बच्चों की ब्लैकमेलिंग से डरें नहीं

पेरेंट्स परेशान होकर उनकी बात मानते जाते हैं, लेकिन यह सही नहीं है। एक जिम्मेदार पैरेंट होने के नाते आपका यह फ़र्ज़ है कि आप बच्चे की इस आदत को दूर करने के तरीके निकालें।

Parenting Tips: बचपन में अपनी बात मनवाने के लिए हर बच्चा रोना-धोना और नखरे दिखाता है। अक्सर पेरेंट्स बच्चों की हर जिद पूरी भी कर देते हैं, लेकिन कई बार बच्चों की ये आदत उम्र बढ़ने के साथ भी बनी रहती है। वो अपनी बात मनवाने के लिए तरह तरह के मैनीपुलेशन करते हैं। यहाँ तक की वो झूठ भी बोल सकते हैं और पेरेंट्स को इमोशनल ब्लैकमेल भी करते हैं। अक्सर पेरेंट्स परेशान होकर उनकी बात मानते जाते हैं, लेकिन यह सही नहीं है। एक जिम्मेदार पैरेंट होने के नाते आपका यह फर्ज़ है कि आप बच्चे की इस आदत को दूर करने के तरीके निकालें।

घर के नियम तय करें

बचपन से ही बच्चे को सही तरह का व्यवहार करना सिखाएं। बच्‍चे के सामने कुछ नियम और निर्देश बनाएं। उन्‍हें लिखकर किसी दीवार पर लगा दें। याद रखें नियम मुश्किल नहीं होने चाहिए। सिर्फ बच्चा ही नहीं परिवार के सभी सदस्‍य इन नियमों को फॉलो करें। इन नियमों से आपका बच्‍चा जिम्‍मेदार बनेगा और ज़िद करना कम करेगा।

अच्छी बॉन्डिंग हो

बच्चा आपको ब्लैकमेल नहीं करे इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि बच्चे के साथ आपकी बॉन्डिंग मजबूत हो। घर के छोटे-छोटे निर्णयों जैसे खाने में क्‍या बनाना है, वीकेंड पर क्‍या करना है, में उन्हें शामिल करें। फैमिली के साथ मिलकर कुछ मजेदार एक्टिविटीज करें। इससे बच्‍चा खुश रहेगा उसको अपनी अहमियत पता चलेगी और फिर उसको बातों-बातों पर मेनिपुलेट करने की जरूरत ही नहीं पढ़ेगी।

रोल मॉडल बनें

बच्चे अपने पेरेंट्स को ही अपना रोल मॉडल मानते हैं और वो उनके जैसा ही काम करने की कोशिश करते हैं। इसलिए बच्चों से जिस तरीके का व्यवहार आप चाहते हैं खुद भी वैसा ही करें। इससे उन्हें भी अच्छे काम करने की प्रेरणा मिलेगी। आप भी उनके सामने कभी जूठ नहीं बोलें।

गोल सेट करें

अगर बच्चा किसी बात के लिए जिद करता है और आप वो कर सकते हैं तो उसको तुरंत हां या ना नहीं कहें बल्कि उसके लिए गोल सेट करें। मान लीजिये बच्चा किसी खिलौने या गेम के लिए जिद कर रहा है तो उसके लिए एक सप्ताह में कोई काम पूरा करने का लक्ष्य तय करें और उसे पूरा करने के बाद ही उसकी मांग को पूरा करें।

बच्चों को समय दें

बच्चों के ब्लैकमेल करने के पीछे एक बड़ा कारण है कि वो खुद को अकेला फील करते हैं। ऐसे वर्किंग पेरेंट्स जो अपने बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं अक्सर उनके बच्चे इस तरह का व्यवहार करते हैं। इसलिए बच्चों में ब्लैकमेल करने की आदत को दूर करने के लिए बच्चों को समय दें। उनकी बातों और जरूरतों को समझने का प्रयास करें। उनके साथ मिलकर वीकेंड में कुछ एक्टिविटीज करें। डिनर साथ में करें और सप्ताह में एक दिन कहीं घूमने जाएं।

आप भी अपने बच्चे की ब्लैकमेल करने की आदत से मुक्ति पाने के लिए हमारे बताये ये तरीके जरूर अपनाकर देखें।

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