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राजा श्वेत – उपनिषदों की कथाएँ

Hindi Katha: सत्युग में श्वेत नामक एक प्रसिद्ध और प्रतापी राजा हुए। वे बड़े बुद्धिमान, धर्मज्ञ, शूरवीर और सत्य – प्रतिज्ञ थे। उनके राज्य में प्रजा सुखपूर्वक जीवन व्यतीत करती थी। एक बार कपाल गौतम नामक एक धर्मात्मा ऋषि का पुत्र दैववश दो वर्ष की आयु में ही काल का ग्रास बन गया। वे उसे […]

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देवी पार्वती – उपनिषदों की कथाएँ

Hindi Katha: प्राचीन समय की बात है, एक बार महर्षि कश्यप पर्वतराज हिमालय के महल में पधारे। हिमालय ने उनका यथोचित सत्कार कर उनकी पूजा-आराधना की। तत्पश्चात् विनम्र स्वर में बोले – ” मुनिश्रेष्ठ ! आप तो परम ज्ञानी और विद्वान हैं। कृपया बताएँ कि किस उपाय से संसार में मेरी प्रसिद्धि हो सकती है […]

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कार्तवीर्य – उपनिषदों की कथाएँ

Hindi Katha: प्राचीन समय की बात है – पृथ्वी पर हैहयवंश के राजा कृतवीर्य का राज्य था। कृतवीर्य बड़े वीर, दयालु, दानवीर और धर्मात्मा राजा थे। उनके राज्य में सर्वत्र सुख-शांति व्याप्त रहती थी । कृतवीर्य की मृत्यु के बाद मंत्रियों और पुरोहितों ने महर्षि गर्ग से विचार-विमर्श कर उनके पुत्र कार्तवीर्य को बुलवाया और […]

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रजि बने इन्द्र – उपनिषदों की कथाएँ

Hindi Katha: प्राचीन काल की बात है, एक बार दैत्यों और देवताओं में बड़ा भयंकर युद्ध छिड़ गया। किंतु जब अनेक वर्षों तक इस युद्ध का कोई परिणाम दिखाई नहीं दिया, तब आपस में विचार-विमर्श कर देवगण और दैत्य पितामह ब्रह्माजी की शरण में गए और उनकी स्तुति करते हुए बोले – “पितामह ! आप […]

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