इरादों की मजबूत और व्यक्तित्व की धनी महिलाएं-हम किसी से कम नहीं: Women Life Journey
Women Life Journey

Women Life Journey: इसमें कोई संदेह नहीं कि एक आत्मनिर्भर और मजबूर इरादों वाली महिला जहां होती है वो जगह सकारात्मक उर्जा से भर जाती है। आज हम इस कॉलम में ऐसी ही तीन महिलाओं के विषय में आपको बताएंगे जिनके सहयोग से उनके जीवनसाथी और परिवार का जीवन हमेशा के लिए बदल गया।

जीवनसाथी की प्रेरणा

प्रसिद्ध भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी श्रद्धा जोशी शर्मा की कहानी उनके संघर्ष को बताती है। उन्होंने अपने करियर के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है और समाज के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। उनके संघर्ष से लेकर उनकी सेवाओं तक की यात्रा एक प्रेरणा स्त्रोत बन गई है, जो युवाओं के लिए आदर्श है। श्रद्धा ने अपने प्रारंभिक शिक्षा के बाद सिविल सेवाओं में शामिल होने का सपना देखा और इसे हासिल करने के लिए उन्होंने बड़ी मेहनत की, उनकी सफलता का सबसे बड़ा राज उनके उत्तराखंड के गांव से शुरू होकर दिल्ली और महाराष्ट्र तक पहुंचने में है।

उन्होंने अपने करियर में महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी हैं और उन्हें समर्पित व्यक्ति के रूप में माना जाता है। उनका काम और समर्पण उन्हें समाज की सेवा करने के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण बनाता है। श्रद्धा जोशी शर्मा ने 2005 में सफलता प्राप्त की और पीसीएस परीक्षाओं की पास करने के बाद नैनीताल में उप-कलेक्टर के पद पर नियुक्ति प्राप्त की। इस सफलता के बाद उन्होंने 2007 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में एआईआर 121 प्राप्त किया और भारतीय राजस्व सेवा आईआरएस के 2007 बैच के सदस्य बन गईं। श्रद्धा ने यूपीएससी की तैयारी के दिनों में मनोज कुमार शर्मा को पढ़ाया भी था। वह हमेशा उनकी प्रेरणा बनकर रहीं। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। हालांकि श्रद्धा ने मनोज से अपनी भावनाएं छुपाकर रखी, ताकि वह पढ़ाई से अपना ध्यान न भटकाएं। मनोज के आईपीएस बनने के एक वर्ष बाद दोनों ने शादी कर ली। श्रद्धा और मनोज को एक बेटा और एक बेटी है। इन दिनों महाराष्ट्र में नियुक्त हैं। आज श्रïद्धा कई महिलाओं की प्रेरणा हैं। मनोज की तुलना में श्रद्धा एक संपन्न घर से थीं इसके बावजूद उन्होंने मनोज के रूप में एक ऐसे जीवनसाथी का चुनाव किया जो ईमानदार है। श्रद्धा जोशी की अनूठी प्रेम कहानी उनके पति मनोज कुमार शर्मा, जो 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, के साथ है। यह जोड़ा 5 दिसंबर, 2005 को शादी के बंधन में बंध गया। इस संघर्ष भरे सफर में उनकी प्रेम कहानी के संबंध में श्रद्धा ने कहा, ‘हमारे अनुभव ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। उनके जीवन के ऊपर एक फिल्म भी बनी है जिसका नाम है ’12th फेल।

एक अनछुई यात्रा

Savitri Devi Jindal (businessman, politician)
Savitri Devi Jindal (businessman, politician)

एक महिला जब सफल होती है तो दो परिवारों को मजबूत करती है। कई सारे रिश्ते को जोड़े रखती है, पर महिलाओं का जीवन इतना आसान नहीं होता उनका संघर्ष पुरुषों से अलग होता है। जो महिला संघर्ष में हार नहीं वो एक सफल इतिहास रचती हैं। वह बाकी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनती है, ऐसी ही एक महिला है सावित्री जिंदल। ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन हैं, जो उन महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई हैं, अपना व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं। व्यवसायी होने के साथ वह राजनीतिज्ञ भी हैं। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा की अध्यक्ष भी रही हैं। जिंदल परिवार की कुल संपत्ति 24.5 अरब डॉलर की गणना की गई है। सावित्री देवी का जन्म असम के तिनसुकिया में हुआ था। साल 1970 में उन्होंने ओम प्रकाश जिंदल से शादी की थी। उनके साथ मिलकर उन्होंने जिंदल स्टील एंड पावर ग्रुप की स्थापना की थी।

