Varun Mudra: हमारा शरीर सृष्टि में विद्यमान पांच तत्त्वों से मिलकर बना है। जो बाहर मौजूद है वही हमारे शरीर में भी है। उंगलियों की विभिन्न मुद्राओं से पंच तत्त्व की छिपी शक्तियों को उपयोग में लाया जा सकता है और कई रोगों से मुक्त हुआ जा सकता है। शिव का अर्थ है ‘कल्याण।’ […]
