Mesh Rashifal 2022
Aries Horoscope 2022

चू, चे, चो, ला अश्विनी-4

ली, लू, ले, ला भरणी-4

अ कृत्तिका-1


ग्रह स्थिति

मासारंभ में राहु+शुक्र मेष राशि का लग्न में, सूर्य+बुध वृषभ राशि का द्वितीय भाव में। चंद्रमा मिथुन राशि के तृतीय भाव में। केतु तुला राशि का सप्तम भाव में। शनि कुंभ राशि का ग्यारहवें भाव में। बृहस्पति+मंगल मीन राशि का बारहवें भाव में चलायमान रहेंगे।


24 जून से 30 जून तक

दिनांक 24, 25 को समय पूर्णतया अनुकूल रहेगा। लोगों से भेंट-मुलाकात करने, सामाजिक सक्रियता बढ़ाने से आपको सफलता मिलेगी। आपके जीवन में प्रियजन और विरोधी दोनों ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आप अपनी इच्छाओं की पूर्ति करने का प्रयास करेंगे, जिसके लिए आपको थोड़ा अतिरिक्त प्रयास करना पड़ेगा। 26, 27 को मानसिक शांति की तारीख है। यात्रा पर जाएंगे। आप अपनी समस्याओं का समाधान करने में सफल होंगे। मौज-मस्ती के अवसर मिलेंगे। आपकी प्रसिद्धि होगी। 28, 29, 30 को आधा दिन बहुत ही शानदार रहेगा। धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। 30 की दोपहर के बाद से समय खराब आएगा। काम में गंभीरता नहीं आएगी।

मेष राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2021शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी6, 7, 11, 12, 15, 16, 171, 8, 9, 18, 19, 20, 27, 28
फरवरी2, 3, 7, 8, 11, 12, 135, 14, 15, 16, 23, 24, 25
मार्च1, 2, 6, 7, 8, 11, 12, 29, 304, 5, 14, 15, 23, 24, 25, 31
अप्रैल3, 4, 7, 8, 9, 25, 27, 301, 10, 11, 12, 19, 20, 28
मई1, 4, 5, 6, 22, 23, 27, 28, 297, 8, 9, 16, 17, 25, 26
जून1, 2, 18, 19, 20, 23, 24, 25, 28, 294, 5, 12, 13, 14, 21, 22
जुलाई16, 17, 21, 22, 25, 26, 271, 2, 10, 11, 18, 19, 28, 29, 30
अगस्त12, 13, 17, 18, 21, 22, 236, 7, 8, 15, 16, 24, 25, 26
सितम्बर9, 10, 13, 14, 15, 18, 192, 3, 4, 11, 12, 21, 22
अक्टूबर6, 7, 11, 12, 16, 171, 9, 18, 19, 20, 27, 28, 29
नवम्बर2, 3, 7, 8, 11, 12, 13, 29 , 305, 6, 14, 15, 16, 23, 24, 25
दिसम्बर1, 4, 5, 6, 9, 10, 27, 282, 3, 12, 13, 21, 22, 29, 30

मेष राशि का वार्षिक भविष्यफल

Mesh Rashifal
मेष राशि

यह वर्ष मेष राशि के जातकों के लिए उपलब्धियों से भरपूर रहेगा। निरंतर उन्नति के पायदानों को आप स्पर्श करेंगे। आपके राशि के अधिपति मंगल आठवें स्थान में स्वग्रही हैं, अतः इस वर्ष आप उपलब्धियां हासिल करेंगे। दशम स्थान में स्वग्रही शनि भी कार्य विस्तार की योजना को कार्यरूप में परिणित करेगा। पैसा इस वर्ष आएगा, परंतु व्यय की भी अधिकता बनी रहेगी। जितनी तीव्रता से पैसा आएगा, उतनी ही तेजी से व्यय भी होगा। स्वास्थ्य में हल्के-फुल्के उतार-चढ़ाव वर्ष पर्यंत रहेंगे, उससे कई बार काम पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा। पेट से संबंधित व्याधि, सर्दी, खांसी, जुकाम आदि रोगों से दिक्कत रह सकती है। घातक व गम्भीर बीमारी की आशंका व संभावना नहीं है। दीर्घकालिक बीमारियों जैसे हार्ट डिजीज, मधुमेह, ब्लडप्रेशर जैसी बीमारियों से
सावधान रहें। अपनी दिनचर्या व खान-पान को व्यवस्थित व नियमित रखें। आप मेष राशि के व्यक्ति हैं। ऐसे व्यक्ति व जातक घोर परिश्रमी व मेहनती होते हैं। अपनी मेहनत के बल पर आप जीवन में सभी कुछ पायेंगे। जिसकी आपने महत्त्वाकांक्षा की है। इस वर्ष आठवें स्थान में मंगल, चंद्र, केतु की युति आठवें स्थान में है। अतः शत्रुओं की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखें। ग्रह स्थितियां कुछ इस प्रकार बनी हुई हैं कि प्रत्येक काम में आपको सफलता शुरुआत में शायद ही मिल पाए, लेकिन धीरे-धीरे आप कार्यकुशलता व कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए हर स्थिति-परिस्थिति को अपने पक्ष में कर लेंगे। नौकरी में बॉस व वरिष्ठ अधिकारियों से सहकर्मियों व शत्रुओं के कारण कुछ गलत फहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। विद्यार्थी अपने लक्ष्यों की तरफ ध्यान केन्द्रित करेंगे। आपको अपने व्यवहार, वाणी में थोड़ी सी उदारता व लचीलापन लाना पड़ेगा। पति-पत्नी में इस वर्ष आपसी तालमेल व सामंजस्य बहुत ही बढ़िया रहेगा। लॉटरी, जुआ, सट्टा, शेयर्स, एनसीडीएक्स में भूलकर भी पैसा नहीं लगाएं। भावुकता आपके लिए घातक रह सकती है। दशम स्थान में शनि के कारण व्यापार व कारोबार में आप कई नए-नए प्रयोग करेंगे। सरकारी मामलों में कोर्ट-कचहरी आदि में विजयश्री मिलेगी। इस वर्ष परिवार से आपको वांछित सहयोग मिलेगा। परिवार के सदस्य हर परिस्थिति में आपके साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। नौकरी में भी अपने काम, अपनी जिम्मेदारी व कर्तव्य का निर्वहन बड़ी ही संजीदगी व गंभीरता से करें। आपके कार्यशैली व व्यवहार से नाखुश होकर लोग आपकी शिकायत कर सकते हैं। आप मेष राशि के जातक हैं तथा मेष राशि के जातक अति उत्साही व जल्दबाज होते हैं। जल्दबाजी व अति उत्साह में कोई गलत निर्णय नहीं लें। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी व प्रतिस्पर्धी आपके विरुद्ध कोई गुप्त योजना व षड्यंत्र रच सकते हैं। इस वर्ष धन भाव में राहु की स्थिति वर्षारंभ में है। अतः पैसा पास में टिक नहीं पायेगा। पैसा आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। इस वर्ष प्रेम-प्रसंगों व संबंधों से एक निश्चित दूरी बनाकर रखें, अन्यथा आपके अध्ययन व करियर पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है।

