Magh Purnima 2025 Date
Magh Purnima 2025 Date

Magh Purnima 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को माघ पूर्णिमा कहा जाता है। अगर धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से देखा जाए तो माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस तिथि पर स्नान, दान, पुण्य का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन माघ पूर्णिमा व्रत रखा जाता है। इसके साथ ही माघ पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान करने, दान करने, और विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन यह सब करने से जीवन में आ रहे तमाम संकट दूर हो जाते हैं। माघ मास में चलने वाला यह स्नान पौष मास की पूर्णिमा से आरंभ होकर माघ पूर्णिमा तक चलता है।

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कब है साल 2024 की माघ पूर्णिमा

साल 2024 की माघ पूर्णिमा व्रत 24 फरवरी, शुक्रवार को मनाई जाएगी। माघ पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 फरवरी 2024 को शाम 03 बजकर 36 मिनट पर होगी और इसका समापन 24 फरवरी को शाम 06 बजकर 03 मिनट पर होगा। अगर माघ पूर्णिमा व्रत के शुभ मुहूर्त की बात करें तो सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक का पूरा समय माघ पूर्णिमा व्रत का शुभ मुहूर्त है।

माघ पूर्णिमा व्रत की पूजा विधि

  1. माघ पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और साफ सुथरे कपड़े पहनना चाहिए।
  2. इसके बाद एक चौकी पर भगवान विष्णु की मूर्ति या फिर तस्वीर को स्थापित करना चाहिए। जहां पर भी भगवान विष्णु को आप स्थापित कर रहे हैं उसे स्थान को साफ सुथरा रखें।
  3. मूर्ति स्थापित करने के बाद मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए साथ ही साथ फूल अर्पित करने चाहिए।
  4. इसके बाद भगवान विष्णु को अक्षत, रोली, हल्दी, चंदन, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें।
  5. जब भगवान विष्णु की पूजा संपन्न हो जाए। इसके बाद मंत्रों का जाप करें और आखिरी में आरती करें।

माघ पूर्णिमा व्रत का महत्त्व

माघ पूर्णिमा व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व है।यह दिन भगवान विष्णु की समर्पित रहता है। भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार कहा जाता है। वे सभी देवताओं के स्वामी हैं। माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से कृपा प्राप्त होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ पूर्णिमा व्रत को माघी पूर्णिमा भी कहा जाता है। यह व्रत माघ मास की पूर्णिमा तिथि को रखा जाता है। माघ मास को ‘पौष’ मास के बाद आता है। इस मास में पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्त्व है। माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।

माघ पूर्णिमा व्रत के नियम

  1. माघ पूर्णिमा व्रत के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
  2. इस दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  3. इस दिन झूठ बोलना, क्रोध करना और किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं चाहिए।

माघ पूर्णिमा व्रत के दिन भगवान विष्णु को इन मंत्रों से करें प्रसन्न

  • ओम नमो भगवते वासुदेवाय
  • ओम नमो नारायणाय
  • ओम नमो भगवते श्री विष्णवे
  • माघ पूर्णिमा व्रत के लाभ

माघ पूर्णिमा व्रत के लाभ

  1. माघ पूर्णिमा व्रत रखने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
  2. इस व्रत को रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
    इस व्रत को रखने से पापों का नाश होता है।
  3. इस व्रत को रखने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में लाभ होता है।
  4. माघ पूर्णिमा व्रत एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे सभी को अवश्य रखना चाहिए। इस व्रत को रखने से मनुष्य को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...