गृहलक्ष्मी की कहानियां –मुक्ता गुस्से में थी। पति सलिल घटिया किताबों, पुरूषत्व की ताल ठोंकने वाले मित्रों की मनगढ़न्त झूठी बातों को सच मानकर मुक्ता की देह पर जिस तरह टूटता, मुक्ता को ऐसा लगता जैसे उसके शरीर का अपमान किया जा रहा है। वह हर रात इसी अपमान के दौर से गुजरती। सलिल देशी-विदेशी […]
