भगवान विष्णु के इन प्रसिद्ध मंदिरों के करें दर्शन
हिंदू पुराणों एवं शास्त्रों में भी भगवान विष्णु की महिमा अपरंपार दिखाई गई हैं।
Vishnu Temples In India: संसार के पालनहार कहे जाने वाले भगवान विष्णु ने धरती से पापियों का विनाश करने के लिए कभी मर्यादा पुरुषोत्तम राम तो कभी भगवान कृष्ण के रूप में अवतरित हुए थे। उन्होंने धरती पर से ना जाने कितने पापियों का विनाश किया था। हिंदू पुराणों एवं शास्त्रों में भी भगवान विष्णु की महिमा अपरंपार दिखाई गई हैं। आज कलयुग में भी विष्णु भगवान के पति भक्तों की आस्था देखने को मिलती है। भक्त गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए मंदिर जरूर जाते हैं। हमारे यहां भी ऐसे कई विष्णु मंदिर मौजूद है, जिसके दर्शन मात्र से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं, जिसका दर्शन आपको जिंदगी में एक बार जरूर करना चाहिए।
रंगनाथ स्वामी मंदिर (तमिलनाडु)
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के कावेरी नदी के तट के पास भगवान श्री हरि का रंगनाथ स्वामी मंदिर मौजूद है। देश और दुनिया भर के लाखों पर्यटक हर साल भगवान विष्णु के रंगनाथ स्वरूप को देखने के लिए तमिलनाडु पहुंचते हैं। इस मंदिर की खास बात यह है कि यह गोदावरी और कावेरी नदी के बीच बना हुआ है। यहां विष्णु जी के पवित्र दिवस एकादशी पर धूम-धाम से पूजा-अर्चना की जाती है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि भगवान विष्णु के अवतार श्री राम ने लंका से लौटने के बाद यहां पूजा की थी। इसके अलावा भक्तों के बीच इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि बैकुंठ के नाम से प्रसिद्ध इस पवित्र स्थल पर कृष्ण दशमी के दिन जो भक्त कावेरी नदी में स्नान करता है, उसे 8 तीर्थ में स्नान करने के बराबर पुण्य प्राप्त होता है, इसलिए कृष्ण दशमी के दिन मंदिर में भक्तों की भीड़ होती हैं।
बद्रीनाथ धाम (उत्तराखंड)
हमारे हिंदू धर्म के चार धामों में से एक बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी के पास स्थित है। इस मंदिर के गर्भग्रह में भगवान विष्णु जी के साथ नर नारायण की मूर्ति भी स्थापित है। सुबह जैसे ही बद्रीनाथ के कपाट खुलने की सूचना मिलती है, तो यहां भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। इस मंदिर के निर्माण को लेकर कहा जाता है कि इसे आठवीं शताब्दी के आदि शंकराचार्य ने बनवाया था। मंदिर के बारे में मान्यता है कि मंदिर के कपाट बंद करते समय ज्योति जलाते हैं। यह कपाट खुलने तक जली रहती है।
गया का मंदिर
बिहार के गया जिले में फल्गु नदी के किनारे पर भगवान विष्णु के पदचिन्हों वाला मंदिर स्थित हैं। भक्तों को यहां पर भगवान श्री विष्णु के चरण चिन्ह के साक्षात दर्शन होते हैं। मान्यता है कि इस प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार इंदौर की महारानी अहिल्या बाई द्वारा कराया गया था। वैसे इस मंदिर में गैर हिंदुओ का आना मना है। यहां हर साल लोग अपने पितरों की आत्मा की मुक्ति के लिए विशेष पूजा करने के लिए देश-विदेश से पहुंचते हैं। आप भी कभी अपने परिवार के साथ इस मंदिर के दर्शन करें। यहां पर मन को बहुत शांति मिलती है।
श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के पंढरपुर नगर में श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर स्थित है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि ये मंदिर भगवान विष्णु के एक रूप विट्ठल और रुक्मिणी को समर्पित है। इस मंदिर को विठोभा मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं। इस मंदिर के पास में भीमा नदी है, जहां श्रद्धालु स्नान करते हैं। लाखों भक्त इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल आते हैं। हर साल चैत्र और माघ मास में नदी के तट के किनारे एक बड़े मेले का आयोजन होता है, जिसमें हिस्सा लेने दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं।
तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर (तिरुपति)
देश के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक तिरुपति वेंकटेश्वर मन्दिर तिरुपति के पास तिरुमाला पहाड़ी पर स्थित है। हर साल लाखों पर्यटक भगवान वेंकटेश के दर्शन हेतु इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर में आपको वास्तुकला और शिल्पकला का अनूठा उदाहरण देखने को मिलेगा। इस मंदिर को लेकर कई मान्यताएं भी है। कहा जाता है कि इस मंदिर के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
जगन्नाथ मंदिर (ओडिशा)
प्रसिद्ध विष्णु मंदिरों में जब तक जगन्नाथ मंदिर का नाम ना लिया जाए, तब तक हमारी लिस्ट अधूरी है। हिंदू धर्म के चार धामों में से एक धाम ये भी है। ये भगवान श्री जगन्नाथ जी का पावन धाम ओडिशा के पुरी शहर में स्थित है। इस मंदिर में भगवान श्री विष्णु को श्रीकृष्ण के रूप में पूजा जाता है, जिनके साथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की भी पूजा होती है। हर साल भगवान जगन्नाथ की विशाल रथयात्रा निकलती है। जिसमें लाखों भक्त शामिल होते हैं। मंदिर के ऊपर लहराने वाला झंडा उल्टी दिशा में लहराता है। ये भी मान्यता है कि इस मंदिर के ऊपर से कोई पक्षी तक नहीं उड़ सकता हैं।
द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात
भगवान विष्णु के सबसे बड़े मंदिरों में से एक गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर का भी नाम शामिल है। यह विष्णु मंदिर भगवान श्री कृष्ण के अवतार को समर्पित है। जहां हर साल लाखों पर्यटक दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने मथुरा छोड़कर द्वारका पहुंचकर अपना साम्राज्य स्थापित किया था। यहां भक्तों के बीच उन्हें द्वारकाधीश के नाम से पुकारा जाने लगा। यह हिंदू धर्म के सबसे प्राचीन और भव्य मंदिरों में शामिल है। इस मंदिर का इतिहास 2000 साल से भी अधिक पुराना है।