Women Empowerment: हमारे कॉलम ‘हम किसी से कम नहीं’ में हम अक्सर अपने पाठकों तक उन महिलाओं के प्रयासों को लेकर आते हैं, जो समाज के लिए कल्याणकारी और प्रेरक होते हैं। हमारे इस बार के कॉलम में ऐसी ही चार महिलाओं के बारे में लिखा गया जो अलग-अलग क्षेत्र में अपने प्रयासों से विकास
की ओर अग्रसर हैं। चलिए जानते हैं उनके इन कार्यों के बारे में।
छोटी उम्र में बनाई पहचान
अकांक्षा विश्नोई ‘यस मैडम’ की को फाउंडर और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर हैं। यस मैडम भारत की
लीडिंग टेक-इनेबल्ड होम-सैलून सॢवस देने वाली कंपनी है। अपने पद पर, अकांक्षा कंपनी की मार्केटिंग स्ट्रेटेजीज और प्रोडक्ट डेवलपमेंट की जिम्मेदारी संभालती हैं, जिसमें उनका क्रिएटिव विजन और बिजनेस
इंटेलिजेंस ब्रांड की प्रगति में मुख्य भूमिका निभाते हैं। अकांक्षा ने सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवॢसटी से बीबीए एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। अपनी पढ़ाई के दौरान उन्होंने मॉक ट्रायल्स में हिस्सा लिया, रिसर्च
पेपर लिखे और सेमिनार में प्रेजेंटेशन्स दी। साथ ही, वह एसएससी ऑनलाइन की स्टूडेंट एम्बेसडर भी रहीं। हालांकि, उन्होंने एक व्यवस्थित शैक्षणिक माहौल में कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने शुरुआत में
अपने पिता के साथ ब्रांड के डेवलपमेंट में योगदान दिया, जो यस मैडम को स्थापित करने के मुख्य व्यक्तियों में से एक थे। टीम ने उनकी क्रिएटिविटी को पहचाना और उनकी क्षमता को कम उम्र में ही स्वीकार किया। लेकिन कोरोना के कारण पिता को खोने की दुखद घटना ने उनकी जिंदगी को बदल दिया। और यस मैडम ब्रांड को जमीन से खड़ा करने के लिए उनका संकल्प और भी मजबूत हो गया। यस मैडम में अपने रोल
को अपनाते हुए, अकांक्षा की डिजाइन संवेदनशीलता ब्रांड की पहचान को आकार देने में महत्वपूर्ण साबित हुई। उन्होंने आसानी से मार्केटिंग की जिम्मेदारियों को संभाल लिया और अपनी अनुकूलन क्षमता और सीखने की तेजी को दिखाया। टीम की सबसे युवा सदस्य और एक महिला होने के नाते उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया। लेकिन उनके दृढ़ निश्चय ने उन्हें इन बाधाओं को पार करने और यस मैडम की सफलता
में महत्वपूर्ण योगदान देने में मदद की। अपनी वर्क लाइफ के अलावा, अकांक्षा को ट्रेवल करना, नई जगहों का पता लगाना और फिटनेस के माध्यम से एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना पसंद है।
अकांक्षा विश्नोइ
हजारों दंपति के जीवन में लाईं खुशियां
डॉ. गुंजन गुप्ता गोविल आईवीएफ और फॢटलिटी के क्षेत्र में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने 25,000 से अधिक जोड़ों को अपना परिवार पूरा करने में मदद की है। आज वह आईवीएफ की दुनिया में एक जाना माना नाम बन चुकी हैं। कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मान्यताओं के साथ, डॉ. गुंजन परिवारों को उनके सपनों को साकार करने में मदद करती हैं। इन्होंने केजीएमसी, लखनऊ से प्रसूति एवं स्त्री रोग में एम.डी., एफआरसीओजी (लंदन, यूके), रिप्रोडक्टिव मेडिसिन में एडवांस्ड डिप्लोमा (कील, जर्मनी), और यूरोपीय यूनिवॢसटी से स्त्री रोग एंडोस्कोपी में डिप्लोमा किया है। उन्हें द इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा
‘आईवीएफ चेन ऑफ द ईयर 2024’ और नेशनल फॢटलिटी अवॉर्ड्स 2023 में ‘हॉल ऑफ फेम एंडोस्कोपिक सर्जन’ से सम्मानित किया जा चुका है। गुंजन को हाउस ऑफ कॉमन्स, लंदन, यूके (2023) में स्नह्रत्रस्ढ्ढ अचीवर अवॉर्ड, ढ्ढस््रक्र से ढ्ढष्टह्रहृ अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।