मेष राशि कैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

शारीरिक दृष्टि से यह वर्ष उतार-चढ़ावों का द्योतक है। शनि की साढ़ेसाती आपको इस वर्ष चल रही है। आप खूब परिश्रमी होंगे। इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मीन राशि के जातकों की अच्छी होती है। रोग तो रहेंगे, परंतु आपको अधिक कष्ट नहीं होगा। फिर भी 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य शनि के वक्रत्व के कारण यदा-कदा रक्तचाप, मधुमेह, हृदय से सम्बंधित बीमारियों की समस्या उत्पन्न होगी। पेट सम्बंधी बीमारी, मूत्ररोग, कमर के नीचे के भाग में रोग की स्थिति रहेगी। इस वर्ष छोटी से छोटी लापरवाही आपके नुकसान का कारण बन सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में लापरवाही घातक हो सकती है।

मेष राशि व्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2022 ?

व्यापार व व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष परिश्रम व मेहनत का है। नौकरी से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति, तरक्की अथवा महत्त्वपूर्ण पोस्टिंग किसी बड़े व प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से हो सकती है। इस वर्ष शनि लाभ स्थान में है। व्यापार व व्यवसाय में किसी का सहयोग आपकी किस्मत बदलने का सामर्थ्य रखता है। आप पूरी ऊर्जा व जोश के साथ समर्पित भाव से काम में लग जाएंगे। भागीदार व पार्टनर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। हर प्रकार के व्यवहार को कागजों पर लें। कामकाज में नई तकनीक व हुनर का प्रयोग भी आपके भाग्योन्नति में सहायक रहेगा। 12 अप्रैल से राहु दूसरे स्थान में आकर धन संचय में बाधा उत्पन्न करेंगे। पैसों का संचय नहीं हो पाएगा। जमीन, कपड़े, लोहे, कमीशन व तेल के व्यापार से जुड़े लोगों को जबरदस्त फायदा होगा। अपनी नाकामियों व असफलताओं से भी आपको शिक्षा लेने की आवश्यकता है। आप विचार करें कि कहां चूक हुई, उस गलती को सुधारें। अतिविश्वास किसी पर भी नहीं करें। आप किसी की आर्थिक मदद करके उल्टा फंस जाएंगे। नौकरी में भी सावधान रहने की आवश्यकता है। लचीलापन व उदारवादी दृष्टिकोण व्यापार में काम का नहीं है। निवेश से पूर्व अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें। निवेश सम्बंधी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लें। किसी भी कागज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

इस वर्ष घर-परिवार आपकी प्राथमिकता पर रहेंगे। आप काम से ज्यादा अहमियत अपने परिवार को देंगे। परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य ऊपर नीचे हो सकता है। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता की स्थिति रहेगी। हालांकि, इस वर्ष आपकी राशि के अधिपति गुरु 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। इस दौरान घर के किसी वरिष्ठ सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। देवरानी-जेठानी, पिता-पुत्र, ननद-भौजाई व सास-बहुओं में हल्की-फुल्की नोक-झोंक चलती रहेगी। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता रहेगी। कभी-कभार छोटी-मोटी गलत फहमियां उत्पन्न होंगी, जो समय रहते हल हो जाएंगी। मीन राशि के जातक कुछ भावुक प्रवृत्ति के होते हैं। यही भावुकता आपके लिए भारी पड़ सकती हैै। रिश्तेदार व सम्बंधी लोग आपसे ईर्ष्या व जलन से वशीभूत होकर आलोचना को हथियार बना सकते हैं।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

नौकरी में आपको बेहतर जॉब का अवसर मिल सकता है। बॉस व अधिकारी आपके काम से खुश रहेंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी जबरदस्त प्रतिष्ठा व धाक रहेगी। यही चीज आपकी उन्नति के लिए महत्त्वपूर्ण रहेगी। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल में लापरवाही के घातक परिणाम निकल सकते हैं। घर-परिवार में किसी मांगलिक आयोजन व शुभ प्रसंग की रूपरेखा के चलते आप व्यस्त रहेंगे तथा इसका सीधा प्रभाव आपके अध्ययन पर पड़ेगा। पूर्णरूप से एकाग्रचित्त होकर अध्ययन में जुट जाएं तो एक सुखद व शानदार भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

