लीला शब्द पर्याप्त है। इसका मतलब यह है कि यह सारा का सारा जो सृजन है, यह कोई गंभीर कृत्य नहीं है। यह एक आनंद की अभिव्यक्ति है। इसलिए मैं अपने संन्यासी को गंभीर होने को नहीं कह रहा हूं। उनसे कह रहा हूं कि जीवन को मौज से लो, हल्के-हल्के, नाचते-नाचते, मुस्कुराते-मुस्कुराते।

लीला का अर्थ ही है जो जारी हो, और सदा जारी रहे। जिसके रुकने में भी गति हो, और गति में भी ठहराव। जो बिना प्रकट हुए भी मौजूद हो, और जब मौजूद हो तो रहस्य बन जाए। जिसका कोई समय न हो और हर समय उसी का हो।

अगर मानो मेरी बात तो मत पूछो प्रयोजन, सब लीला है … मगर चित्त मानता ही न हो, गणित ने ऐसा शिकंजा कसा हो, तो फिर ऐसा समझो कि 

लीला तुम्हें जगाने का एक उपाय है।

नहीं आऊंगा समझ में तुमको

कुछ ऐसी मेरी तैयारी है,   

हो चुका हूं विदा इस देह से 

पर काम अभी भी जारी है। 

यह जो भी शीला-वीला है 

सब मेरी ही तो लीला है

अभी होना बहुत कुछ बाकी है

मेरी लीला अभी भी जारी है।

यह भी पढ़ें –धर्म की साधना होती है, शिक्षा नहीं