तुला राशिफल – Tula Rashifal 2022 – 16 October To 23 October
Libra Horoscope

रा, री चित्रा‒2

रु, रे, रो, ता स्वाति‒3

ती, तू, ते विशाखा‒3


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में केतु तुला राशि का लग्न में, चंद्रमा वृश्चिक राशि का द्वितीय भाव में, शनि मकर राशि का चतुर्थ भाव में, गुरु मीन राशि का षष्ठम भाव में, राहु मेष राशि का सप्तम भाव में, मंगल वृषभ राशि का अष्टम भाव में, सूर्य़+बुध़+शुक्र कन्या राशि का बारहवें भाव में है।


24 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक

दिनांक 24 को खराब समय है। हर कार्य में सावधानी रखनी होगी। कलह-वाद-विवाद व लड़ाई-झगड़े होने की पूर्ण संभावना है। 25, 26 को समय पूर्णतया अनुकूल आ जाएगा। उन्नति के नए आयाम खुलेंगे। किए गए सामाजिक कार्यों में संतुष्टि मिलेगी। मकसद व लक्ष्य प्राप्ति के लिए कार्य योजनाएं बनाएंगे व अपने मकसद पर अडिग रहेंगे। ससुराल पक्ष में कोई शुभकार्य में शामिल होंगे। इंटरव्यू में सफलता मिलेगी। 27, 28 को आप कहीं बाहर जा सकते हैं। व्यापारिक अनुबंध बड़े ही सोच-विचार कर करें। किसी की सलाह जरूर लें। 29, 30, 31 को समय बेहतरीन आएगा। पैसा भरपूर आएगा। कामकाज के दौरान आप कई तरह के लोगों से मिलेंगे, जो कि आगे चलकर आपके काम आएंगे। रुका हुआ पैसा प्राप्त होगा।

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तुला राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2022शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी10, 11, 12, 15, 16,
17, 19, 20
2, 3, 4, 13, 14, 22, 23,
30, 31
फरवरी6, 7, 8, 12, 13, 16, 171, 9, 10, 18, 19, 26,
27, 28
मार्च6, 7, 11, 12, 15, 169, 18, 19, 25, 26, 27
अप्रैल2, 3, 7, 8, 11, 12,
29, 30
4, 5, 6, 14, 15, 22, 23,
24
मई1, 5, 6, 8, 9, 10, 27, 282, 3, 11, 12, 19, 20, 21, 30
जून1, 2, 5, 6, 23, 24, 28,
29, 30
7, 8, 15, 16, 17, 26, 27
जुलाई2, 3, 20, 21, 22, 26,
27, 30, 31
5, 6, 13, 14, 15, 23, 24
अगस्त16, 17, 18, 22, 23,
26, 27
1, 2, 9, 10, 11, 19, 20,
29, 30
सितम्बर13, 14, 18, 19, 20,
22, 23
5, 6, 7, 16, 17, 25, 26
अक्टूबर10, 11, 15, 16, 17,
19, 20, 21
3, 4, 13, 14, 22, 23,
30, 31
नवम्बर6, 7, 8, 12, 13, 16, 171, 9, 10, 18, 19, 20, 26,
27, 28
दिसम्बर4, 5, 9, 10, 13, 14, 317, 8, 16, 17, 24, 25, 26

