प्रेग्नेंसी के बाद पहले 6 हफ्तों में क्या ध्यान रखें?: Postpartum Care in First 6 Weeks
प्रेग्नेंसी के बाद पहले 6 हफ्तों में शारीरिक और मानसिक दोनों ही बदलाव होते हैं, इसलिए इस समय में विशेष ध्यान रखना ज़रूरी होता है।
Postpartum Care in First 6 Weeks: प्रेग्नेंसी के बाद पहले 6 हफ्तों में शारीरिक और मानसिक दोनों ही बदलाव होते हैं, इसलिए इस समय में विशेष ध्यान रखना ज़रूरी होता है। यह समय महिला के शरीर को ठीक से रिकवर करने का होता है, और इस दौरान कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिन्हें नियंत्रित किया जाना आवश्यक है। चलिए जानते हैं बच्चे के जन्म के 6 हफ्ते बाद तक किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
डॉक्टर से मुलाकात

पहले 6 हफ्तों में, आपको नियमित रूप से अपने डॉक्टर से मिलकर चेकअप कराना चाहिए। डॉक्टर गर्भाशय की स्थिति, रक्तचाप, रक्त शर्करा और शरीर के अन्य महत्वपूर्ण संकेतों का मूल्यांकन करेंगे। यदि कोई मेडिसिन निर्धारित की गई हैं, तो उन्हें समय पर और सही तरीके से लेना तय करें।
थोड़ा सा आराम
प्रसव के बाद शरीर को पूरी तरह से आराम की आवश्यकता होती है। पहले 6 हफ्तों में बहुत अधिक फिजिकल एक्टिविटी से बचें।हल्की फुल्की सैर या हल्की एक्सरसाइज जैसे पैदल चलना किया जा सकता है, लेकिन किसी भी कठोर व्यायाम से बचें।
खानपान
सही पोषण बहुत जरूरी है, खासकर यदि आप स्तनपान कर रही हैं। पर्याप्त प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स की खुराक लें। ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, पूरे अनाज, दालें, और डेरी उत्पाद अपने आहार में शामिल करें। पानी का सेवन अधिक करें, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे, और दूध पिलाने के दौरान भी पर्याप्त तरल पदार्थ मिल सकें।
स्तनपान को लेकर ध्यान

अगर आप स्तनपान कर रही हैं, तो इसे सही तरीके से करना बहुत ज़रूरी है। सही तरीके से बच्चे को लगाना, ताकि वह अच्छे से दूध पी सके, और निपल्स को किसी भी प्रकार की समस्या से बचाया जा सके। अगर आपको निपल्स में दर्द या सूजन महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
ब्लीडिंग और डिस्चार्ज
प्रसव के बाद हल्की ब्लीडिंग सामान्य है। यह आमतौर पर 4-6 हफ्तों तक जारी रहती है, लेकिन अगर ब्लीडिंग बहुत अधिक हो या इसमें गंध आने लगे तो डॉक्टर से संपर्क करें। वेजाइनल डिस्चार्ज भी हो सकता है, जिसे आमतौर पर हल्का या पानी जैसा माना जाता है, लेकिन अगर कोई असामान्य लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।
