ससुराल वालों के साथ नहीं बन पाया है प्यार वाला बॉन्ड तो नई बहू को करनी चाहिए ये पहल: Relationship with In-Laws
Relationship with In-Laws

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महिला और पुरुषों दोनों की जिंदगी में शादी के बाद बदलाव आते हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि महिलाओं को हमेशा समझौते कुछ ज्यादा करने पड़ते हैं। उन्हें कई जिम्मेदारियां भी निभानी होती हैं।

Relationship with In-Laws: कोई भी युवती या युवक जब शादी के बंधन में बंधता है तो वो सिर्फ एक शख्स से संबंध नहीं बनता, बल्कि एक परिवार से उनका नाता जुड़ जाता है। वैसे तो महिला और पुरुषों दोनों की जिंदगी में यह बदलाव आते हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि महिलाओं को हमेशा समझौते कुछ ज्यादा करने पड़ते हैं। उन्हें कई जिम्मेदारियां भी निभानी होती हैं। ऐसे में ससुराल वालों और नई बहू के बीच एक अच्छा बॉन्ड बनना जरूरी है। यह बॉन्ड जितना अच्छा और मजबूत होगा, जिंदगी में परेशानियां उतनी ही कम होंगी। अगर आप ससुराल वालों से अलग रहते हैं तो ये काम थोड़ा मुश्किल हो सकता है।  फिर भी कोशिश करने वालों की हार नहीं होती…

Relationship with In-Laws-कई बार नई बहू के साथ ऐसी कुछ स्थितियां भी बन जाती हैं, जिनके साथ समझदारी से डील करना जरूरी होता है।
Many times, such situations arise with the new daughter-in-law, which need to be dealt with wisely.

कई बार नई बहू के साथ ऐसी कुछ स्थितियां भी बन जाती हैं, जिनके साथ समझदारी से डील करना जरूरी होता है। आपकी छोटी सी गलती गलतफहमियों की खाई को बढ़ा सकती है। जैसे अगर​ किसी त्योहार पर आपने अपने ससुराल वालों को डिनर पर बुलाया और वे सब आपके आमंत्रण पर घर भी आए। लेकिन कोई भी खाना नहीं खाए तो ये सच में दिल तोड़ देने वाली स्थिति हो सकती है। इसी बीच अगर आपको ये पता चले कि आपकी सास ने पहले ही सबको डिनर करा दिया है तो आप इस परिस्थिति में क्या करेंगी, यह समझना बहुत जरूरी है।

जाहिर है जब आपकी दिनभर की मेहनत को ऐसे नकारा जाएगा तो आपको बहुत बुरा लगेगा। लेकिन कुछ भी प्रतिक्रिया देने से पहले आप इस विषय में अपने पति से बात करें। ऐसा करने से आपको समझ आ सकेगा कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि आपकी सास पहले से ही सभी को खाना खिलाकर लाई हैं। इससे आप उनका पक्ष भी समझ पाएंगी और अपने दिल का दुख भी बांट पाएंगी।

स्थिति का पता चलने के बाद आप अपने ससुराल वालों से भी इस विषय में जरूर बात करें। हालांकि आपको ध्यान रखना चाहिए आप पूरा संवाद सम्मानजनक रूप से करें। इस दौरान कोई ऐसी बात न करें जिससे टकराव की स्थिति बने। आप शांति से सभी को अपनी भावनाओं के बारे में बताएं। साथ ही ये भी पूछे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।

कहते हैं जो बीत गया वो भूल जाएं। आप भी इस वाकैये को भूल जाएं। और आगे के लिए संभल भी जाएं। भविष्य में ​किसी भी त्योहार पर डिनर या लंच का प्लान बनाने से पहले अपने ससुराल वालों के साथ मिलकर प्लानिंग करें। उनसे उनकी पसंद जानें। आप चाहे तो पॉटलक स्टाइल अपनाएं। जैसे कुछ डिशेज आप बनाएं और कुछ वो। फिर सभी मिलकर डिनर या लंच करें।  

प्यार और अपनापन कई समस्याओं का समाधान है। शांति और सम्मान पूर्वक बातचीत से स्थितियों में सुधार हो सकता है। लेकिन इसके लिए बहुत जरूरी है कि सबसे पहले आप खुद में लचीलापन लाएं। साथ ही सामने वाले को समझने की कोशिश करें। हो सकता है कि आप उनका पक्ष जानने के बाद उनकी स्थितियों को समझ पाएं। अगर आपने अपने ससुराल वालों को डिनर पर बुलाया है तो आपको उनकी खाने की पसंद भी पूछनी चाहिए। आप उनसे जानने की कोशिश करें कि क्या वे लहसुन-प्याज खाते हैं, या फिर परिवार के सदस्यों की पसंद क्या है। ये छोटी-छोटी बातें अपनापन दिखाती हैं। ऐसा करने से आपके रिश्तों में सुधार होगा।  

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...