तुला राशि का वार्षिक भविष्यफल

तुला राशि

यह साल आपके लिए शानदार रहेगा। शनि की ढैय्या का प्रभाव इस वर्ष 17 जनवरी से हट | जाएगा। फलतः सोचे गए सभी कार्य निर्विघ्न पूरे होंगे। स्वास्थ्य में धीमे-धीमे सुधार नजर आएगा। पुराने रोगों से इस साल छुटकारा मिलेगा। पांचवां शनि धन आगम व लाभ का मार्ग प्रशस्त करेगा। आप अपने स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान देंगे। खान-पान व दिनचर्या की आदतों में बदलाव करके आप उत्तम स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। शुक्र वर्षारंभ में चौथे स्थान में है। अतः इस साल भूमि, भवन, वाहन आदि खरीद के योग बनेंगे। चल-अचल सम्पत्ति में बढ़ोतरी के योग बन रहे हैं। हालांकि इस वर्ष आप ऊर्जा व जोश से लबरेज रहेंगे। ऊर्जा व जोश के सहारे आप बड़े से बड़ा काम आसानी से और चुटकियों में निपटा लेंगे। 22 अप्रैल तक बृहस्पति छठे भाव में स्थित है, सिरदर्द माईग्रेन, हाईपरटेंशन जैसी बीमारियां रखेगा। पेट से सम्बंधित व्याधि भी रखेगा। शत्रु व विरोधी तो रहेंगे, परन्तु अहित व हानि कुछ भी नहीं कर पाएंगे। धन आगम के प्रबल स्रोत बनेंगे। जिस काम को करने के लिए आप पिछले काफी समय से प्रयासरत थे, वह काम आपका हो जाएगा। व्यापार में शुरुआत में तो कुछ दिक्कतें आएंगी परन्तु धीमे-धीमे दिक्कतें व परेशानियां समाप्त भी हो जाएंगी। नौकरी में आप पूरी ईमानदारी, लग्न व सत्यनिष्ठा से काम करेंगे। जिसका परिणाम भी आपको मिलेगा। आर्थिक रूप से उत्तार-चढ़ाव चलते रहेंगे।
नौकरी में प्रयासरत विधार्थियों को विभागीय परीक्षा प्रमोशन से सम्बंधित परीक्षा, प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल जाएगी। कोर्ट-केस व कानूनी विषयों में सफलता के योग बने हुए हैं। सम्पत्ति सम्बन्धी विवाद, बटवारे से सम्बंधित मसला आपसी सहमति व किसी की मध्यस्थता से हल हो जाएंगे। सप्तम भाव का राहु कुछ कलह का कारण बन सकता है। मकान, भूमि, भवन, वाहन आदि से सम्बंधित प्लानिंग कामयाब होगी। पति-पत्नी में आपसी सामंजस्य व तालमेल गजब का रहेगा। हालांकि 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रत्व काल में पत्नी का स्वास्थ्य गिर सकता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण व उन्नत सोच आपको आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करेंगे। बॉस व अधिकारी आप पर मेहरबान रहेंगे। वर्षारम्भ में राहु-शनि का योग है, अतः पैसा पास में टिक नहीं पाएगा। पैसा आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। इस वर्ष कहीं-न-कहीं फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करने की आवश्यकता है। शनि के पंचम भाव में परिभ्रमण के कारण आईडियाज व विचार काफी रचनात्मक आएंगे। परन्तु विचार व आइडियाज के कार्यरूप में परिणित होने का समय आ गया है। वाणी व क्रोध पर नियत्रंण रखें, बॉस व अधिकारी की हां में हां मिलाने में ही समझदारी है। करियर में बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। प्रेम-प्रसंगों व प्रेम संबंधों से कुछ दूरी बनाकर रखें। आपको बदनामी व अपयश का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कहीं न कहीं पारिवारिक तनाव का कारण भी बन सकता है। रोजी-रोजगार व काम-काज की बढ़ोतरी के लिए आप कुछ ठोस व महत्त्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिसका लाभ व प्रतिफल दीर्घकालिक रहेंगे। इस वर्ष एक बार मन में जो ठान लेंगे, उसे पूरा करके ही दम लेंगे। मनोनुकूल तबादला, पदोन्नति व वेतन वृद्धि के अवसर मिल सकते हैं।

