Numerology Prediction: अंक ज्योतिष के अनुसार, जन्म तिथि का व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व होता है। ज्योतिष के अनुसार, जन्म तिथि न केवल व्यक्ति के व्यवहार और भविष्य की जानकारी प्रदान करती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस देवी-देवता की पूजा व्यक्ति के लिए लाभकारी हो सकती है। उदाहरण के लिए, जिनकी जन्म तिथि 1, 10, 19 या 28 होती है, उन्हें सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए, जिससे उन्हें आत्मविश्वास और सफलता प्राप्त होती है। वहीं, जिनकी जन्म तिथि 2, 11, 20 या 29 होती है, उन्हें चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए, जिससे उन्हें मानसिक शांति और संतुलन मिलता है। इसी प्रकार, हर जन्म तिथि के लिए अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा का महत्व है, जिससे व्यक्ति को विशेष लाभ और आशीर्वाद प्राप्त हो सकते हैं।
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जन्म तिथि 10, 19 या 28
अंक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की जन्म तिथि 10, 19 या 28 होती है, उनका ग्रह स्वामी सूर्य देव माना जाता है। इन तिथियों में जन्मे जातकों के लिए भगवान विष्णु की पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है। विष्णु भगवान, सृष्टि के रक्षक और पालनहार हैं। उनकी पूजा करने से जातक को अपार सफलता, समृद्धि और आत्मबल प्राप्त होता है। प्रतिदिन विष्णु भगवान की पूजा अवश्य करें। सोने का रत्न या आभूषण धारण करना शुभ माना जाता है। विष्णु भगवान को प्रिय वस्तुएं जैसे कि पीले रंग के फल, फूल, घी आदि दान करें। “ॐ नमो नारायणाय” मंत्र का जाप करना भी लाभदायक होगा। इन उपायों को करने से 10, 19 और 28 तारीख को जन्मे लोगों को जीवन में सफलता, समृद्धि, और खुशहाली प्राप्त होगी।
जन्म तिथि 4, 13, 22 या 31
अंक ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों का जन्म 4, 13, 22 या 31 तारीख को होता है उनका मूलांक 4 होता है। मूलांक 4 के स्वामी राहु ग्रह को माना जाता है। राहु एक छाया ग्रह है और इसका प्रभाव जटिल माना जाता है। इन तिथियों में जन्मे लोगों को जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। भगवान गणेश को बुद्धि और विघ्नहर्ता के देवता के रूप में जाना जाता है। इनकी पूजा करने से बुद्धि, विद्या, और शुभ फल प्राप्त होते हैं। लकड़ी को राहु का शत्रु माना जाता है। इसलिए इन तिथियों में जन्मे लोगों को हमेशा अपने पास लकड़ी का एक छोटा टुकड़ा रखना चाहिए। नीलम रत्न राहु का रत्न माना जाता है। इस रत्न को धारण करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। नियमित रूप से दान करने से ग्रहों को शांत करने में मदद मिलती है। “ॐ गणेशाय नमः” मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।
जन्म तिथि 3, 12, 21, या 30
अंक ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों का जन्म 3, 12, 21, या 30 तारीख को होता है उनका मूलांक 3 होता है। मूलांक 3 के स्वामी बृहस्पति ग्रह को माना जाता है। बृहस्पति को देव गुरु भी कहा जाता है और यह ग्रह ज्ञान, शिक्षा, समृद्धि, और सौभाग्य का प्रतीक है। इन तिथियों में जन्मे लोगों पर बृहस्पति ग्रह का सकारात्मक प्रभाव होता है। इन लोगों में ग्रहण करने की क्षमता अधिक होती है और वे शिक्षा के क्षेत्र में सफल होते हैं। इन लोगों को धन-दौलत की कमी नहीं रहती और वे जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त करते हैं। इन लोगों पर भाग्य का साथ रहता है और इन्हें जीवन में अनेक अवसर प्राप्त होते हैं। बृहस्पति ग्रह भगवान विष्णु के प्रिय ग्रह हैं। इसलिए इन तिथियों में जन्मे लोगों को भगवान विष्णु की पूजा अवश्य करनी चाहिए। बृहस्पति का रंग पीला होता है। इसलिए इन लोगों को पीले रंग का वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है। बृहस्पतिवार को केले का दान करना शुभ माना जाता है। मंत्र: “ॐ गुरु नमः” मंत्र का जाप करना भी लाभदायक होगा।
