Rin Mukteshwar Mahadev
Rin Mukteshwar Mahadev

Overview: उज्जैन के इस त्रेतायुगीन मंदिर में मिलता है कर्ज से मुक्ति का वरदान

उज्जैन का ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर कर्ज, संकट और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति का पवित्र धाम माना जाता है। वटवृक्ष के तने में स्थित यह अनोखा मंदिर त्रेतायुग से जुड़ा है। यहां की पीली पूजा, मंत्र जाप और शिव आराधना भक्तों को मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक उन्नति का आशीर्वाद प्रदान करती है।

Rin Mukteshwar Mahadev: उज्जैन, महाकालेश्वर की नगरी, सदियों से शिवभक्तों की आस्था का केंद्र रही है। यहां हर एक स्थान पुरानी कहानियों, चमत्कारों और दिव्य अनुभवों से भरा हुआ है। इन्हीं पवित्र स्थानों में से एक है, ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर। जहां भक्त विश्वास के साथ आते हैं कि उनके जीवन से कर्ज, संकट और आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी। इस मंदिर से जुड़ी कथाएं और परम्पराएं इतनी प्राचीन हैं कि उनका संबंध सीधे त्रेतायुग तक पहुंचता है।

ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर

यह अनोखा मंदिर शिप्रा नदी के शांत तट पर, वाल्मीकि धाम क्षेत्र में स्थित है। इसकी विशेषता है कि यह एक विशाल वटवृक्ष के तने में बना हुआ मंदिर है। ऐसा दृश्य जो कहीं और देखने को नहीं मिलता। मंदिर में भगवान शिव के साथ माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं, जो इसे संपूर्ण शिव परिवार का शक्तिपीठ बना देती हैं।

यहां हर शनिवार और मंगलवार को विशेष पूजा की जाती है, जिसे ‘पीली पूजा’ कहा जाता है। इस अनुष्ठान में भक्त पीले वस्त्र में चना दाल, हल्दी और गुड़ बांधकर शिवलिंग को समर्पित करते हैं। माना जाता है कि यह पूजा आर्थिक संकटों से मुक्ति दिलाने का सबसे प्रभावी साधन है।

Rin Mukteshwar Mahadev
Rin Mukteshwar Mahadev Temple

त्रेतायुग से जुड़ी पवित्र कथा

मंदिर की महिमा केवल आस्था नहीं, बल्कि पुराणों में वर्णित घटनाओं पर आधारित है। मान्यता है कि यह मंदिर त्रेतायुग के समय का है और लाखों वर्षों से श्रद्धालुओं को कर्ज से मुक्ति प्रदान कर रहा है।

कथा के अनुसार, राजा हरिश्चंद्र, जो अपने सत्य और धर्म के लिए प्रसिद्ध थे, एक समय भारी कर्ज में डूब गए थे। उन्होंने ऋषि विश्वामित्र को दान देने का वचन तो दिया था, लेकिन उसे पूरा करने में असमर्थ थे। तब वे इस स्थान पर आए और भगवान शिव की कठोर साधना की। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और उन्हें कर्ज से मुक्ति का आशीर्वाद दिया। साथ ही यह वरदान भी दिया, “जो भी भक्त यहां श्रद्धा से दर्शन करेगा और पूजा-अर्चना करेगा, वह ऋण-बंधन से मुक्त होगा।”

कर्ज से मुक्ति के लिए श्रद्धा का केंद्र

उज्जैन के आचार्य और साधु-संत अक्सर यह बताते हैं कि जो लोग व्यापार, नौकरी या किसी भी कारण से कर्ज में डूब जाते हैं, उन्हें यहां आकर भगवान शिव की आराधना अवश्य करनी चाहिए। इस मंदिर को सिर्फ आराधना का स्थल नहीं, बल्कि मन की शांति और भीतर के संतुलन का अद्भुत केंद्र माना जाता है। यहां का दिव्य वातावरण भक्तों के मन में भक्ति, भरोसे और सकारात्मक सोच की नई रोशनी जगाता है, जिससे जीवन में स्थिरता और ऊर्जा बढ़ती है।

पीली पूजा: कष्टों से मुक्ति का विशेष अनुष्ठान

शनिवार को होने वाली पीली पूजा इस मंदिर की सबसे खास और प्रमुख परंपराओं में से एक मानी जाती है। इस पूजा में पीली दाल. पीली हल्दी, पीले फूल, गुड़ और पीला कपड़ा। इन सभी वस्तुओं को बांधकर भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि पीला रंग सौभाग्य, समृद्धि और मानसिक शांति का प्रतीक है। इसी कारण यह पूजा आर्थिक बाधाओं के निवारण में अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।

कई श्रद्धालु बताते हैं कि इस पूजा के बाद उनके कर्ज हल्के होते जाते हैं, अवसर मिलने लगते हैं और जीवन की दिशा बदलने लगती है।

महाकाल दर्शन के बाद ऋणमुक्तेश्वर की पूजा

उज्जैन आने वाले भक्त पहले महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करते हैं और उसके बाद ऋण मुक्तेश्वर महादेव के दर्शन करते हैं। इसे उज्जैन यात्रा का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। यह माना जाता है कि महाकाल का आशीर्वाद आत्मिक शक्ति देता है और ऋण मुक्तेश्वर महादेव का आशीर्वाद आर्थिक और सांसारिक संकटों को दूर कर देता है।

मंत्र जाप का दिव्य महत्व

भक्त यहां एक विशेष मंत्र का जाप भी करते हैं, “ॐ ऋणमुक्तेश्वर महादेवाय नमः”. यह मंत्र कर्ज, मानसिक बोझ और आर्थिक रुकावटों को दूर करने वाला माना जाता है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...