तुला राशिकैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

इस वर्ष स्वास्थ्य को लेकर उतार-चढ़ाव चलते रहेंगे। किसी शल्य चिकित्सा (सर्जरी) की आशंका व संभावना है। दीर्घकालिक बीमारियां जैसे डायबिटीज, ब्लडप्रेशर व हार्टडिजीज जैसी बीमारियों में लापरवाही बिलकुल नहीं करें। दवाइयां समय से लेते रहें। नियमित व्यायाम, चेकअप आदि को लेकर भी संजीदा रहें। इस वर्ष अप्रैल तक ढैय्या का प्रभाव है, अतः माता या घर के वरिष्ठ सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर आपको बार-बार अस्पताल जाना पड़ सकता है। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। सीटबेल्ट, हेलमेट आदि का प्रयोग वाहन चलाते समय आवश्यक रूप से करें।

तुला राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2022 ?

रुपयों-पैसों के मामले में किसी पर भी भरोसा या विश्वास नहीं करें। व्यापार में उधार देने से बचें। विश्वास में विश्वासघात होने की आशंका है। कारोबार की गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए आप नए-नए अनुबंधन करेंगे। कामकाज में नई-नई संभावनाओं व प्रयोंगों पर विचार करेंगे। इस वर्ष धन तो आएगा, परंतु खर्च की भी प्रबलता रहेगी। निवेश से पूर्व अच्छी तरह से विचार कर लें। एनसीडीएक्स, शेयर्स, तेजी-मंदी, सट्टा आदि से दूर रहें। साथ ही मैं आपको सलाह दूंगा कि अपने दो नम्बर के तथा अनुचित कार्यों को फिलहाल बंद ही रखें। जून से अक्टूबर के बीच वक्र शनि के कारण अप्रत्याशित नुकसान हो सकता है। कोई ऑर्डर या डील कैंसिल हो सकती है। आपकी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट है तो क्वांटिटी के बजाय क्वालिटी पर ध्यान केंद्रित करें। कर्मचारी व भागीदार की हर हरकत, गतिविधि पर नजर रखें। आपके ट्रेड या सीक्रेट्स व व्यावसायिक गोपनीयता लीक हो सकती है। ऑनलाइन फ्रॉड या धोखाधड़ी हो सकती है। ओटीपी तथा पासवर्ड किसी को नहीं बतावें तथा ऑनलाइन ठगी के प्रति सावचेत रहें। एक संतुलित बजट बनाकर व्यापार में चलें। व्यापार में विस्तार की योजना को मूर्तरूप देने के लिए आप लोन ले सकते हैं।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

बृहस्पति वर्षारंभ में पांचवे स्थान में स्थित हैं। अतः संतान आज्ञा में रहेगी। घर-परिवार में वातावरण शांतिपूर्ण रहेगा। संतान की शिक्षाएं अध्ययन, करियर आदि पर खर्चा होगा। जहां तक रिश्तेदारों की बात है, रिश्तेदारों से आपका भावनात्मक जुड़ाव रहेगा। ससुराल वालों से अनबन व खटपट रहेगी। बृहस्पति उत्तरार्द्ध में 13 अप्रैल के बाद छठे स्थान में रहेंगे। अतः बुजुर्ग व्यक्तियों व वरिष्ठ व्यक्तियों के स्वास्थ्य में कुछ गड़बड़ रह सकती है। कामकाज की व्यस्तता तथा नौकरी में काम के दबाव के बीच भी आप घर-परिवार के लिए समय निकाल ही लेंगे। अविवाहितों के विवाह की सम्भावना भी बनती है। घर-परिवार में किसी शुभ व मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा व प्लानिंग बन सकती है।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

नौकरी में काम-काज का दबाव बहुत अधिक रहेगा। प्राइवेट नौकरी में लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आप दिन-रात दौड़-धूप करेंगे। राहु अप्रैल के पश्चात् सप्तम स्थान में आएंगे। अतः आप किसी गुप्त योजना, साजिश व षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। आपको अजनबी व अपरिचित व्यक्तियों से लेन-देन में सावधानी बरतनी चाहिए। विद्यार्थी पूर्ण एकाग्रचित होकर अपने अध्ययन पर ध्यान देंगे। प्रतियोगी परीक्षा, नौकरी पदोन्नति से सम्बंधित परीक्षा में मेहनत के उपरांत सफलता मिल ही जाएगी। प्रोफेशनल कोर्सेज कर रहे विद्यार्थियों को जॉब प्लेसमेंट के आधार पर ही मिलेगी।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

