Handle Sexual Conflict
Handle Sexual Conflict

Handle Sexual Conflict: शादी एक बेहद ही खूबसूरत सफ़र है, लेकिन इसमें सिर्फ़ रोमांस और खुशियां ही शामिल नहीं हैं। अक्सर कपल्स अपने रिश्ते में कई तरह की समस्याओं का सामना करते हैं और उसे सुलझाने की कोशिश भी करते हैं। लेकिन एक आम समस्या जिसके बारे में वे शायद ही कभी बात करते हैं, वह है सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट। जब आप और आपका फिजिकल इंटीमेसी को लेकर एकमत नहीं होते, तो कमरे में एक अजीबोगरीब तरह की समस्या बन जाती है। फिर चाहे वह दोनों की अलग-अलग इच्छाएं हों या भावनात्मक जुड़ाव ना हो, सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट आपके सबसे मज़बूत रिश्तों में भी समस्या पैदा कर सकता है।

हालांकि, यह पूरी तरह से सामान्य है। आप दो अलग-अलग व्यक्ति हैं, जिनकी ज़रूरतें और मूड अलग-अलग हैं, इसलिए कभी-कभार मनमुटाव होना लाज़िमी है। अमूमन कपल्स सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट से पूरी तरह से नहीं बच पाते है, लेकिन उन्हें समझ सकते हैं और एक बार समस्या का पता लग जाने पर वह यह भी जान पाते हैं कि इनसे एक साथ कैसे निपटा जाए। तो चलिए आज इस लेख में हम शादी के बाद होने वाले सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट और उससे निपटने के तरीकों पर चर्चा करेंगे-

Handle Sexual Conflict
Sexual Conflict in Marriage

अधिकतर कपल्स अपनी शादी में सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट का सामना करते हैं। चूंकि उन्हें इसके बारे में बहुत अधिक पता नहीं होता है, इसलिए उनके बीच में संघर्ष की स्थिति बनी रहती है। यह समस्या अमूमन तब पैदा होती है, जब दोनों पार्टनर की यौन इच्छाएं, अपेक्षाएं या फिर व्यवहार अलग होता है। यह इस बारे में हो सकता है कि वे कितनी बार इंटीमेसी चाहते हैं या फिर वे इसे कैसे जाहिर करना पसंद करते हैं। कभी-कभी कुछ बाहरी कारक भी उनके रिश्ते को प्रभावित करते हैं, जिससे सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट पैदा होता है। अधिकतर कपल्स में यह काफी आम है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी शादी में अब कुछ नहीं बचा है। अगर दोनों पार्टनर चाहें तो मिलकर इस पर काम कर सकते हैं और अपने रिश्ते को और भी ज्यादा बेहतर बना सकते हैं।

Reason of Sexual Conflict
Reason of Sexual Conflict

शादी के बाद कपल्स के बीच सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट कई अलग-अलग वजहों से हो सकता है, जिनके बारे में हम आज चर्चा कर रहे हैं-

  • इच्छाओं में अंतर

सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट का सबसे आम कारण दोनों पार्टनर की सेक्स ड्राइव में अंतर हो सकता है। मसलन, एक पार्टनर हर दिन फिजिकल होना पसंद करता है, जबकि दूसरे के लिए सप्ताह में एक बार ही इंटीमेट होना पर्याप्त है। इस तरह सेक्स ड्राइव में यह अंतर दोनों पक्षों में निराशा, अपराधबोध या नाराजगी का कारण बन सकता है।

  • भावनात्मक रूप से अलगाव महसूस करना

अधिकतर लोग, विशेष रूप से महिलाओं के लिए फिजिकल इंटीमेसी के लिए इमोशनल इंटीमेसी होनी बेहद जरूरी है। अगर रिश्ते में दोनों पार्टनर एक-दूसरे से इमोशनली डिस्कनेक्ट महसूस करते हैं या फिर उनके बीच में किसी तरह का तनाव या अनसुलझे मुद्दे हैं तो इसका असर उनके सेक्सुअल रिलेशन पर भी नजर आता है। हो सकता है कि वे दोनों बेडरूम में एक-दूसरे से दूरी बनाना शुरू कर दें और उनके बीच सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट बढ़ने लगे।

  • तनाव और थकान

आज के समय में अधिकतर कपल्स वर्क ओवरलोड की वजह से तनाव या थकान महसूस करते हैं। नौकरी, बच्चों, घरेलू कामों और ऑफिस की डेडलाइन को पूरा करने के चक्कर में अक्सर फिजिकल होने के लिए बहुत कम ऊर्जा बचती है। थकावट वास्तव में कामेच्छा को मारती है। इससे भी कपल्स के बीच सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट शुरू हो जाता है।

