Dementia Symptoms: पिछले कुछ सालों में डिमेंशिया दुनियाभर में एक नया खतरनाक रोग बनकर उभरा है। दुनियाभर के लगभग 55 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार भारत में करीब 8.8 मिलियन लोग डिमेंशिया से ग्रसित हैं, इनमें से अधिकांश की उम्र 60 साल से ज्यादा है। भारत में पुरुषों के मुकाबले में महिलाएं इस रोग से ज्यादा प्रभावित हैं। डिमेंशिया एक मानसिक बीमारी है, जिसमें आपके दिमाग की क्षमताएं और स्मृति लगातार कम होती रहती हैं। इसे पहचान कर उसका सही समय पर उपचार लेना जरूरी है।
समय पर इलाज जरूरी

डिमेंशिया अल्जाइमर रोग का सबसे आम रूप है। इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे इस बीमारी का पूर्ण उपचार अभी तक नहीं मिल पाया है। हालांकि समय पर इलाज लेकर इसका 50 से 75 प्रतिशत तक प्रभाव कम किया जा सकता है। डॉक्टर्स के अनुसार शॉपिंग के दौरान दिखने वाले कुछ लक्षणों से भी इस बीमारी का अंदाजा लगाया जा सकता है। जैसे खरीदारी के बाद दुकानदार को रुपए देने या लेने में या फिर हिसाब करने में परेशानी महसूस होना भी इस रोग का एक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा कई और संकेत हैं जो इस बीमारी की ओर इशारा करते हैं।
1. शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस

डिमेंशिया का शुरुआती लक्षण है शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस। जैसे कि घर की चाबियां रखकर भूल जाना, सुबह ब्रेकफास्ट में क्या खाया है ये भूल जाना जैसे कई संकेत डिमेंशिया के लक्षण हो सकते हैं। अगर शॉपिंग के दौरान आप यह भूल रहे हैं कि आपने अपनी कार्ट में क्या सामान लिया है, क्या नहीं तो यह भी डिमेंशिया का लक्षण है।
2. मूड स्विंग्स
अगर आपका मूड बहुत जल्दी जल्दी बदलता है तो यह भी डिमेंशिया का संकेत हो सकता है। मूड में बिना कारण के ये बदलाव अक्सर परिवार के सदस्य समझ नहीं पाते, लेकिन ये डिमेंशिया के शुरुआती लक्षणों में से एक है। क्योंकि इस बीमारी के कारण ही शख्स अपने व्यवहार पर कंट्रोल नहीं कर पाता। उसके सोचने की शक्ति कम हो जाती है। वह उदास रहने लग जाता है। अगर शॉपिंग के दौरान अचानक बिना बात के शख्स के व्यवहार में ये परिवर्तन आ रहा है तो ये संकेत अच्छे नहीं हैं।
3. रुचि की कमी
डिमेंशिया का एक अन्य शुरुआती संकेत है प्रतिदिन की गतिविधियों और शौक में अचानक से कमी आना। या फिर उसे पहले की तरह एंजॉय न करना। अधिकांश महिलाओं की एक कॉमन हॉबी होती है वो है शॉपिंग। अगर आपको इसमें भी मजा नहीं आ रहा है तो यह भी डिमेंशिया का संकेत हो सकता है।
4. दिशा का बोध खोना
क्या आप भी सुपरमार्केट में एक ही लेन में अनजाने में कई बार चक्कर काट रहे होते हैं। अगर हां, तो आपको संभलने की जरूरत है। क्योंकि डिमेंशिया के कारण भी दिशाओं का बोध खोने लगता है। आपको याद ही नहीं रहता कि आप कौन से रास्ते पर पहले जा चुके हैं और ऐसे में अक्सर खो जाते हैं और एक ही जगह के चक्कर काट लेते हैं।
5. छोटे-छोटे फैसलों में परेशानी
डिमेंशिया से पीड़ित लोगों के लिए बहुत आसान काम भी बहुत कठिन हो जाते हैं। वे जल्दी से फैसला ही नहीं ले पाते कि उन्हें क्या लेना है, क्या नहीं। उन्हें फैसला लेने में काफी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। कई बार वे बहुत हड़बड़ी में फैसला लेने लगते हैं। दोनों ही लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है।
