Skydiver Accident Story
Skydiver Accident Story

Skydiver Accident Story: स्काईडाइविंग एक ऐसा रोमांचकारी खेल है, जिसमें हिम्मत और साहस दोनों की ही जरूरत होती है। स्काईडाइविंग के लिए जो सबसे जरूरी चीज होती है पैराशूट, लेकिन सोचिए तब क्या हो जब इस दौरान किसी का पैराशूट न खुले। यह बात तो सोचकर भी डर लगता है। आमतौर पर यह स्थिति किसी भी स्काईडाइवर के लिए सबसे भयावह सपने जैसी हो सकती है, लेकिन क्या आपको पता है कि एक महिला ने इस डरावने सपने को सच होते हुए भी देखा है और इससे बचकर जिंदा वापस लौटी है। एम्मा कैरी ने 14 हजार फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद भी न सिर्फ जिंदा रहने का कारनामा किया, बल्कि अपनी इस घटना को एक प्रेरणादायक अनुभव में बदल दिया।

दरअसल, यह कहानी एम्मा कैरी की है। उनकी यह चमत्कारी कहानी सुनने के बाद किसी को भी अपने कानों पर विश्वास नहीं होगा। यह घटना साल 2013 की है जब एम्मा स्विट्जरलैंड में छुट्टियां मना रही थीं। उनके साथ उनकी दोस्त जेम्मा मर्डक भी थीं। स्काईडाइविंग करने का उनका कोई इरादा नहीं था, लेकिन आसमान में उड़ने और धरती पर उतरने का रोमांच देखकर वे खुद को रोक नहीं पाईं। आखिरकार, दोनों ने इस एडवेंचर में हाथ आजमाने का फैसला किया।

उनके लिए एक रोमांचक अनुभव होने वाला था। हेलीकॉप्टर से बाहर कूदते ही वे फ्रीफॉल की स्थिति में थीं, लेकिन जल्द ही उन्हें यह एहसास हुआ कि कुछ गलत हो रहा है। उनका पैराशूट ठीक से नहीं खुल रहा था और हवा में फड़फड़ा रहा था। उनके साथ मौजूद ट्रेनर ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन पैराशूट की रस्सियां उलझ गईं और ट्रेनर बेहोश हो गया। देखते ही देखते एम्मा और उनका ट्रेनर ऊंचाई से नीचे की ओर गिरने लगे।

इतनी ऊंचाई से गिरना आमतौर पर मौत का पर्याय माना जाता है, लेकिन एम्मा के साथ ऐसा नहीं हुआ। वे एक ढलान वाली पहाड़ी पर गिरीं, जहां पेड़ों और झाड़ियों ने उनकी गिरने की गति को धीमा कर दिया। यह प्रकृति का एक अद्भुत संयोग था कि उनकी जान बच गई। हालांकि, इस हादसे में उन्हें कई चोटें आईं, लेकिन वे जिंदा थीं। बाद में उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज शुरू हुआ।

Emma Carey
Emma Carey

इस हादसे के बाद एम्मा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, “जब मैं गिर रही थी, मुझे अपने परिवार की याद आई। मुझे लगा कि मैंने अपनी जिंदगी को पूरी तरह से नहीं जिया। उस पल में मुझे ऐसा लगा जैसे मैं स्वर्ग में हूं।” इस घटना ने उनकी सोच को बदल दिया। उन्होंने इसे एक दूसरा मौका माना और जिंदगी को नए सिरे से जीने का संकल्प लिया। एम्मा की यह कहानी हमें स्काईडाइविंग जैसे खेलों में सुरक्षा के महत्व को याद दिलाती है। आमतौर पर स्काईडाइवर्स के पास एक रिजर्व पैराशूट होता है, जो मुख्य पैराशूट के फेल होने पर काम आता है, लेकिन एम्मा के मामले में यह भी संभव नहीं हो सका। ऐसे हादसों से बचने के लिए उपकरणों की नियमित जांच, प्रशिक्षण और आपात स्थिति के लिए तैयारी बेहद जरूरी है।

मेरा नाम नमिता दीक्षित है। मैं एक पत्रकार हूँ और मुझे कंटेंट राइटिंग में 3 साल का अनुभव है। मुझे एंकरिंग का भी कुछ अनुभव है। वैसे तो मैं हर विषय पर कंटेंट लिख सकती हूँ लेकिन मुझे बॉलीवुड और लाइफ़स्टाइल के बारे में लिखना ज़्यादा पसंद...