  • सेहत से जुड़ी समस्याएं

फिजिकल इंटीमेसी में फिजिकल और मेंटल हेल्थ एक बहुत बड़ा रोल प्ले करती है। हार्मोनल असंतुलन से लेकर क्रॉनिक डिसीज, तनाव आदि परेशानियां ना केवल आपकी इच्छा को कम करती है, बल्कि इससे बेड पर आपकी परफार्मेंस पर भी असर पड़ता है। कभी-कभी अपनी बीमारियों को मैनेज करने के लिए आप जिन दवाओं का सेवन करते हैं, उसके भी साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

  • अवास्तविक अपेक्षाएं होना

कई बार सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट की एक मुख्य वजह कपल्स की एक-दूसरे से अवास्तविक अपेक्षाएं होना भी हो सकता है। अक्सर हम फिल्मों में या फिर सोशल मीडिया पर ऐसा कुछ देख लेते हैं और अपने पार्टनर से भी ठीक वैसी ही अपेक्षा मन में पैदा हो जाती है। जब वह अपेक्षा पूरी नहीं होती तो इससे कपल्स के बीच असंतोष बढ़ने लगता है। कभी-कभी तो दोनों पार्टनर एक-दूसरे को ब्लेम देना शुरू कर देते हैं और उनके बीच सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट रिश्ते को प्रभावित करना शुरू कर देता है।

Identification of sexual conflict
Identification of sexual conflict

कभी-कभी यह देखने में आता है कि कपल्स को इस बात का अहसास ही नहीं होता है कि उनके बीच में सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट शुरू हो गया है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कभी भी इसके संकेत साफतौर पर नजर नहीं आते हैं। हालांकि, कुछ बदलावों से आप इसकी पहचान कर सकते हैं। मसलन-

  • किसी एक या दोनों पार्टनर का फिजिकली इंटीमेट होने से बचना।
  • फिजिकल होते हुए बहुत अधिक प्रेशर महसूस करना।
  • छोटी-छोटी बातों पर शुरू होने वाली अक्सर बहस, लेकिन गहरी कुंठाओं से उपजी लगती है।
  • एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से दूर महसूस करना।
  • अपने रिश्ते की तुलना दूसरों से करना और असंतुष्ट महसूस करना।

कपल्स के बीच में सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट होना बेहद आम बात है, लेकिन यह परमानेंट नहीं होना चाहिए। सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट को मैनेज करने के लिए आप कुछ आसान तरीकों को अपना सकते हैं। मसलन- 

सबसे पहले तो अपने पार्टनर से इस बारे में खुलकर बात करें। साथ ही, अपने पार्टनर को दोष देने की जगह अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए “मैं“ कथनों का उपयोग करें। उदाहरण के लिए, कहें, “मुझे लगता है कि हम हाल ही में उतने करीब नहीं रहे हैं,“ बजाय इसके कि, “तुम कभी सेक्स नहीं करना चाहते।“

सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट को दूर करने के लिए किसी प्रोफेशनल की मदद भी ली जा सकती है। सेक्स थेरेपिस्ट और मैरिज काउंसलर कपल्स की सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट सहित अन्य कई मुद्दों को सुलझाने में मदद कर सकते हैं।

याद रखें कि इमोशनल इंटीमेसी और फिजिकल इंटीमेसी साथ-साथ चलते हैं। इसलिए, साथ में क्वालिटी टाइम बिताएं, एक-दूसरे के प्रति अपना प्यार जताएं और बेडरूम के बाहर भी अपने रिश्ते को बेहतर बनाएं। इससे आपके बीच का सेक्सुअल कॉन्फ्लिक्ट खुद ब खुद दूर होने लगेगा।

अपनी फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर ध्यान दें। बेहतर महसूस करने के लिए एक्सरसाइज करें, अच्छा खाएं और तनाव को मैनेज करें। अगर आपको किसी तरह की कोई समस्या है, तो उसका इलाज करवाने में झिझकें नहीं।

बदलाव कभी भी रातों-रात नहीं होते। इसलिए, थोड़ा धैर्य रखें और समय के साथ चीजों को बेहतर बनाने के प्रयास करें। इससे यकीनन आपको अपने रिश्ते में बदलाव महसूस होगा।

मैं मिताली जैन, स्वतंत्र लेखिका हूं और मुझे 16 वर्षों से लेखन में सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया में 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस है। मैं हेल्थ,फिटनेस, ब्यूटी स्किन केयर, किचन, लाइफस्टाइल आदि विषयों पर लिखती हूं। मेरे लेख कई प्रतिष्ठित...