घर में गणेश प्रतिमा लाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान: Ganesh Idol Puja Tips
इस दिन भगवान गणेश की पूजा सच्ची श्रद्धा के साथ करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है।
Ganesh Idol Puja Tips: गणेश चतुर्थी का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। यह हर साल 10 दिनों तक धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व भगवान गणेश के जन्म का प्रतीक है, जिसका इंतजार सभी भक्त बेसब्री के साथ करते हैं। इस दिन भगवान गणेश की पूजा सच्ची श्रद्धा के साथ करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है। वहीं, इस दिन से जुड़े कुछ पूजा के नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन बेहद जरूरी है।
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इस दिन से शुरू होगा गणेश महोत्सव
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर, 2024 दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर गणेश चतुर्थी 7 सितंबर दिन शनिवार को शुरू होगी और इसका समापन 17 सितंबर, 2024 दिन मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा।
प्रतिमा की दिशा

भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करने से पहले दिशा के बारे में जानने बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए अगर आप बप्पा की प्रतिमा को स्थापित करने का सोच रहे हैं, तो हमेशा ईशान कोण दिशा का ही चुनाव करें। साथ ही बप्पा का मुख हमेशा उत्तम दिशा की ओर होना चाहिए। इसके अलावा आप पश्चिम दिशा में बप्पा की प्रतिमा को स्थापित कर सकते हैं।
बप्पा की प्रतिमा का करें सही चुनाव
वास्तु शास्त्र में बप्पा की प्रतिमा को बिना मूषक के न स्थापित करें। गणेश जी की प्रतिमा लेते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उनके हाथों में मोचक और मूषक का होना बेहद महत्वपूर्ण है। बिना मूषक के पूजा अधूरी मानी जाती है।
प्रतिमा का रंग

अपनी इच्छा के अनुसार घर में आप बप्पा की किसी भी रंग की प्रतिमा लेकर आ सकत हैं। विशेष रूप से सफेद और सिंदूरी रंग की प्रतिमा घर में लाना सबसे उत्तम माना जाता है। ऐसी प्रतिमा को घर में स्थापित करने से सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही सौभाग्य में भी वृद्धि होती है।
पूजा की विधि
गणेश प्रतिमा को स्थापित करने के बाद, शुद्ध गंगाजल छिड़कें, और प्रतिमा पर अक्षत अर्पित करें। भगवान गणेश के साथ-साथ रिद्धि और सिद्धि की भी स्थापना करना ना भूलें. प्रतिमा के दाएं ओर एक कलश में जल भरकर रखें। फिर हाथ में फूल और अक्षत लेकर भगवान गणेश की पूजा करें।
भोग और आराधना

पूजा के दौरान भगवान गणेश को फल, फूल, और मिठाई का भोग लगाएं। खास ध्यान दें कि गणेशजी को मोदक विशेष प्रिय है, इसलिए भोग में मोदक अवश्य शामिल करें। अंत में, भगवान गणेश के अमोघ मंत्र का जाप करें और फिर आरती करके पूजा संपन्न करें।