इस वर्ष प्रेम-प्रसंगों व दाम्पत्य जीवन का आप भरपूर लुत्फ उठाएंगे। एक खास बात का ध्यान आपको रखना है कि 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य प्रेम-प्रसंग उजागर हो सकते हैं, आप गुप्त नहीं रख पाएंगे, जिसका सीधा प्रभाव आपके परिवार पर पड़ेगा। पारिवारिक शांति भंग हो सकती है। वहीं 13 अप्रैल से पूर्व बारहवें गुरु के कारण प्रेम सम्बंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के कारण गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। मित्रों का दायरा बढ़ेगा। नए-नए मित्र बनेंगे। परंतु अच्छे व सच्चे मित्र नहीं मिल पाएंगे। मित्रों का उद्देश्य आपके प्रभुत्व, पराक्रम व सम्पर्कों से लाभ कमाना रहेगा।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

29 अप्रैल के बाद तथा 12 जुलाई के मध्य शनि की साढ़ेसाती का अंशकालिक प्रभाव आपकी राशि पर रहेगा। अतः वाहन द्वारा परेशानियां इस दरम्यान रहेंगी। बार-बार वाहन खराब होना, वाहन द्वारा एक्सीडेंट होने की भी आशंका व सम्भावना है। अतः ड्रिंक एण्ड ड्राइव से बचें। अप्रैल के पश्चात् राहु दूसरे स्थान (धन भाव) में आकर खर्चों में वृद्धि करेंगे। घर की मरम्मत, रख-रखाव, रंग-रोगन इत्यादि पर खर्चा हो सकता है। वर्ष के उत्तरार्द्ध में किसी शुभ व मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा व योजना बन सकती है। आप उसमें व्यस्त हो जाएंगे।

मेष राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

किसी रिश्तेदार व मित्र के साथ अकस्मात कोई अनहोनी हो सकती है। आपको भी कुछ मामलों में लापरवाही भारी पड़ सकती है। कर्मचारी व भागीदार पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य कोई बड़ा ऑर्डर कैंसिल हो सकता है। बृहस्पति वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः कोई बड़ी पार्टी (ग्राहक) आपके हाथों से निकल सकती है। इस वर्ष भूमि, भवन, वाहन आदि के लिए ऋण ले सकते हैं। बारहवां बृहस्पति किसी शुभ कार्य, विवाह आदि के लिए भी ऋण की स्थिति को दर्शा रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष मई से पूर्व धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम सपरिवार बन सकता है। किसी रमणीय स्थल पर भी सैर सपाटे के लिए जा सकते हैं। कामकाज को लेकर की गई यात्राएं निष्फल रहेंगी।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र की जाप 1 माला नित्य करें। श्रीकृष्ण मंदिर के दर्शन करें। सुनैला युक्त गुरुयंत्र गले में धारण करें। आटे की लोई में गुड़ व चना दाल डालकर गाय को गुरुवार को दें।