तुला राशि वाले जातकों की प्रेम-सम्बंध सबसे बड़ी कमजोरी है। अतः प्रेम के प्रस्ताव व अवसर भी मिलेंगे। प्रेम-प्रसंगों में सावधानी रखें। प्रेम सम्बंध उजागर होने पर उसका विपरीत प्रभाव परिवार पर पड़ सकता है। प्रेमी-प्रेमिका से मुलाकात होगी। जहां तक मित्रों की बात है, कुण्डली में कुंभ का बृहस्पति तथा कुंभ का ही शनि अच्छे व सच्चे मित्रों का साथ रखेगा। मित्रों के साथ हंसी-खुशी व प्रमाद में अधिकतम समय व्यतीत होगा।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

इस वर्ष शुभ कार्य व मांगलिक कार्यों की स्थिति बनेगी। घर-परिवार में कोई विशेष मांगलिक कार्य आ सकता है। इस वर्ष घर के किसी सदस्य के स्वास्थ्य में चले आ रहे उतार-चढ़ावों के फलस्वरूप अस्पताल व इलाज में बड़ी धनराशि खर्च हो सकती है। व्यापार में भी रोजमर्रा की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में खर्चा होगा। बुरी आदतें व बुरे लोगों का साथ छोड़ दें। वाहन पर इस वर्ष खर्चा होगा।

तुलाराशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

इस वर्ष अप्रैल से पूर्व शनि की ढैय्या के फलस्वरूप कोई अनहोनी हो सकती है। आर्थिक मामलों में सावधान व सतर्क रहें। किसी पर भी भरोसा रुपयों पैसों को लेकर किया तो आपके साथ विश्वासघात हो सकता है। धन हानि की संभावना है। जून से अक्टूबर के मध्य शनि के वक्रकाल के कारण कोई एक्सीडेंट भी हो सकता है। वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। शत्रु व विरोधियों की हर हरकत व गतिविधि पर नजर रखें। व्यापार व कारोबार में विस्तार के लिए आप लोन ले सकते हैं। बिना पढ़े किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं करें।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष आठवें राहु वर्षारंभ में हैं। अतः यात्राओं में कष्ट के योग रहेंगे। खान-पान का विशेष ध्यान रखें। अप्रैल के बाद किसी पारिवारिक यात्रा व धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। यात्राएं कुछ खास उपलब्धिपूर्ण नहीं रहेंगी।

कैसे बनाये तुला राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

शुक्रवार को देवी मंदिर के दर्शन करें। देवी के किसी भी मंत्र या स्त्रोत का पाठन करें। जिरकॉम 5 1/4 रती का अनामिका अंगुली में चांदी में जड़वाकर धारण करें। सफेद पुष्प वाले पौधों को सींचें। शुक्रवार को नहाने के पानी में कच्चा दूध डालकर नहाएं।