उन्होंने आईवीएफ में उभरते ब्रांड लीडर के रूप में प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स अवॉर्ड और दिल्ली-एनसीआर में सबसे भरोसेमंद आईवीएफ सेंटर के लिए ग्लोबल एक्सीलेंस अवॉर्ड प्राप्त किया है। एग फ्रीजिंग पर जल्द ही उनकी एक किताब आने वाली है जो किसी भारतीय लेखक द्वारा लिखी गई पहली किताब होगी। उनका लक्ष्य है कि अगले दो वर्षों में एक लाख परिवारों को माता-पिता बनने के उनके सपने को साकार करने में मदद करना। परिवारों और समाज को सहायता प्रदान करने के लिए उन्होंने एनजीओ ‘खुशियों की गूंज’ की शुरुआत की है।
आईवीएफ के ईलाज को सफल बनाने के लिए कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है, जैसे- हिस्टेरोस्कोपी सब एंडोमेट्रियल पीआरपी, सीएसएफ आदि। ये तकनीकें उन लोगों के लिए लाभदायक होती हैं जिनका आईवीएफ बार-बार फेल हो जाता है।
डॉ. गुंजन गुप्ता गोविल
नेचुरल स्किन केयर प्रोडक्ट्स की कड़ी समर्थक

एरोवेदा की को-फाउंडर तरू मयूर नेचुरल स्किन केयर प्रोडक्ट्स को समर्थन देती हैं। योग में रूचि रखने वाली तरू बैंकिंग मैनेजमेंट में डिग्री हासिल कर चुकी हैं। वह लाइफसेल की शुरुआत से ही एरोवेदा के साथ बहुत करीबी से जुड़ी हुई हैं और उन्होंने हेल्थकेयर क्षेत्र में कंपनी के मुख्य मूल्य को स्थापित करने में योगदान दिया है। क्रिएटिविटी में उनकी दिलचस्पी ने उन्हें प्रोडक्ट डिजाइन को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया, जो कि एरोवेदा के माध्यम से स्किन केयर वर्ल्ड में बड़ा परिवर्तन साबित हुआ। तरू की बारीकियां जानने की क्षमता और एक टिकाऊ, प्राकृतिक, केमिकल फ्री प्रोडक्ट रेंज के लिए उनका विजन, मां और बच्चे की सुरक्षा को
प्राथमिकता देना है। एरोवेदा भारत का पहला ऐसा स्किनकेयर ब्रांड है, जो गर्भवती महिलाओं, माताओं और शिशुओं के लिए सेलुलर रूप से सुरक्षित और प्रभावी साबित हुआ है।
आज के समय में ज्यादातर स्किन केयर प्रोडक्ट में कैमिकल की भरमार होती है। ऐसे में एरोवेदा उन लोगों के लिए है जो कैमिकल फ्री स्किनकेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना बेहतर समझते हैं।
तरू मयूर सभी माताओं को अपने शिशु के लिए स्किन केयर प्रॉडक्ट चुनते समय यह सलाह देती हैं कि आप अपने शिशु के लिए जब कोई स्किन केयर खरीद रहे हैं तो ध्यान रखिए कि उस प्रोडक्ट में ऐसी कोई चीज न
हो जो उसके लिए हानिकारक हो।
तरू मयूर
लग्जरी लाइफस्टाइल जीना है पसंद
ने टफ्लिक्स के शो ‘फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स’ से डेब्यू करने वाली शालिनी पासी इन दिनों
चर्चा का विषय हैं। उनके लग्जरी लाइफस्टाइल और ग्लैमर लोगों को काफी पसंद आ रहा है। शालिनी दिल्ली में स्थित आर्ट एंड डिजाइन की कलेक्टर हैं। उनकी शादी 20 साल की उम्र में बिजनेसमैन संजय पासी से हुई है और उनका 27 साल का एक
बेटा भी है। ‘फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स’ में आने के बाद से लोग शालिनी के बारे में जानने को लेकर उत्सुक हैं। उनके बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान की फैमिली के साथ अच्छे संबंध हैं। रिपोर्ट के मुताबिक,
शालिनी के बेटे रोबिन और शाहरुख के बेटे आर्यन ने साउथ कैलिफोॢनया यूनिवॢसटी से पढ़ाई की है। शालिनी अक्सर इंस्टाग्राम पर अपने घर की तस्वीरें शेयर करती रहती हैं।
उनके घर का हर कोना लग्जरी चीजों से सजा हुआ है, जिसमें महंगी पेंटिंग से लेकर यूनिक स्टेचू तक शामिल हैं। शालिनी न सिर्फ अपने लाइफस्टाइल को लेकर चर्चा में रहती हैं बल्कि उनकी खूबसूरती को देखकर
भी हर कोई हैरान है। 49 साल की शालिनी खूबसूरती में आज भी 20 साल की लड़कियों को टक्कर देती हुई नजर आती हैं। वे अपनी खूबसूरती से घरेलू नुस्खे भी शेयर करती रहती हैं।
शालिनी पासी