मेष राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो अग्नि तत्त्व प्रधान होता है। यह पुरुष सूचक राशि है। मेष राशि का राशि चिन्ह ‘मेढ़ा’ है। इसका प्राकृतिक स्वभाव साहसी, अभिमानी व पौरुषशाली है। कोई जरा-सी विपरीत बात कह दे, तो इनको सहन नहीं होता। ऐसे जातक को क्रोध शीघ्र आता है, परंतु इनका क्रोध क्षणिक होता है।
मेष राशि के व्यक्ति प्रायः मध्यम कद के होते हैं। अति उत्साही होने के कारण कई बार जल्दबाजी में काम को गड़बड़ भी कर देते हैं। मेष राशि वाले व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं। दूसरों की हुकूमत को ये लोग बिलकुल भी पसन्द नहीं करते तथा एक खास बात और कि ये लोग दूसरों के आधिपत्य या हुकूमत में रहकर विकास नहीं कर सकते, जब ये लोग स्वतंत्र कार्य करेंगे तभी इनका विकास संभव होगा। इनको अपने मनोभावों पर नियन्त्रण रखना चाहिए, परंतु क्रोधावस्था के कारण ये अपना आत्मनियंत्रण खो बैठते हैं।
सामान्यतया मेष लग्न में उत्पन्न जातक साहसी, पराक्रमी, तेजस्वी तथा परिश्रमी होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से वे जीवन में वांछित मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ रहते हैं। ये अत्यधिक सक्रिय एवं क्रियाशील होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से जीवन में इच्छित उन्नति प्राप्त करते हैं।
मेष लग्न के प्रभाव से जातक अपने शुभ एवं महत्त्वपूर्ण कार्यों को परिश्रम एवं निर्भयता से सम्पन्न करेंगे। इनमें स्वाभिमान का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा स्वपरिश्रम व योग्यता से जीवन में मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ होंगे।
इनके स्वभाव में प्रारम्भ में तेजस्विता का भाव विद्यमान रहेगा। फलतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध एवं चंचलता का प्रदर्शन करेंगे। जीवन में आपको जन्मभूमि के अतिरिक्त अन्य स्थान में सफलता प्राप्त नहीं होगी तथा वहीं आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा। साथ ही सांसारिक सुखोपभोग के साधनों को भी आप परिश्रमपूर्वक अर्जित करके सुखपूर्वक इनका उपभोग करने में समर्थ होंगे।
इस लग्न में जन्मे जातक को जीवन में काफी समस्याओं एवं परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, परन्तु अपने परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प शक्ति के द्वारा आप इनका सामना तथा
समाधान करने में समर्थ होंगे। आपकी प्रवृत्ति में उदारता तथा सहिष्णुता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों को आप अपना सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे आपके प्रति लोगों के मन में आदर का भाव उत्पन्न होगा।
आपके सांसारिक कार्य यद्यपि विलम्ब से सिद्ध होंगे, परन्तु गौरव एवं सम्मान का भाव बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको परिश्रम से उन्नति प्राप्त होगी तथा सामाजिक जनों के मध्य भी समय पर मान-सम्मान मिलता रहेगा। आपको अपनी प्रवृत्ति का अन्य जनों के समक्ष सादगीपूर्ण प्रदर्शन करना चाहिए तथा इसमें अनावश्यक दिखावे का समावेश नहीं करना चाहिए। जीवन में आपको इच्छित सुख-ऐश्वर्य एवं वैभव की प्राप्ति होगी। आप एक परिश्रमी, तेजस्वी, कार्य निकालने में चतुर, परन्तु मन्द गति से कार्य करने वाले होंगे तथा जीवन में आवश्यक सुखों का उपभोग करने में समर्थ होंगे।
आप बहुत ही परिश्रमी व साहसिक कार्यों में रुचि लेने वाले व्यक्ति हैं। ऐसे व्यक्ति प्रायः खेल-कूद, शिकार, सैनिक व पुलिस विभाग, मशीन, भट्टी व ज्वलनशील पदार्थों तथा
धातु इत्यादि वस्तुओं में रुचि लेते देखे गए हैं।
धार्मिक विचारों में आपका दृष्टिकोण अन्य लोगों से भिन्न है। आप शक्ति के उपासक हैं। ऐसे व्यक्ति अपनी बात के धनी होते हैं तथा आपकी राशि अग्नि तत्त्व प्रधान होते हुए भी आप शर्त के पक्के होते हैं। आप झगड़ा करना पसन्द नहीं करते, परन्तु जब कोई सीमा का उल्लंघन करने की चेष्टा करता है, तो उसे जबरदस्त सबक सिखाए बिना नहीं रहते। युद्धकला में प्रायः ऐसे व्यक्ति निपुण होते हैं। भूमि व कोर्ट-कचहरी संबंधी कार्यों में ये प्रायः विजय प्राप्त करते हैं।
आपका भाग्योदय 28 वर्ष के पश्चात् होने की संभावना बनती है। परंतु इसके लिए कुण्डली में भाग्येश का विचार करना भी आवश्यक है।
यदि आपका जन्म 21 मार्च व 20 अप्रैल के मध्य हुआ है, तो आपका भाग्योदय निश्चित रूप से 28 वर्ष के पश्चात संभव है। आप पूर्णतः सेल्फमेड व्यक्ति हैं। आप अपना भाग्य स्वयं निर्मित करते हैं। परन्तु याद रखें, बिना परिश्रम के आपको विशेष लाभ होने की संभावना नहीं है।
यदि आपका जन्म ‘भरणी’ नक्षत्र में है तथा आपका नाम ‘ल’ से आंरभ होता है, तो आप कुछ लम्बे कद वाले व्यक्तियों की गिनती में हैं। आपके अनेक मित्र हैं तथा मित्रजनों पर आपकी पूर्ण कृपा है। आपको छिछले एवं चुगलखोर मित्र कतई पसन्द नहीं। आप दूरदर्शी होने के साथ-साथ मितव्ययी भी हैं। फिजूल के खर्च व व्यर्थ के दिखावे में आपकी रुचि नहीं है। भ्रमण व घूमने-फिरने के शौक के साथ-साथ आपको उत्तेजनापूर्ण चटपटे भोजन में भी बहुत रुचि होती है।
लाल रंग व ज्वलनशील पदार्थ आपके अनुकूल कहे जा सकते हैं। मंगल एक शौर्यवान व तेजोमय ग्रह होने से, जहां शांति व प्रसन्नता असफल हो जाती है, वहां पर आप झगड़े व डांट-डपट से अपना कार्य आसानी से सिद्ध कर सकते हैं।
आपके लिए मंगलवार सर्वश्रेष्ठ शुभकारी रहेगा तथा इष्टदेव के रूप में हनुमानजी आपके मनोरथ को पूर्ण करेंगे। आपका अनुकूल रत्न ‘मूंगा’ है।

मेष राशि वालों के लिए उपाय

  1. मेष राशि वालों को बजरंगबली की उपासना, सुन्दरकाण्ड, हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। कर्ज से निवृत्ति के लिए ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
  2. आजीविका (काम-काज, कार्यक्षेत्र) में यदि समस्या आ रही हो तो ‘मूंगा’ अथवा ‘तामड़ा’ युक्त ‘मंगल यंत्र’ गले में भी धारण करें।
  3. मंगलवार का व्रत करें। मसूर की दाल व गुड़ गाय को खिलाएं।
  4. तांबा और सोना के मिश्रण से सवा 5 से 9 रत्ती तक की अंगूठी बनाकर धारण करें। लाभ होगा।
  5. मूंगा या तामड़ा रत्न धारण करें। इनके अभाव में ताम्र का सिक्का भी धारण किया जा सकता है।

मेष राशि की प्रमुख विशेषताएं

1. राशि ‒ मेष
2. राशि चिह्न ‒ मेढ़ा
3. राशि स्वामी ‒ मंगल
4. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
5. राशि स्वरूप ‒ चर
6. राशि दिशा ‒ पूर्व
7. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष
8. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
9. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
10. राशि का अंग ‒ सिर
11. अनुकूल रत्न ‒ मूंगा
12. अनुकूल उपरत्न ‒ तामड़ा
13. अनुकूल रंग ‒ लाल
14. शुभ दिवस ‒ मंगलवार, रविवार
15. अनुकूल देवता ‒ शिवजी, भैरव, हनुमान
16. व्रत, उपवास ‒ मंगलवार
17. अनुकूल अंक ‒ 9
18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 9/18/27
19. मित्र राशियां ‒ सिंह, तुला व धनु
20. शत्रु राशियां ‒ मिथुन व कन्या
21. व्यक्तित्व ‒ दबंग, क्रोध युक्त व साहसी
22. सकारात्मक तथ्य ‒ कुटुम्ब को पालने वाला, चुनौती को स्वीकार करने वाला, सदैव क्रियाशील
23. नकारात्मक तथ्य ‒ दम्भी, अधैर्यशाली

