग कमरे में शिफ्ट करें ताकि अकेले सोने की आदत पड़े। इससे बच्चे में आत्मनिर्भरता आएगी और वह नियमों का पालन करना सीखेगा। ये काम न सिर्फ बच्चे को मजबूत बनाएंगे, बल्कि माता-पिता को भी संतुष्टि देंगे।
टेबल फूड की डालें आदत
एक साल की उम्र में बच्चा घर का खाना खाने को तैयार हो जाता है। इसलिए बच्चे के लिए छोटी मात्रा में स्पेशल डिशेज बनाएं – जैसे नरम सब्जियां या मैश्ड फ्रूट। धीरे-धीरे नई चीजें पेश करें ताकि स्वाद विकसित हो। इससे पोषण बढ़ेगा और खाने की आदतें सही बनेंगी।