तुला राशि की चारित्रिक विशेषताएं

तुला राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र तड़क-भड़क व सौंदर्य का कारक ग्रह है। तुला राशि के व्यक्ति नकारात्मकता व सकारात्मकता में संतुलन करते हैं।
इस राशि का राशि चिन्ह ‘तुला’ (तराजू) है। तराजू दो वस्तुओं के संतुलन का परीक्षण करते हुए हल्की व भारी वस्तु का बोध कराती है। अतः इस राशि वाले व्यक्ति की संतुलन शक्ति बड़ी गजब की होती है। अपनी फुर्तीली निर्णयात्मक शक्ति के कारण तुला राशि के लोग शीघ्र ही लोगों पर छा जाते हैं। ‘तराजू’ व्यापार का परिचायक है, इस राशि के लोग बड़े कुशल व्यापारी होते हैं तथा लोक व्यवहार में चतुर होने के कारण इनको व्यापारिक सफलता शीघ्र मिल जाती है।
तुला राशि, पुरुष जाति सूचक व क्रूर स्वभाव राशि मानी जाती है। सच्चा व खरा परीक्षण करने की क्षमता आप रखते हैं और सहज ही किसी व्यक्ति के छलावे में नहीं आते। आप राजनीति के क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। जन्म कुंडली में यदि शुक्र की स्थिति अच्छी है, तो आप कुशल अभिनेता भी बन सकते हैं।
सामान्यतया तुला राशि में उत्पन्न जातक सुन्दर, स्वस्थ एवं सुदर्शन व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। उनकी प्रवृत्ति हास्य प्रिय होती है तथा बच्चों के प्रति इनके मन में प्रबल स्नेह का भाव विद्यमान रहता है। सुन्दर दृश्यों एवं वस्तुओं के प्रति भी इनमें आकर्षण रहता है। स्वाभाविक रूप से ये अन्य जनों को किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं देते हैं तथा सबके साथ समानता का व्यवहार करते हैं, जिससे समाज में ये सम्मानित, प्रतिष्ठित तथा प्रसिद्ध होते हैं। कला के प्रति इनका भावनात्मक लगाव रहता है तथा अच्छे कार्यों से ये अपनी आजीविका अर्जित करते हैं। नीति ज्ञान में ये चतुर होते हैं। अतः राजनीति के क्षेत्र में इनको नेतृत्व प्राप्त हो जाता है, परन्तु इनका कोई निश्चित सिद्धांत नहीं होता है।
तुला के प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा, जो लोगों को प्रभावित करने में समर्थ होगा। आपकी प्रवृत्ति हास्यप्रिय होगी। बच्चों के प्रति आपके मन में स्नेह का भाव रहेगा तथा प्राकृतिक दृश्यों के प्रति आपके मन में आकर्षण रहेगा। साथ ही कला से आपका भावनात्मक संबंध रहेगा।
आप सभी लोगों से समानता का व्यवहार करेंगे तथा आपके मन में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं रहेगा। अपने कार्यक्षेत्र में आपका प्रभाव रहेगा तथा आपके अधिकारी एवं सहयोगी आपसे प्रसन्न तथा संतुष्ट रहेंगे। आप किसी नवीन सिद्धांत या ग्रंथ की भी रचना कर सकते हैं, जिससे आपको यश की प्राप्ति होगी।
आप अत्यंत बुद्धिमान होंगे तथा अपनी बुद्धिमत्ता से अपने सांसारिक कार्यों को सम्पन्न करेंगे। इनमें आपको इच्छित सफलताएं भी मिलती रहेंगी। आपकी प्रवृत्ति विलासी होगी तथा भौतिकता के प्रति अत्यधिक आकर्षण रहेगा। भ्रमणप्रिय होने के कारण समय-समय पर यात्रा भी करते रहेंगे। कला एवं संगीत में आप निपुण होंगे तथा कार्य करने में अत्यंत ही दक्ष होंगे।
शुक्र ऐश्वर्यशाली व विलासपूर्ण ग्रह है। गौर वर्ण, मध्यम कद तथा सुन्दर आकर्षक चेहरा इस राशि वाले जातक के प्रारम्भिक लक्षण हैं। यह राशि चर संज्ञक, वायु तत्व प्रधान व पश्चिम दिशा की स्वामिनी है। प्राकृतिक स्वभाव वृषभ तुल्य होते हुए भी इस राशि वाले विचारशील, ज्ञान प्रिय, कुशल कार्य, सम्पादक व राजनीतिज्ञ होते हैं।
आपमें सहनशीलता का भाव विद्यमान होगा और धैर्यपूर्वक कार्यों को सम्पन्न करके उनमें सफलता की प्रतीक्षा करने में समर्थ होंगे। साथ ही सरकार या उच्चाधिकारी वर्ग से आपको समय-समय पर धनार्जन होता रहेगा। आपमें शारीरिक बल की भी प्रचुरता रहेगी। फलतः परिश्रम एवं पराक्रम का प्रदर्शन करके आप जीवन में मनोवांछित सफलताओं को अर्जित करेंगे। जिससे समाज में आपका प्रभाव रहेगा तथा सभी लोग आपका आदर करेंगे। साथ ही यश भी दूर-दूर तक व्याप्त रहेगा। धर्म के प्रति आपके मन में पूर्ण श्रद्धा रहेगी तथा अवसरानुकूल आप धार्मिक कृत्यों को नियमपूर्वक सम्पन्न करेंगे, जिससे आपको वांछित लाभ एवं सहयोग मिलता रहेगा। विवाहोपरांत इनके जीवन में कुछ महत्त्वपूर्ण परिवर्तन देखे जा सकते हैं। समुद्री-यात्रा आपके लिए कोई विशेष लाभप्रद नहीं है।
यदि आपका जन्म तुला राशि में ‘चित्रा नक्षत्र’ 3 व 4 चरण (रा, री) में है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-व्याघ्र, गण-राक्षस, वर्ण-शूद्र, हंसक-वायु, नाड़ी-अन्त्य, पाया-चांदी, प्रथम तीन चरण का वर्ग-हिरण तथा अंतिम चरण का वर्ग-सर्प है। स्वाति नक्षत्र में जन्मे लोग अति उत्साही, बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं।
यदि आपका जन्म तुला राशि में ‘विशाखा नक्षत्र’ के तीन चरणों (ती, तू, ते) में हैं, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-व्याघ्र, गण-राक्षस, वर्ण-शूद्र, हंसक-वायु, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-सर्प है। विशाखा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति विरोधियों का सफाया बहुत चतुराई से करते हैं।
शुक्र एक विलासी, शीतल व सौम्य ग्रह है। यह रात्रि को हल्की श्वेत झलकदार किरणें बिखेरता है। अतः श्वेत रंग व साफ-सुथरी, ऐश्वर्य प्रधान वस्तुओं का व्यापार आपके अनुकूल कहा जा सकता है। आपके लिए अनुकूल रत्न ‘हीरा’ है।

