घुम्मकड़ों को सिर्फ ऑप्शन की जरूरत होती है और वो घूमने के लिए खुद को तैयार कर लेते हैं। अब अगर इसी घूमने में रोमांच भी जुड़ जाए तो क्या ही मजा आएगा। घुम्मकड़ों की बात हो रही है तो बता दें, अब तो लोग ट्रेवल भी कई तरह का करते हैं, जैसे सोलो ट्रेवलिंग। मतलब बस बैग उठा कर चल दिए और फिर घूम लिए पूरी दुनिया अपने कदमों में। मानो दुनिया नाप रहे हों। बस ऐसे ही लोगों के लिए है देश की कुछ खास रोमांच से भरी जगहें। इन जगहों पर जाना मतलब खुद को एक्सप्लोर करना। खुद को समझाना कि दुनिया बस यही घर की चारदीवारी में बिलकुल नहीं है। बल्कि अनुभव करने को दुनिया का एक हिस्सा खुद में रोमांच भी समेटे हुए है। इन्हीं जगहों में से कुछ को पहचान लीजिए, और बना लीजिए ट्रिप यहां घूमने की-

चादर ट्रेक, लद्दाख

 

जमी हुई नदी पर चलने की सुख जानती हैं। लद्दाख के चादर ट्रेक पर आपको यही अनुभव मिलेगा। ये जगह सिर्फ जाड़े के मौसम में ये वाला अनुभव देगी। ये जगह जनस्कार नदी पर है। जहां आप जनवरी और फरवरी के महीने में ट्रेकिंग के लिए जा सकती हैं। दरअसल जाड़े में ये नदी जम जाती है। लेकिन हां, आपके लिए ये काठिन जगह भी हो सकती है क्योंकि ये जगह 11123 फीट की ऊंचाई पर है। 

ऋषिकेश की रीवरराफ्टिंग

 

ऋषिकेश जाकर शांति ढूंढने वाले बहुत होते हैं लेकिन इसी जगह पर रोमांच ढूंढने वाले लोग भी हैं। ऐसे ही लोगों के लिए ऋषिकेश में है रीवरराफ्टिंग का ऑप्शन। कह सकते हैं ऋषिकेश रीवरराफ्टिंग का गढ़ है। गंगा के पानी की बड़ी-बड़ी लहरों के बीच आगे बढ़ते जाना बिलकुल अलग अनुभव देता है और रोमांच का बड़ा वाल डोज भी। इतना ही नहीं रीवरराफ्टिंग के दौरान आसपास का बेहतरीन और अनोखा नजारा भी आपका दिल जीत लेगा। शांति, सुकून और रोमांच आपको सब एक साथ महसूस होगा। यहां पर कई लोकेशन से राफ्टिंग की जा सकती है। ब्रह्मपूरी टू ऋषिकेश, शिवपुरी टू ऋषिकेश या मरीन ड्राइव तो ऋषिकेश। सबकी दूरी अलग-अलग है। 

 

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में वाइल्ड लाइफ

 

वाइल्ड लाइफ का अपना अलग रोमांच होता है। भारत में ऐसी कई जगहें हैं, जहां आप वाइल्ड लाइफ को पास से महसूस कर सकती हैं। इन्हीं में से एक है जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क। 13184 स्क्वायर किलोमीटर में बसा ये पार्क आपको वाइल्ड लाइफ को पास से पहचानने और महसूस करने में पूरी मदद करेगा। आप शायद ये अनुभव भूल भी ना पाएं। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में बना ये पार्क टाइगर के लिए भी जाना जाता है। यहां कई सारी जोन से इंट्री ली जा सकती है जैसे सोनानादी जोन, दुर्गा देवी जोन, बिजरानी जोन और ढिकाला जोन। 

स्कूबा डाइविंग इन अंडमाननिकोबार

 

स्कूबा डाइविंग यानि एडवेंचर स्पोर्ट्स का ही दूसरा नाम। अंडमान-निकोबार में आपको इसका बेस्ट अनुभव करने का मौका जरूर मिलेगा। अंडमान में मरीन ड्राइव का अनुभव आपके लिए बेहद खास हो सकता है। यहां के बीच ही अपने आप में बेहद अनोखे और सुंदर हैं। सिर्फ इन्हें देख कर ही आप समाय में खो जाएंगे लेकिन फिर वॉटर स्पोर्ट्स आपकी ट्रिप पूरी करेगा। पानी के अंदर की सुंदर दुनिया के बीच खुद को पाकर आपको अच्छा जरूर लगेगा। आपको स्कोर्पियन फिश, ऑक्टोपस और न जाने कौन-कौन से जीवों के बीच तैरते हुए आपको ऐसा लगेगा मानो आप दूसरी ही दुनिया में हैं। यहां आने का बेस्ट समय जनवरी से मई के बीच का है। 

रूपकुंड ट्रेक, उत्तराखंड

ट्रेकिंग अपने आप में रोमांच और एडवेंचर का बेस्ट ऑप्शन है। इस ऑप्शन को महसूस करना है तो आपको उत्तराखंड के रूपकुंड ट्रेक पर आना होगा। उत्तराखंड के चमोली जिले की इस जगह पर आप 3200 मीटर तक ट्रेक कर सकती हैं और आपको बहुत अच्छा लगने वाला है यकीन मानिए। यहां कई सारे मैजिकल लैंडस्केप भी हैं। जिनको निहारना भर ही आपकी ये यात्रा पूरी कर देगा। रूपकुंड लेक को ‘लेक और मिस्ट्री’ भी कहते हैं जो 15500 फीट की ऊंचाई पर बनी है। है, जिसे देख कर आपको अपनी यात्रा ही सफल लगने लगेगी। यहां तक आने के लिए आपको चमोली जिले तक आना होगा। हिमालय की दो चोटियों के बीच बनी ये झील आपका दिल जरूर जीत लेगी। यहां आने का बेस्ट समय मॉनसून से पहले मई और जून का है। 

मेघालय की गुफाएं

 

गुफा तो नाम सुनते ही रोमांच महसूस करा देती है। अब ऐसे में अगर आपको मेघालय की गुवाओं में जाने का मौका मिलेगा तो यकीन मानिए, इससे ज्यादा एडवेंचर आपको किसी और तरह से मिल ही नहीं सकता है। ये एक ऐसा राज्य है, जिसे अभी भी बहुत लोगों ने नहीं देखा है। लेकिन यहां लगातार लोगों का आना बढ़ रहा है। गुफाएं भी यात्रियों का आकर्षण बन जाती हैं। यहां के खासी हिल और जैन्टिया हिल की गुफाएं आपको जरूर अच्छी लगेंगी। इनके साथ आप दूसरे विकल्पों को भी देख सकती हैं जैसे क्रेम डैम, क्रेम ल्यमपट आदि। यहां आने का बेस्ट समय दिसंबर से मार्च है। 

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