Holi Vyang: एक दिन सुबह सुबह पतिदेव बोले ,”सुनो! जरा आज 2-4 गिफ्ट लाकर दे देना “। मैंने कहा,”क्यों” ? “अरे ! याद नही चार दिन बाद होली । दो-तीन खास लोगों को देने हैं “। मैं चौक कर बोली ,”खास, मुझसे भी ज्यादा !आज तक मुझे तो कुछ नहीं दिया। भई ये खास कौन […]
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रक्षक भक्षक-गृहलक्ष्मी की कहानियां
हम मंदिर के प्रांगण में प्रवेश कर चुके थे । चढ़ावे का सामान बेचने वालों की नजर हम पर पड़ चुकी थी । वे बाकड़ों से लगभग लटक-लटककर पूजा की सामग्री अपनी-अपनी दुकान से खरीदने को हमें आमंत्रित कर रहे थे । मैंने पाया कि उनकी हांकों और आमंत्रणों से बेखबर मम्मी की दृष्टि प्रांगण […]
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दुनिया बदल सकती है – गृहलक्ष्मी गपशप
बतौर मीडिया प्रोफेशल हर पायदान पर खुद को साबित करते रहने का जुनून जिस पर सवार रहता था, वो कब एक स्टोरी टैलर बन गई।
