Yamuna River Facts: यमुना नदी भारत की सबसे प्रसिद्ध और पवित्र नदी मानी जाती है। इस नदी को जमुना भी कहा जाता हैं। यमुना नदी भारत में बहने वाली सबसे लंबी नदी है। यह भारत की राजधानी दिल्ली को चारों तरफ से घेरती है जिससे न केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में इसकी उपस्थिति महसूस होती है। यह नदी प्रयागराज में गंगा में मिल जाती है। जिस जगह पर यमुना नदी गंगा नदी से मिलती है वह स्थल संगम के नाम से जाना जाता है। इस स्थल पर विश्व प्रसिद्ध कुंभ के मेले का आयोजन किया जाता है। जिस तरह भगवान श्री कृष्ण को ब्रज संस्कृति का जनक कहा जाता है बिल्कुल उसी प्रकार यमुना को जननी का स्थान दिया जाता है। आज हम आपकों इस लेख के द्वारा यमुना से जुड़ी कुछ अद्भुत बातें और यमुना किसकी नदी है इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं।
यमुना नदी की संस्कृति
यमुना नदी की पवित्रता आज भी बरकरार है। मथुरा में यमुना के 24 घाट हैं। ब्रज में यमुना पूरे आध्यात्मिक वैभव के साथ प्रकट हुई है। ब्रज में यमुना का महत्व उतना ही हैं जितना शरीर में आत्मा का महत्व होता है। देखा जाए तो यमुना के बिना ब्रज की संस्कृति का कोई विशेष महत्व नहीं है। यमुना नदी से भारत के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। हिंदू समुदाय के लिए यमुना एक पवित्र नदी ही नहीं बल्कि मां की तरह पूजनीय है। ऐसा कहा जाता है की इस नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
यमुना नदी से जुड़ी मान्यताएं
ऐसा कहा जाता है कि जब सती ने अपने पिता दक्ष प्रजापति द्वारा अपने पति भगवान शंकर का अपमान देखा। तब उन्होंने अग्नि कुंड में कूद कर अपनी जान दे दी। तब भगवान शंकर सती के अधजले शरीर को लेकर गुस्से में तांडव करने लगे। ऐसी स्थिति में यमुना ने ही उन्हें शांत किया। जिसकी वजह से यमुना नदी का रंग काला हो गया।
भगवान श्री कृष्ण की चौथी पटरानी श्री यमुना जी है। जिन्हे कृष्ण भक्ति कालिंदी के नाम से भी जाना जाता है। बचपन से लेकर बड़े होने तक भगवान श्री कृष्ण ने अधिकतर लीलाएं यमुना नदी के किनारे की थी। श्री कृष्ण के जन्म के समय जब वासुदेव कृष्ण को गोकुल ले जा रहे थे, तब यमुना तेज गति से बह रही थी। श्री कृष्ण के चरण स्पर्श कर वह शांत हो गई और सामान्य गति से बहने लगी।
जानें, यमुना नदी किसकी बहन हैं
हिंदू पौराणिक ग्रंथों के अनुसार यमुना नदी यमराज की बहन है। जिसका नाम यमी भी है। यमराज और यमी के पिता सूर्य देव है। सूर्य देव का परिवार काफी बड़ा है। सूर्य देव की 10 संताने बताई जाती है। इस हिसाब से शनि देव और यमराज यमुना के भाई माने जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सूर्य देव की एक पत्नी छाया थी। संज्ञा देवी पति सूर्य की किरणों को न सह सकने के कारण उत्तरी ध्रुव प्रदेश में छाया बनकर रहने लगी। छाया दिखने में श्यामल थी। इस वजह से उनकी संतान यमराज और यमुना भी श्याम वर्ण पैदा हुए। यमुना नदी का जल पहले साफ, थोड़ा नीला और थोड़ा सांवला था। इसलिए उन्हें काली गंगा भी कहते हैं।