चू, चे, चो, ला अश्विनी-4

ली, लू, ले, ला भरणी-4

अ कृत्तिका-1


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में राहु मेष राशि का लग्न में, मंगल वृषभ राशि का द्वितीय भाव में, बुध+सूर्य+शुक्र कन्या राशि का षष्ठम भाव में, केतु तुला राशि का सप्तम भाव में, चंद्रमा वृश्चिक राशि का अष्टम भाव में, शनि मकर राशि का दशम भाव में, बृहस्पति मीन राशि का बारहवें भाव में स्थित है।


24 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक

दिनांक 24 को तरक्की के योग हैं। दिन की शुरुआत अच्छे कार्यों से होगी। आप उदार, दानशील, तेजस्वी, महत्त्वाकांक्षी एवं व्यवहारकुशल व्यक्ति होंगे तथा आनंदपूर्वक रहेंगे। 25, 26 को समय आनंददायक व शांतिदायक रहेगा। किसी मेहमान का आगमन होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे। घर की मरम्मत व रख-रखाव पर समय व धन दोनों ही खर्च करेंगे। 27, 28, व 29 को समय व धन दोनों ही खर्च होंगे। धोखाधड़ी होने की संभावना है। सावधान रहकर कार्य करें। दाम्पत्य संबंधों में भी गलतफहामियां दुःख का कारण बनेंगी। 30, 31 को आप बहुत प्रसन्नचित्त रहेंगे। राजकीय कार्य को लेकर आप क्षुब्ध रहेंगे। पति-पत्नी एक-दूसरे को पूरा-पूरा सहयोग प्रदान करेंगे। घरेलू तनाव कम होंगे। आप खुश रहेंगे।

यह भी देखें

YouTube video

मेष राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2022शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी1, 2, 5, 6, 7, 23, 248, 9, 10, 17, 18,
19, 26
फरवरी1, 2, 3, 20, 21, 24, 25,
26, 28
4, 5, 6, 14, 15, 22, 23
मार्च1, 2, 19, 20, 24, 25,
28, 29
4, 5, 13, 14, 22, 31
अप्रैल15, 16, 17, 20, 21, 24,
25, 26
1, 9, 10, 11, 18, 19,
27, 28,29
मई13, 14, 17, 18, 19,
22, 23
6, 7, 8, 15, 16, 17,
24, 25, 26
जून9, 10, 14, 15, 18, 193, 4, 12, 21, 22, 30
जुलाई6, 7, 11, 12, 15, 16,
17
1, 2, 9, 18, 19, 20,
27, 28, 29
अगस्त3, 4, 7, 8, 11, 12, 13,
30, 31
5, 6, 14, 15, 16,
24, 25
सितम्बर4, 5, 8, 9, 26, 272, 11, 12, 20, 21, 22,
29, 30
अक्टूबर1, 2, 5, 6, 24, 25, 28,
29, 30
8, 9, 17, 18, 19, 26,
27
नवम्बर1, 2, 3, 20, 21, 25, 26,
29 , 30
4, 5, 6, 14, 15, 23
दिसम्बर17, 18, 22, 23, 26, 272, 3, 11, 12, 13, 20,
21, 29, 30

मेष राशि का वार्षिक भविष्यफल

Mesh Rashifall
मेष राशि

यह वर्ष मेष राशि के जातकों के लिए अच्छा रहेगा। शनि वर्ष पर्यन्त एकादश स्थान में गतिशील रहेंगे, जो लाभ में वृद्धि करेगा। हालांकि आपकी स्वयं की राशि में राहु के
परिभ्रमण के कारण स्वास्थ्य में काफी उतार-चढ़ाव रहेंगे। आपको अपनी आदतों, खान-पान का ध्यान रखना चाहिए। भाग्येश बृहस्पति 22 अप्रैल के बाद आपकी राशि में आ जाएंगे।
इस वर्ष राहु गोचरवश वर्षारंभ में आपकी राशि में चलायमान रहेंगे। फलतः यह साल शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से ढीला रहेगा। हालांकि किसी गम्भीर व घातक बीमारी की संभावना नहीं है, इस वर्ष व्यापार व सामाजिक क्षेत्र में आपको मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। इस वर्ष सातवें स्थान में केतु के प्रभाव से अविवाहितों के विवाह की संभावना भी बनेगी। बृहस्पति वर्षारंभ में स्वगृही है। धर्म, अध्यात्म आदि के लिए मन में विशेष भाव तो विद्यमान रहेगा, हालांकि आपको भागदौड़ के बीच इन सबके लिए समय कम ही मिल पाएगा। आय के स्रोतों में वृद्धि होगी तथा प्रचुर मात्रा में धन प्राप्त करने के लिए आप प्रयासरत रहेंगे।
इस वर्ष आर्थिक स्थिति व पक्ष दोनों ही संतोषजनक रहेंगे। आप व्यापार विस्तार की योजना पर काम शुरू करेंगे। इस वर्ष 17 जनवरी के बाद से शनि लाभ स्थान में आ जाएंगे,
डायमंड राशिफल 2023
जो लाभ का मार्ग प्रशस्त करेंगे। हालांकि हर क्षेत्र में आपको काफी मेहनत, प्रयास व परिश्रम करना पड़ेगा, लेकिन परिश्रम के इतने सकारात्मक परिणाम नहीं आएंगे।
22 अप्रैल के बाद देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि में गोचर करेंगे। अतः रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। पति-पत्नी में चल रहे आपसी मतभेदों व गलतफहमियों का निराकरण होगा। बेरोजगारों को नौकरी का अवसर मिल सकता है। हालांकि गुरु+राहु के योग के कारण खर्च बेतहाशा बढ़ जाएगा, परन्तु इस बढ़े बजट में भी आप चीजों को अच्छी तरह से व्यवस्थित कर पाएंगे। इस वर्ष परिवार के सदस्य आपके हर छोटे-मोटे काम में आपको सहयोग करेंगे।
नए-नए लोगों से आपका सम्पर्क बनेगा, जो कि आगे चल कर लाभप्रद रहेगा। लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आपको कई बार संघर्ष करना पड़ेगा, परन्तु संघर्ष से आप हर मुश्किल लक्ष्य को प्राप्त कर ही लेंगे। भाइयों से सम्पति व बटवारे सम्बधित विवाद होगा। शत्रु व षड्यंत्र भी सक्रिय रहेंगे। आप मेष राशि
के व्यक्ति हैं और मेष राशि के लोग कर्म में विश्वास रखते हैं। आप निष्काम होकर कर्म करेंगे। आलोचना व निंदा से कतई नहीं घबराएंगे। तकदीर का सितारा आपके साथ है। मुसीबतजदा लोगों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाएंगे, फिर चाहे वह रिश्तेदार हो, मित्र हो या अजनबी हो।

