Temple Rule
Temple Rule

Temple Rule: मंदिर में प्रवेश करते ही जो सबसे पहला काम हम करते हैं वो है मंदिर में लगे घंटे या घंटी को बजाना, उसके बाद ही हर कोई मंदिर में प्रवेश करता है। मंदिर में प्रवेश करते हुए घंटी बजाने की यह परंपरा या रिवाज सदियों पुराना है, जिसका पालन आज भी किया जाता है। मंदिर में आने वाले भक्त लोग घंटी बजाकर भगवान को अपना नमस्कार अर्पित करते हैं। मंदिर में घंटी बजाने को लेकर कईं धार्मिक और आध्यात्मिक पहलू जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही मंदिर की घंटी बजाने को लेकर वास्तु शास्त्र में भी कुछ नियम भी बताए गए हैं।

वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर की घंटी सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होती हैं। लगभग सभी लोगों को मंदिर के अंदर प्रवेश करते समय घंटी बजाने की परंपरा के बारे में पता होता है इसलिए ही लोग मंदिर में प्रवेश के साथ ही घंटी बजाते हैं, लेकिन बहुत से लोग मंदिर से जाते समय भी घंटी बजाते हैं जो कि वास्तु शास्त्र के अनुसार गलत माना जाता है। आइए, जानते हैं-

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मंदिर में क्यों बजाई जाती है घंटी

ध्वनि का संबंध ऊर्जा से होता है इसलिए ध्वनि को ऊर्जा से जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है कि जब भी मंदिर की घंटी बजाई जाती है, तो घंटी बजाने वाले और आसपास के लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तु शास्त्र के साथ साथ स्कंदपुराण में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि जब मंदिर की घंटी बजाई जाती है, तो यह ‘ॐ’ की ध्वनि के समान होती है। ‘ॐ’ की ध्वनि को बहुत ही शुद्ध, पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए मंदिर में प्रवेश के समय घंटी बजाने की परंपरा है।

घंटी बजाने का एक वैज्ञानिक पहलू यह भी है कि मंदिर में घंटी बजाने से वातावरण में तेज कंपन पैदा होता है, जिसके कारण आसपास के सभी जीवाणु और विषाणु या बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं, इसलिए वातावरण को शुद्ध करने के लिए भी मंदिर में घंटी बजाने की परंपरा है।

मंदिर से बाहर निकलते समय क्यों नहीं बजानी चाहिए घंटी

अक्सर आपने देखा होगा कि बहुत से लोग मंदिर से बाहर निकलते समय भी घंटी बजाते हैं, उन्हें देखकर अन्य लोग भी मंदिर से बाहर निकलते समय घंटी बजाते हैं जोकि गलत माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर से बाहर निकलते समय घंटी नहीं बजानी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से मंदिर की सकारात्मक ऊर्जा को आप वहीं पर छोड़ देते हैं, इसलिए मंदिर से बाहर निकलते समय घंटी नहीं बजानी चाहिए।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...