Bra Bulge: अमूमन जिन महिलाओं का वजन अधिक होता है, उन्हें ब्रा पहनते समय ब्रा ब्लज की समस्या का सामना करना पड़ता है। वास्तव में यह एक ऐसा बैक फैट होता है, जो ब्रा पहनने पर अलग से विजिबल होता है। ऐसे में महिलाओं के लिए यह जरूरी है कि वह वजन कम करने के साथ-साथ वह अपने बैक फैट पर विशेष रूप से ध्यान दें।
दरअसल, ऐसे कई योगासन होते हैं जो विशेष रूप से आपके बैक फैट पर काम करते हैं और इसलिए अगर आप ब्रा बल्जेस को कम करना चाहती हैं तो इन योगासनों का विशेष रूप से अभ्यास कर सकती हैं। क्योंकि, शरीर के उस क्षेत्र में मांसपेशियों को मजबूत और टोन करने में मददगार होते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो ब्रा ब्लज को कम करने में व आपकी बैक को टोन करने में आपकी मदद कर सकते हैं-
Bra Bulge को कम करने के लिए धनुरासन
धनुरासन को ‘बो’ पोज भी कहा जाता है और इस आसन का अभ्यास करते समय आपका शरीर एक धनुष की भांति हो जाता है। यह आसन विशेष रूप से आपके बॉडी फैट को कम करने में मदद करता है। इतना ही नहीं, अगर आप अपनी बॉडी में वेट लॉस के साथ-साथ उसे टोन भी करना चाहती हैं तो ऐसे में आप इस आसन का अभ्यास कर सकती हैं-
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।
- अब अपने घुटनों को हल्का मोड़ना शुरू करें और अपने हाथ से दोनों टखनों को पकड़ें।
- अब धीरे-धीरे अपने सिर, छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाएं।
- जितना संभव हो सके, आप पैरों को पकड़कर आगे की ओर शरीर को खींचने का प्रयास करें।
- कुछ सेकंड्स के लिए इसी अवस्था में रूकें।
- अंत में, धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।
ब्रा ब्लज को कम करने के लिए चक्रासन
चक्रासन का अभ्यास करने से शरीर में एक खिंचाव पैदा होता है, जिससे आपकी बॉडी को टोन करने में मदद मिलती है। जब आप इस योगासन का अभ्यास करती हैं तो शरीर में एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है और शरीर शेप में आता है, जिससे ब्रा बल्जेस की समस्या से मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं, चक्रासन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी का लचीलापन भी बढ़ता है-
- चक्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट पर सीधी खड़ी हो जाएं।
- अब आप अपनी कमर को धीरे-धीरे पीछे की तरफ मोड़ना शुरू करें।
- आप इस हद तक झुकें कि हथेलियां फर्श पर सट जाएं।
- ध्यान दें कि इस दौरान आपके पैर स्थिर होने चाहिए।
- अब कुछ क्षण के लिए इस अवस्था में रूकें और फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं।
Bra Bulge को कम करने के लिए भारद्वाजासन
यह एक ऐसा आसन है, जो ना केवल बॉडी पॉश्चर को बेहतर बनाने में मदद करता है, बल्कि ब्रा बल्जेस को भी कम करने में सहायक है। अगर आप ओवरवेट हैं तो ऐसे में आप अपनी कोर मसल्स को मजबूत करने, बैक मसल्स और स्पाइन को भी मजबूती प्रदान करने के लिए इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं-
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए पैरों को फैलाकर फर्श पर बैठें।
- अब अपने वजन को दाहिनी ओर ले जाएं, घुटनों को मोड़ें और पैरों को बाईं ओर लाएं।
- अब अपने बाएं टखने को अपने दाहिने पैर के आर्च में रखें।
- सांस लेते हुए, अपनी रीढ़ को जितना हो सके लंबा करें।
- सांस छोड़ते हुए, अपने ऊपरी हिस्से को दाईं ओर मोड़ें।
- अपने दाहिने हाथ को अपने शरीर के पीछे फर्श पर रखें, और अपने बाएं हाथ को अपनी बाहरी दाहिनी जांघ पर टिकाएं।
- अपनी बाईं हथेली को ऊपर की ओर करें।
- कुछ देर के लिए इसी अवस्था में रूकें और फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं।
ब्रा ब्लज को कम करने के लिए मत्स्यासन
मत्स्यासन एक ऐसा योगासन है, जिसमें शरीर का आकार मछली की भांति नजर आता है। यह न केवल बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, बल्कि इस आसन के नियमित अभ्यास से ब्रा ब्लज को भी कम करने में मदद मिलती है। इस आसन को पीठ के ऊपरी हिस्से और गर्दन के पिछले हिस्से के लिए काफी अच्छा माना जाता है।
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
- अब आप अपने पैरों को मोड़कर पद्मासन की मुद्रा में लेकर आएं।
- इस दौरान आपके पैर जमीन पर ही होने चाहिए। इसके बाद सांस को हल्का खींचते हुए सीने को ऊपर की तरफ उठाएं।
- आप इसे यथासंभव उठाने का प्रयास करें।
- ध्यान दें कि आपका सिर जमीन से टच ही हो।
- कुछ समय तक इस स्थिति में रूकें।
- अब आप धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पहले की स्थिति में लौट आएं।
ब्रा ब्लज को कम करने के लिए भुजंगासन
भुजंगासन आपकी बाहों, पैरों और पेट के एरिया को टोन करने के साथ-साथ आपकी बैक से भी फैट को बर्न करने में मदद करता है। यह आपकी पीठ और कूल्हों की मांसपेशियों को टोन करते हुए आपके ब्रा बल्जेस को भी कम करता है।
इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
अब आप अपने शरीर के उपरी हिस्से को उठाने का प्रयास करें।
इस दौरान हाथों को जमीन पर समानांतर रखें।
ध्यान दें कि इस दौरान आपको अपनी गर्दन को भी हल्का स्ट्रेच करना है।
कुछ देर तक आप इसी अवस्था में रूकें और फिर सामान्य स्थिति में लौट आएं।