मेष राशि कैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

शारीरिक दृष्टि से यह वर्ष उतार-चढ़ावों का द्योतक है। शनि की साढ़ेसाती आपको इस वर्ष चल रही है। आप खूब परिश्रमी होंगे। इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मीन राशि के जातकों की अच्छी होती है। रोग तो रहेंगे, परंतु आपको अधिक कष्ट नहीं होगा। फिर भी 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य शनि के वक्रत्व के कारण यदा-कदा रक्तचाप, मधुमेह, हृदय से सम्बंधित बीमारियों की समस्या उत्पन्न होगी। पेट सम्बंधी बीमारी, मूत्ररोग, कमर के नीचे के भाग में रोग की स्थिति रहेगी। इस वर्ष छोटी से छोटी लापरवाही आपके नुकसान का कारण बन सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में लापरवाही घातक हो सकती है।

मेष राशि व्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2022 ?

व्यापार व व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष परिश्रम व मेहनत का है। नौकरी से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति, तरक्की अथवा महत्त्वपूर्ण पोस्टिंग किसी बड़े व प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से हो सकती है। इस वर्ष शनि लाभ स्थान में है। व्यापार व व्यवसाय में किसी का सहयोग आपकी किस्मत बदलने का सामर्थ्य रखता है। आप पूरी ऊर्जा व जोश के साथ समर्पित भाव से काम में लग जाएंगे। भागीदार व पार्टनर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। हर प्रकार के व्यवहार को कागजों पर लें। कामकाज में नई तकनीक व हुनर का प्रयोग भी आपके भाग्योन्नति में सहायक रहेगा। 12 अप्रैल से राहु दूसरे स्थान में आकर धन संचय में बाधा उत्पन्न करेंगे। पैसों का संचय नहीं हो पाएगा। जमीन, कपड़े, लोहे, कमीशन व तेल के व्यापार से जुड़े लोगों को जबरदस्त फायदा होगा। अपनी नाकामियों व असफलताओं से भी आपको शिक्षा लेने की आवश्यकता है। आप विचार करें कि कहां चूक हुई, उस गलती को सुधारें। अतिविश्वास किसी पर भी नहीं करें। आप किसी की आर्थिक मदद करके उल्टा फंस जाएंगे। नौकरी में भी सावधान रहने की आवश्यकता है। लचीलापन व उदारवादी दृष्टिकोण व्यापार में काम का नहीं है। निवेश से पूर्व अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें। निवेश सम्बंधी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लें। किसी भी कागज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

इस वर्ष घर-परिवार आपकी प्राथमिकता पर रहेंगे। आप काम से ज्यादा अहमियत अपने परिवार को देंगे। परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य ऊपर नीचे हो सकता है। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता की स्थिति रहेगी। हालांकि, इस वर्ष आपकी राशि के अधिपति गुरु 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। इस दौरान घर के किसी वरिष्ठ सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। देवरानी-जेठानी, पिता-पुत्र, ननद-भौजाई व सास-बहुओं में हल्की-फुल्की नोक-झोंक चलती रहेगी। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता रहेगी। कभी-कभार छोटी-मोटी गलत फहमियां उत्पन्न होंगी, जो समय रहते हल हो जाएंगी। मीन राशि के जातक कुछ भावुक प्रवृत्ति के होते हैं। यही भावुकता आपके लिए भारी पड़ सकती हैै। रिश्तेदार व सम्बंधी लोग आपसे ईर्ष्या व जलन से वशीभूत होकर आलोचना को हथियार बना सकते हैं।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

नौकरी में आपको बेहतर जॉब का अवसर मिल सकता है। बॉस व अधिकारी आपके काम से खुश रहेंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी जबरदस्त प्रतिष्ठा व धाक रहेगी। यही चीज आपकी उन्नति के लिए महत्त्वपूर्ण रहेगी। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल में लापरवाही के घातक परिणाम निकल सकते हैं। घर-परिवार में किसी मांगलिक आयोजन व शुभ प्रसंग की रूपरेखा के चलते आप व्यस्त रहेंगे तथा इसका सीधा प्रभाव आपके अध्ययन पर पड़ेगा। पूर्णरूप से एकाग्रचित्त होकर अध्ययन में जुट जाएं तो एक सुखद व शानदार भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

इस वर्ष प्रेम-प्रसंगों व दाम्पत्य जीवन का आप भरपूर लुत्फ उठाएंगे। एक खास बात का ध्यान आपको रखना है कि 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य प्रेम-प्रसंग उजागर हो सकते हैं, आप गुप्त नहीं रख पाएंगे, जिसका सीधा प्रभाव आपके परिवार पर पड़ेगा। पारिवारिक शांति भंग हो सकती है। वहीं 13 अप्रैल से पूर्व बारहवें गुरु के कारण प्रेम सम्बंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के कारण गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। मित्रों का दायरा बढ़ेगा। नए-नए मित्र बनेंगे। परंतु अच्छे व सच्चे मित्र नहीं मिल पाएंगे। मित्रों का उद्देश्य आपके प्रभुत्व, पराक्रम व सम्पर्कों से लाभ कमाना रहेगा।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