तुला राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 रत्ती का ओपेल रत्न ‘शुक्र यंत्र’ में जड़वाकर धारण करें। सुगंधित द्रव्यों का प्रयोग करें। घर की महिलाओं, यथा-पत्नी, बहन, बच्ची व माता का सम्मान करें। रविवार व मंगलवार के अलावा पीपल को सींचे। गाय की सेवा करें। सुगन्धित रुमाल पास में रखें।

तुला राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ तुला
    1. राशि चिह्न ‒ तराजू
    2. राशि स्वामी ‒ शुक्र
    3. राशि तत्त्व ‒ वायु तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ चर
    5. राशि दिशा ‒ पश्चिम
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, रजोगुणी
    7. राशि जाति ‒ शुक्र
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, त्रिधातु प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ गुप्तांग
    10. अनुकूल रत्न ‒ हीरा
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ अमेरिकन डायमंड, ओपल
    12. अनुकूल धातु ‒ प्लेटिनम, चांदी
    13. अनुकूल रंग ‒ सफेद
    14. शुभ दिवस ‒ शुक्रवार
    15. अनुकूल देवता ‒ मां लक्ष्मी/संतोषी माता
    16. व्रत, उपवास ‒ शुक्रवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 6
    18. अनुकूल तारीखें ‒ 6/15/24
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, मकर, कुंभ, धनु, कर्क
    20. शत्रु राशियां ‒ सिंह
    21. व्यक्तित्व ‒ अन्वेषक, खोजी, मास्टर माइंड
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ आत्मविश्वासी, आकर्षक वाणी
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ ईर्ष्या, घमंड, अति धूर्तता

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