लॉन्ग टर्म निवेश के बारे में समझें

निवेश से कमाई करने के लिए आपमें धेर्य होना ज़रूरी है यानी कि निवेश के बाद लंबे समय के लिए उसको भूल जाएं।

Investment Tips: आजकल हर कोई अपने पैसे को निवेश कर बेहतर रिटर्न पाना चाहता है। लेकिन, इसके लिए उन्हें समझ नहीं आता है कि निवेश किस तरह, कहाँ और कितने समय के लिए करें। खासतौर, पर नए निवेशकों के साथ यह परेशानी रहती है। जल्दी पैसा कमाने के लालच में निवेश को कम समय के लिए करते हैं। यहाँ तक कि लोग फटाफट कमाई करने के लिए कई बार इंट्रा-डे ट्रेडिंग भी कर रहे हैं लेकिन इसमें उन्हें फायदे की जगह कई बार भारी नुकसान हो जाता है। निवेश से कमाई करने के लिए आपमें धेर्य होना ज़रूरी है यानी कि निवेश के बाद लंबे समय के लिए उसको भूल जाएं। अगर आप अपने पैसे को सोच समझकर लंबे समय के लिए निवेश करते हैं तो इससे आपको ये फायदे मिलेंगे।

लंबा समय, ज्यादा रिटर्न

मार्केट में निवेश कम्पाउंडिंग पर आधारित है, और यही आपके बेहतर रिटर्न का  रहस्य है। इसमें आप जितना अधिक समय तक निवेश करेंगे, उतनी ही अधिक कमाई कर सकेंगे। अगर आप सही शेयर का चुनाव करके उसमें लंबे समय के लिए निवेश करें और अपनी पूंजी को उस कंपनी की ग्रोथ के साथ-साथ बढ़ने का मौका दें, तो आपका निवेश वेल्थ क्रिएशन का बेहतर जरिया साबित हो सकता है।

बॉय एंड होल्ड

अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और अगर उसको कुछ दिनों में नुकसान होता है, तो ऐसे में आप वो शेयर तुरंत नहीं बेचें, बल्कि उनको होल्ड करके रखें चाहें, तो कम दाम में उसके और शेयर भी खरीद सकते हैं। मार्केट मे उत्तार-चढ़ाव होता रहता है इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बस, आपको निवेश करते समय सही कंपनी का चयन करना है। इसके लिए आप चाहें तो किसी अच्छे वित्तीय सलाहकार से सलाह ले सकते हैं।

कम अस्थिरता

जब भी हम निवेश करते हैं तो हमें बाज़ार की अस्थिरता का डर लगा रहता है यानी समय के साथ कीमतें बदलती हैं। एक निवेश की कीमत अधिक या जितनी बात ऊपर-नीचे होती है, उसमें अस्थिरता उतनी ही अधिक होती है। उच्च अस्थिरता वाले निवेश में जोखिम का उच्च स्तर होता है। लंबे समय के लिए किए गए निवेश, कम अवधि के लिए किए गए निवेश की तुलना में कम अस्थिरता का प्रदर्शन करते हैं। जितना अधिक समय आप निवेश में रहेंगे, उतनी ही बाजार की गिरावट की अवधि को पार करने की संभावना होगी।

आयकर में छूट

लंबी अवधि के निवेश के अन्य कारणों में पूंजीगत लाभ पर कर लाभ शामिल है। दीर्घकालिक दरों पर आपके आयकर ब्रैकेट में निचले दरों पर कर लगाया जाता है, जबकि अल्पकालिक लाभ पर नियमित आय के तौर पर कर लगाया जाता है। दीर्घकालिक निवेश आपको अतिरिक्त लागतों से भी बचाता है जैसे लेनदेन लागत, जो सक्रिय ट्रेडिंग में चार्ज की जाती है।

अगर आप भी निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो शार्ट टर्म की जगह लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें और फिर कमाएं मोटा मुनाफा।

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