29 अप्रैल के बाद तथा 12 जुलाई के मध्य शनि की साढ़ेसाती का अंशकालिक प्रभाव आपकी राशि पर रहेगा। अतः वाहन द्वारा परेशानियां इस दरम्यान रहेंगी। बार-बार वाहन खराब होना, वाहन द्वारा एक्सीडेंट होने की भी आशंका व सम्भावना है। अतः ड्रिंक एण्ड ड्राइव से बचें। अप्रैल के पश्चात् राहु दूसरे स्थान (धन भाव) में आकर खर्चों में वृद्धि करेंगे। घर की मरम्मत, रख-रखाव, रंग-रोगन इत्यादि पर खर्चा हो सकता है। वर्ष के उत्तरार्द्ध में किसी शुभ व मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा व योजना बन सकती है। आप उसमें व्यस्त हो जाएंगे।

मेष राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

किसी रिश्तेदार व मित्र के साथ अकस्मात कोई अनहोनी हो सकती है। आपको भी कुछ मामलों में लापरवाही भारी पड़ सकती है। कर्मचारी व भागीदार पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य कोई बड़ा ऑर्डर कैंसिल हो सकता है। बृहस्पति वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः कोई बड़ी पार्टी (ग्राहक) आपके हाथों से निकल सकती है। इस वर्ष भूमि, भवन, वाहन आदि के लिए ऋण ले सकते हैं। बारहवां बृहस्पति किसी शुभ कार्य, विवाह आदि के लिए भी ऋण की स्थिति को दर्शा रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष मई से पूर्व धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम सपरिवार बन सकता है। किसी रमणीय स्थल पर भी सैर सपाटे के लिए जा सकते हैं। कामकाज को लेकर की गई यात्राएं निष्फल रहेंगी।

कैसे बनाये मेष राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र की जाप 1 माला नित्य करें। श्रीकृष्ण मंदिर के दर्शन करें। सुनैला युक्त गुरुयंत्र गले में धारण करें। आटे की लोई में गुड़ व चना दाल डालकर गाय को गुरुवार को दें।