जिंदल हरियाणा सरकार में मंत्री और हिसार निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा विधानसभा के सदस्य भी रही हैं। 2014 में हरियाणा विधानसभा के लिए हुए चुनाव में वह सीट हार गई थीं। इसी बीच उनके पति ओपी जिंदल की मृत्यु बाद बहुत टूट चुकीं थी पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। अपने पति की मेहनत से शुरू की गई कंपनी की कमान संभाली और बहुत ऊंचाई तक पहुंचाया। सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला हैं और 2016 में 16वीं सबसे अमीर भारतीय हैं। उनकी संपत्ति की मान्यता 4.0 बिलियन से अधिक है। वह दुनिया की 453वीं सबसे अमीर व्यक्ति भी रही हैं। वह दुनिया की सातवीं सबसे अमीर मां हैं और अपने पति द्वारा शुरू किए गए सार्वजनिक कार्यों में योगदान देती हैं। उन्हें 2008 में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा आचार्य तुलसी कर्तव्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

राजनीतिक जीवन में जिंदल को हरियाणा विधानसभा के लिए चुना गया था। वहां के मंत्री के रूप में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने राजस्व और आपदा प्रबंधन, समेकन, पुनर्वास और आवास राज्य मंत्री और शहरी स्थानीय निकाय और आवास राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया था। सावित्री जिंदल उन सभी महिलाओं की प्रेरणास्रोत हैं जो अपना व्यवसाय करना चाहती हैं लेकिन यह सोचकर हिम्मत नहीं कर पाती हैं कि क्या उनसे यह हो पाएगा। सावित्री का नाम उन उद्यïमी महिलाओं में शामिल है जो अपने दम पर व्यवसाय को ऊंचाई तक ले गई हैं।

उद्यमी महिलाओं की प्रेरणा

रूबी जैन के पास बैंकिंग क्षेत्र में लगभग 20 वर्षों का अनुभव है, जिसमें एचडीएफसी मर्चेंट बिजनेस के बिजनेस प्रमुख के रूप में भी कार्यकाल शामिल है। इस अवधि के दौरान उन्होंने व्यापारियों को डिजिटल क्षेत्र में प्रवेश करने के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त की। व्यापारियों को ऑनलाइन होने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था और उनको लागत की जटिलताओं के कारण दिक्कत हो रही थी। जब  रूबी जैन ने दुकानों के व्यापारियों के साथ बातचीत की, तो उन्हें एहसास हुआ कि उनकी चुनौतियों को बैंकिंग क्षेत्र या डिजिटल सेवाओं के प्रदाताओं को था।

‘व्यापारीफाई’ संस्थापक का कहना है, ‘व्यापारियों के लिए प्राथमिक बाधाओं में से एक ऑनलाइन उपस्थित न होने के कारण वॉलेट शेयर के नुकसान के बारे में उनका इनकार था। वह बताती हैं कि यह अक्सर वर्षों तक पूरी तरह से ऑफलाइन काम करने और ऑनलाइन होने की जटिलताओं के डर से उत्पन्न होती है। जैन को यह स्पष्ट हो गया कि भौतिक स्टोर वाले व्यापारियों और व्यवसायों को ऑनलाइन परिवर्तन की प्रक्रिया में सहायता की आवश्यकता है। रूबी जैन ने व्यवसायों को एक सरल और सीधी प्रक्रिया के साथ ऑनलाइन उपस्थिति स्थापित करने की दिशा में पहला कदम उठाने में मदद करने के लिए इस साल जून में ‘व्यापारीफाई की स्थापना की। व्यापारीफाई के लिए रूबी का दृष्टिकोण भारत के व्यापारी को सशक्त बनाना, साथ ही इस गतिशील सार्वभौमिक मंच की मदद से विश्व स्तर पर बातचीत करने और लोकप्रियता हासिल करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है। एचडीएफसी बैंक में रूबी के अनुभव ने उन्हें वित्तीय सेवाओं, विशेष रूप से भुगतान और कार्ड उद्योग की जटिलताओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्राप्त करने की अनुमति दी।

उनके पास उत्पाद कार्यक्रम लॉन्च, व्यवसाय संभावित मूल्यांकन, उत्पाद सेवा प्रबंधन, वितरण और बिक्री निरीक्षण, टीम प्रबंधन, अधिग्रहण रणनीति विकास, ब्रांडिंग और मार्केटिंग और ग्राहक अधिग्रहण और प्रतिधारण कार्यक्रम विकास सहित विविध कौशल हैं। उसने प्रमुख भुगतान और कार्ड उत्पादों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है, कॉर्पोरेट ग्राहकों और तीसरे पक्ष के वितरकों को प्रबंधित किया है, मैट्रिक्स संरचना के माध्यम से व्यवसाय विकास को आगे बढ़ाया है, क्रॉस-फंक्शनल टीमों के साथ सहयोग किया है और बाहरी व्यापार भागीदारों के साथ एकीकृत किया है।