शास्त्र और धर्मग्रन्थ ना सिर्फ हमें धर्म और अध्यात्म के मार्ग पर ले जाते हैं, बल्कि ये व्यवहारिक रूप से भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं। शास्त्रों में कहीं गई बातें मानवीय जीवन के लिए बेहद कल्याणकारी है और ये हमारे सामाजिक जीवन के साथ दैनिक जीवन के लिए भी बेहद उपयोगी हैं। खास बात ये है कि सदियों पहले शास्त्रों में वर्णित गूढ़ ज्ञान आज के समय में भी उतनी ही उपयुक्त हैं, जितनी कि प्राचीन काल में। शास्त्रों में लिखी गई ऐसी ही उपयोगी बात से आज हम आपका परिचय कराने जा रहे हैं। दरअसल, शास्त्रों में सुबह के वक्त कुछ बातों की मनाही की गई है। असल में सुबह का वक्त काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, ऐसे में सुबह के वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि…
आलस ना करें

सुबह का हर एक पल आपके लिए कीमती होता है, इसलिए सुबह के वक्त भूलकर भी आलस ना करें।शास्त्रों के अनुसार सुबह सूर्योद्य से पहले उठना चाहिए और नियत समय पर अपने सारे काम पूरे कर लेने चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं और आलस करते हैं, तो इसका असर आपके पूरे दिन पर पड़ता है और आप दूसरे कार्यों के लिए देर हो जाते हैं।
वाद-विवाद ना करें

सुबह के साथ एक नए दिन की शुरूआत होती है, इसलिए ये शुरूआत बेहतर होनी चाहिए। ऐसे में सुबह के समय किसी से भी वाद-विवाद से बचना चाहिए। क्योंकि अगर आप किसी से कलह करते हैं तो इसका प्रभाव आपके मानसिक स्थिति पर पड़ता है और आपका पूरा दिन खराब हो सकता है।
मन में गलत विचार ना लाएं

सुबह के वक्त मन में अच्छे विचार लाने चाहिए, भूलकर भी इस वक्त मन में किसी तरह का गलत विचार नहीं रखना चाहिए। मन-वचन से कोई हिंसा कर्म में संलिप्त नहीं होना चाहिए।
शारीरिक सम्बंधो से रहें दूर

शास्त्रों में सुबह के वक्त में शारीरिक सम्बंधो की मनाही है, क्योंकि ये समय स्नान-ध्यान और पूजा कर्म के लिए होता है। इसलिए सुबह के वक्त शारीरिक सम्बंधो से भी बचें।
धूम्रपान और मांस मदिरा का सेवन ना करें

वैसे तो शास्त्रों में धूम्रपान और मांस मदिरा का सेवन निषेध ही है, पर खास तौर पर सुबह के वक्त में धूम्रपान और मांस मदिरा और किसी तरह के व्यसन से बचने की बात कही गई है। क्योंकि इसका प्रभाव आपके मानसिक और शारीरिक स्थिति पर पड़ता है, जिससे आपका पूरा दिन गलत तरह से प्रभावित हो सकता है। इसलिए धूम्रपान और मांस मदिरा का सेवन ना करें।