मेष राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो अग्नि तत्त्व प्रधान होता है। यह पुरुष सूचक राशि है। मेष राशि का राशि चिन्ह ‘मेढ़ा’ है। इसका प्राकृतिक स्वभाव साहसी, अभिमानी व पौरुषशाली है। कोई जरा-सी विपरीत बात कह दे, तो इनको सहन नहीं होता। ऐसे जातक को क्रोध शीघ्र आता है, परंतु इनका क्रोध क्षणिक होता है।
मेष राशि के व्यक्ति प्रायः मध्यम कद के होते हैं। अति उत्साही होने के कारण कई बार जल्दबाजी में काम को गड़बड़ भी कर देते हैं। मेष राशि वाले व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं। दूसरों की हुकूमत को ये लोग बिलकुल भी पसन्द नहीं करते तथा एक खास बात और कि ये लोग दूसरों के आधिपत्य या हुकूमत में रहकर विकास नहीं कर सकते, जब ये लोग स्वतंत्र कार्य करेंगे तभी इनका विकास संभव होगा। इनको अपने मनोभावों पर नियन्त्रण रखना चाहिए, परंतु क्रोधावस्था के कारण ये अपना आत्मनियंत्रण खो बैठते हैं।
सामान्यतया मेष लग्न में उत्पन्न जातक साहसी, पराक्रमी, तेजस्वी तथा परिश्रमी होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से वे जीवन में वांछित मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ रहते हैं। ये अत्यधिक सक्रिय एवं क्रियाशील होते हैं तथा अपने इन्हीं गुणों से जीवन में इच्छित उन्नति प्राप्त करते हैं।
मेष लग्न के प्रभाव से जातक अपने शुभ एवं महत्त्वपूर्ण कार्यों को परिश्रम एवं निर्भयता से सम्पन्न करेंगे। इनमें स्वाभिमान का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा स्वपरिश्रम व योग्यता से जीवन में मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने में समर्थ होंगे।
इनके स्वभाव में प्रारम्भ में तेजस्विता का भाव विद्यमान रहेगा। फलतः यदा-कदा आप अनावश्यक क्रोध एवं चंचलता का प्रदर्शन करेंगे। जीवन में आपको जन्मभूमि के अतिरिक्त अन्य स्थान में सफलता प्राप्त नहीं होगी तथा वहीं आपका जीवन सुखपूर्वक व्यतीत होगा। साथ ही सांसारिक सुखोपभोग के साधनों को भी आप परिश्रमपूर्वक अर्जित करके सुखपूर्वक इनका उपभोग करने में समर्थ होंगे।
इस लग्न में जन्मे जातक को जीवन में काफी समस्याओं एवं परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, परन्तु अपने परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प शक्ति के द्वारा आप इनका सामना तथा
समाधान करने में समर्थ होंगे। आपकी प्रवृत्ति में उदारता तथा सहिष्णुता का भाव भी विद्यमान रहेगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों को आप अपना सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे आपके प्रति लोगों के मन में आदर का भाव उत्पन्न होगा।
आपके सांसारिक कार्य यद्यपि विलम्ब से सिद्ध होंगे, परन्तु गौरव एवं सम्मान का भाव बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको परिश्रम से उन्नति प्राप्त होगी तथा सामाजिक जनों के मध्य भी समय पर मान-सम्मान मिलता रहेगा। आपको अपनी प्रवृत्ति का अन्य जनों के समक्ष सादगीपूर्ण प्रदर्शन करना चाहिए तथा इसमें अनावश्यक दिखावे का समावेश नहीं करना चाहिए। जीवन में आपको इच्छित सुख-ऐश्वर्य एवं वैभव की प्राप्ति होगी। आप एक परिश्रमी, तेजस्वी, कार्य निकालने में चतुर, परन्तु मन्द गति से कार्य करने वाले होंगे तथा जीवन में आवश्यक सुखों का उपभोग करने में समर्थ होंगे।
आप बहुत ही परिश्रमी व साहसिक कार्यों में रुचि लेने वाले व्यक्ति हैं। ऐसे व्यक्ति प्रायः खेल-कूद, शिकार, सैनिक व पुलिस विभाग, मशीन, भट्टी व ज्वलनशील पदार्थों तथा
धातु इत्यादि वस्तुओं में रुचि लेते देखे गए हैं।
धार्मिक विचारों में आपका दृष्टिकोण अन्य लोगों से भिन्न है। आप शक्ति के उपासक हैं। ऐसे व्यक्ति अपनी बात के धनी होते हैं तथा आपकी राशि अग्नि तत्त्व प्रधान होते हुए भी आप शर्त के पक्के होते हैं। आप झगड़ा करना पसन्द नहीं करते, परन्तु जब कोई सीमा का उल्लंघन करने की चेष्टा करता है, तो उसे जबरदस्त सबक सिखाए बिना नहीं रहते। युद्धकला में प्रायः ऐसे व्यक्ति निपुण होते हैं। भूमि व कोर्ट-कचहरी संबंधी कार्यों में ये प्रायः विजय प्राप्त करते हैं।
आपका भाग्योदय 28 वर्ष के पश्चात् होने की संभावना बनती है। परंतु इसके लिए कुण्डली में भाग्येश का विचार करना भी आवश्यक है।
यदि आपका जन्म 21 मार्च व 20 अप्रैल के मध्य हुआ है, तो आपका भाग्योदय निश्चित रूप से 28 वर्ष के पश्चात संभव है। आप पूर्णतः सेल्फमेड व्यक्ति हैं। आप अपना भाग्य स्वयं निर्मित करते हैं। परन्तु याद रखें, बिना परिश्रम के आपको विशेष लाभ होने की संभावना नहीं है।
यदि आपका जन्म ‘भरणी’ नक्षत्र में है तथा आपका नाम ‘ल’ से आंरभ होता है, तो आप कुछ लम्बे कद वाले व्यक्तियों की गिनती में हैं। आपके अनेक मित्र हैं तथा मित्रजनों पर आपकी पूर्ण कृपा है। आपको छिछले एवं चुगलखोर मित्र कतई पसन्द नहीं। आप दूरदर्शी होने के साथ-साथ मितव्ययी भी हैं। फिजूल के खर्च व व्यर्थ के दिखावे में आपकी रुचि नहीं है। भ्रमण व घूमने-फिरने के शौक के साथ-साथ आपको उत्तेजनापूर्ण चटपटे भोजन में भी बहुत रुचि होती है।
लाल रंग व ज्वलनशील पदार्थ आपके अनुकूल कहे जा सकते हैं। मंगल एक शौर्यवान व तेजोमय ग्रह होने से, जहां शांति व प्रसन्नता असफल हो जाती है, वहां पर आप झगड़े व डांट-डपट से अपना कार्य आसानी से सिद्ध कर सकते हैं।
आपके लिए मंगलवार सर्वश्रेष्ठ शुभकारी रहेगा तथा इष्टदेव के रूप में हनुमानजी आपके मनोरथ को पूर्ण करेंगे। आपका अनुकूल रत्न ‘मूंगा’ है।

मेष राशि वालों के लिए उपाय

  1. मेष राशि वालों को बजरंगबली की उपासना, सुन्दरकाण्ड, हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। कर्ज से निवृत्ति के लिए ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
  2. आजीविका (काम-काज, कार्यक्षेत्र) में यदि समस्या आ रही हो तो ‘मूंगा’ अथवा ‘तामड़ा’ युक्त ‘मंगल यंत्र’ गले में भी धारण करें।
  3. मंगलवार का व्रत करें। मसूर की दाल व गुड़ गाय को खिलाएं।
  4. तांबा और सोना के मिश्रण से सवा 5 से 9 रत्ती तक की अंगूठी बनाकर धारण करें। लाभ होगा।
  5. मूंगा या तामड़ा रत्न धारण करें। इनके अभाव में ताम्र का सिक्का भी धारण किया जा सकता है।

मेष राशि की प्रमुख विशेषताएं

1. राशि ‒ मेष
2. राशि चिह्न ‒ मेढ़ा
3. राशि स्वामी ‒ मंगल
4. राशि तत्त्व ‒ अग्नि तत्त्व
5. राशि स्वरूप ‒ चर
6. राशि दिशा ‒ पूर्व
7. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष
8. राशि जाति ‒ क्षत्रिय
9. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, पित्त प्रकृति
10. राशि का अंग ‒ सिर
11. अनुकूल रत्न ‒ मूंगा
12. अनुकूल उपरत्न ‒ तामड़ा
13. अनुकूल रंग ‒ लाल
14. शुभ दिवस ‒ मंगलवार, रविवार
15. अनुकूल देवता ‒ शिवजी, भैरव, हनुमान
16. व्रत, उपवास ‒ मंगलवार
17. अनुकूल अंक ‒ 9
18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 9/18/27
19. मित्र राशियां ‒ सिंह, तुला व धनु
20. शत्रु राशियां ‒ मिथुन व कन्या
21. व्यक्तित्व ‒ दबंग, क्रोध युक्त व साहसी
22. सकारात्मक तथ्य ‒ कुटुम्ब को पालने वाला, चुनौती को स्वीकार करने वाला, सदैव क्रियाशील
23. नकारात्मक तथ्य ‒ दम्भी, अधैर्यशाली

Leave a comment