operation sindoor anamika sharma
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भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। साथ ही दुनियाभर को यह संदेश भी दिया कि भारत किसी भी प्रकार के आतंकी हमले को सहन नहीं करेगा।

Operation Sindoor Anamika Sharma: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के तहत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। साथ ही दुनियाभर को यह संदेश भी दिया कि भारत किसी भी प्रकार के आतंकी हमले को सहन नहीं करेगा। मात्र चार दिनों में ही भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रम से पाकिस्तान पस्त हो गया। इस जीत ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। इस दौरान देशभर में जश्न मनाया गया, शौर्य यात्राएं निकाली गईं। इसी कड़ी में प्रयागराज की बेटी और देश की सबसे कम उम्र की स्काई डाइवर अनामिका शर्मा ने अनूठे अंदाज में देश की सेना और देशवासियों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की है।

अनामिका शर्मा ने भरी उड़ान

अनामिका शर्मा ने थाईलैंड के बैंकॉक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का झंडा लेकर आसमान से 14,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई। यह कारनामा अनामिका शर्मा ने गुरुवार को भारतीय समय के अनुसार सुबह 11 बजे के करीब किया। अपने इस कारनामे से अनामिका ने सेना को अनोखे अंदाज में धन्यवाद दिया है। साथ ही देश का मान भी बढ़ाया है।

अनामिका ने पहले भी किए कारनामे

अनामिका शर्मा इससे पहले भी कई बार देश का मान बढ़ा चुकी हैं। प्रयागराज निवासी अनामिका प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से बेहद प्रभावित हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी का नेतृत्व प्रदेश के युवाओं को निरंतर प्रेरित करता है। हाल ही में संपन्न हुए महाकुंभ में भी अनामिका ने अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। उन्होंने ‘सर्व सिद्धि प्रदः कुंभ’ का ध्वज लेकर बैंकॉक के आसमान से ही संपूर्ण संसार को कुंभ में आने का निमंत्रण दिया था। अनामिका के इस उल्लेखनीय योगदान को उत्तर प्रदेश सरकार और मेला प्रशासन सहित देशभर ने उन्हें सराहा था।

राम मंदिर का फहराया ध्वज

इससे पहले जनवरी 2024 में भी संगमनगरी की 23 वर्षीय इस स्काई डाइवर ने विदेशी धरती पर राम मंदिर का ध्वज फहराते हुए अनूठे तरीके से अपनी खुशी जाहिर की थी। अनामिका ने थाईलैंड में 13,000 फीट की ऊंचाई से राम मंदिर के ध्वज के साथ स्काई डाइव कर अपनी आस्था और खुशी को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था। गौरतलब है कि थाईलैंड वही देश है जो हनुमानजी को अपना रक्षक मानता है।

स्काई डाइविंग में रचा इतिहास

यूनाइटेड स्टेट पैराशूट एसोसिएशन (यूएसपीए) का सी कैटेगरी का स्काई डाइविंग लाइसेंस प्राप्त कर चुकीं अनामिका ने इसके पहले रोडियो स्काईडाइव जंप कर भी इतिहास रचा था। उन्होंने थाईलैंड के रेयांग शहर में आसमान से 13,000 फीट की ऊंचाई से ‘जय श्रीराम’ के जयकारे के साथ छलांग लगाई थी। इस दौरान उनके हाथ में राम मंदिर का ध्वज भी था।

दस साल की उम्र से स्काई डाइविंग

अनामिका बचपन से ही स्काई डाइविंग करने का सपना देखने लगी थी। उन्होंने मात्र दस साल की उम्र से ही स्काई डाइविंग करना शुरू कर दी थी। अब तक वह 300 से ज्यादा बार स्काई डाइव कर चुकी हैं। स्काई डाइविंग का यह अद्भुत हुनर अनामिका ने अपने पिता अजय शर्मा से सीखा है। उनके पिता भारतीय वायुसेना से सेवानिवृत्त जूनियर वारंट ऑफिसर, प्रशिक्षित कमांडो और एक पेशेवर स्काई डाइवर हैं। अजय शर्मा अब तक 650 से ज्यादा बार स्काई डाइविंग कर चुके हैं। ऐसे में साफ है कि स्काई डाइविंग का जुनून और हुनर दोनों अनामिका को विरासत में मिला है।

यह खिताब पाना है सपना

अनामिका भारत की अकेली महिला स्काई डाइविंग प्रशिक्षक के स्काई डाइवर खिताब को पाना चाहती हैं। अपने लक्ष्य को पाने के लिए वह निरंतर प्रयास कर रही हैं।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...