International Day of Charity: दुनिया के अधिकांश अरबपति कमाई के मामले में जितने आगे हैं, उतने ही आगे वे दान के मामले में भी हैं। ये अरबपति अपनी लाखों करोड़ों की संपत्तियां दान कर चुके हैं और ये सिलसिला आज भी जारी है। चलिए 5 सितंबर यानी इंटरनेशनल डे ऑफ चैरिटी पर हम जानते हैं भारत के ऐसे ही धनकुबेरों के बारे में जिन्होेंने इतनी राशि दान की है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे।
ये हैं सदी के सबसे बड़े दानवीर

दुनिया के सबसे बड़े दानवीरों की जब बात आती है तो हमारे जहन में अक्सर बिल गेट्स, वॉरेन बफे, मुकेश अंबानी, अजीम प्रेमजी जैसे नाम ही आते हैं। लेकिन आप गलत हैं। दरअसल, दुनिया के सबसे बड़े दानवीर हैं टाटा ग्रुप के संस्थापक जमशेदजी टाटा। जी हां, पिछले 100 साल में जमशेदजी टाटा ने करीब 102 अरब डॉलर यानी करीब साढ़े सात लाख करोड़ रुपये का दान किया। इतना ही नहीं साल 2021 में आई हुरुन रिसर्च पोर्ट और एडलगिव फाउंडेशन की रिपोर्ट में महान दानवीरों की लिस्ट में जमशेदजी टाटा पहले नंबर पर हैं। उनकी इस विरासत को अब रतन टाटा निभा रहे हैं।
शिव नादर

जानी मानी टेक कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के संस्थापक शिव नादर भी महा दानियों की लिस्ट में शामिल हैं। हमेशा से ही लो प्रोफाइल रहने वाले शिव नादर ने साल 2022 में प्रति दिन करीब 3 करोड़ रुपए दान किए, जो साल के अंत तक करीब 1,161 करोड़ रुपये का वार्षिक दान था। जिसके कारण एडलगिव हुरुन इंडिया ने परोपकार सूची में उन्हें ‘भारत का सबसे उदार’ खिताब दिया।
अजीम प्रेमजी

विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी दान के मामले में हमेशा आगे रहते हैं। साल 2019-20 में अजीम प्रेमजी ने करीब 22 करोड़ रुपये प्रतिदिन यानी करीब 7904 करोड़ रुपये का दान किए। वहीं साल 2022-21 में उन्होंने करीब 9713 करोड़ रुपये दान किया। साल 2022 में उन्होंने कुल 484 करोड़ रुपये का दान किया। कोरोना महामारी के समय अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, विप्रो और विप्रो एंटरप्राइजेज लोगों की बड़ी मददगार बनी और उन्होंने इस दौरान करीब 1125 करोड़ रुपए दान किए थे।
मुकेश अंबानी

रिलायंस ग्रुप के अध्यक्ष मुकेश अंबानी की रिलायंस फाउंडेशन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े कार्य कर रही है। अंबानी ने साल 2022 में करीब 411 करोड़ रुपए चैरिटी वर्क में लगाए। कोरोना के दौरान रिलायंस फाउंडेशन ने लोगों की भरपूर मदद की। फाउंडेशन ने प्रतिदिन करीब 1,000 टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया और 1 लाख से अधिक रोगियों के लिए इन्हें निशुल्क उपलब्ध करवाया। इतना ही नहीं कोविड से मुकाबले के लिए दो हजार बैड वाले हॉस्पिटल का निर्माण भी करवाया। फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और जरूरतमंदों को 8.5 करोड़ से अधिक मुफ्त भोजन वितरित किए गए।
कुमार मंगलम बिड़ला

देश के जाने माने बिजनेसमैन आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला भी दान के मामले में काफी आगे हैं। साल 2022 में बिड़ला ने करीब 242 करोड़ रुपये के दान किए। देशभर के करीब सात हजार गांवों में काम करने वाले आदित्य बिड़ला समूह ने करीब नौ लाख लोगों की सेहत, शिक्षा और सामाजिक सुधार के लिए मदद की।
गौतम अडानी

फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने साल 2022 में करीब 190 करोड़ रुपए परोपकार के कार्यों के लिए दान किए। इतना ही नहीं अडानी फाउंडेशन ने कोविड के समय राहत कार्यों में 122 करोड़ रुपए भी दान किए थे।
अनिल अग्रवाल

वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के संस्थापक और अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बीते साल दान के क्षेत्र में अपना योगदान करीब 27 प्रतिशत तक बढ़ाया। उन्होंने साल 2022 में करीब 165 करोड़ रुपए दान दिए।
नंदन नीलेकणि

इन्फोसिस के सह संस्थापक और गैर-कार्यकारी अध्यक्ष नंदन नीलेकणि दान के मामले में भारतीयों की लिस्ट में नौवें नंबर पर आते हैं। साल 2022 में उन्होंने 159 करोड़ रुपए दान किए। हाल ही में नीलेकणि ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे को 315 करोड़ रुपये दान किए हैं।