Eco-friendly Kaimoi village promoting sustainability and community harmony.
A green model of Arunachal's responsible rural tourism initiative.

Summary : अरुणाचल प्रदेश का कैमोई गांव की सबसे ख़ास ख़ास बात

यह गाँव इस साल 'सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार' जीतकर पूरे देश का ध्यान आकर्षित कर चुका है। यह पुरस्कार केवल सम्मान नहीं बल्कि गांव की सामूहिक इच्छाशक्ति का प्रतीक भी है जो अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रेरणा बन रहा है।

Sustainable koimoi Village: अरुणाचल प्रदेश का कैमोई गांव इस साल ‘सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार’ जीतकर पूरे देश का ध्यान आकर्षित कर चुका है। हरियाली और शांति से भरा यह गांव अतीत की उग्रवाद की चुनौतियों को पार कर सामुदायिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण पर्यटन के माध्यम से एक अनूठा मॉडल पेश कर रहा है। वांचो जनजाति की परंपराएं, जैव-विविधता से भरे जंगल और समावेशी ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य के साथ सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करती हैं।

Eco-friendly Kaimoi village promoting sustainability and community harmony.
A green model of Arunachal’s responsible rural tourism initiative.

कैमोई गांव ने पर्यावरण संरक्षण को पर्यटन का मूल आधार बनाया है। 2023 में लागू अरुणाचल प्रदेश पेयजल संरक्षण अधिनियम के तहत ग्राम सभा ने जल स्रोत क्षेत्रों की रक्षा के लिए ऐतिहासिक संकल्प पारित किया। गांववासी प्लास्टिक मुक्त अभियान चला रहे हैं और वनीकरण के जरिए जंगलों को समृद्ध कर रहे हैं। इन प्रयासों से जैव-विविधता को बढ़ावा मिला है, और पर्यटक जिम्मेदार यात्रा का अनुभव करते हैं। पक्षी दर्शन, प्रकृति पदयात्राएं और अन्य गतिविधियां बिना पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचाए आयोजित की जाती हैं। परिणामस्वरूप, कैमोई जल संकट मुक्त और हरा-भरा स्वर्ग बन गया है।

कैमोई में वांचो समुदाय की प्राचीन परंपराएं जीवित हैं। वार नृत्य, बांस की हस्तशिल्प कलाकृतियां और स्थानीय त्योहार पर्यटन को सांस्कृतिक अनुभव में बदलते हैं। महिलाएं सांस्कृतिक समूहों के माध्यम से त्योहारों और लोककथाओं को जीवंत रखती हैं, जबकि युवा पीढ़ी मौखिक कथाओं और रीति-रिवाजों को संरक्षित कर रही है। गांव की सांस्कृतिक समितियां पर्यटकों के लिए कार्यशालाएं आयोजित करती हैं, जहां बांस बुनाई, पारंपरिक संगीत और स्थानीय व्यंजनों का अनुभव किया जा सकता है। यह सांस्कृतिक संरक्षण आर्थिक सशक्तिकरण का भी माध्यम है, जिससे ग्रामीण पर्यटन वैश्विक स्तर पर पहचान बना रहा है।

Eco-friendly Kaimoi village promoting sustainability and community harmony.
A green model of Arunachal’s responsible rural tourism initiative.

ग्राम पंचायत प्रमुख के नेतृत्व में सामुदायिक भागीदारी यहां की सफलता की कुंजी है। ग्राम सभा ने पर्यटन समितियां, महिला समूह और युवा संघ गठित किए हैं, जो निर्णय प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुँचते हैं और महिलाओं को होमस्टे प्रबंधन, मार्गदर्शन और उद्यम में अग्रणी बनाया गया है। इस सामूहिक दृष्टिकोण ने गांव को आत्मनिर्भर बनाया है, जहाँ पर्यटन राजस्व शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश होता है।

कैमोई गाँव अपने यहाँ आने वाले पर्यटकों को पारंपरिक होमस्टे, स्थानीय व्यंजन, बर्ड वॉचिंग ट्रेल्स, हेरिटेज वॉक और स्वच्छता अभियान जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। साहसिक गतिविधियों से लेकर शांतिपूर्ण ध्यान तक, यह गांव पर्यटकों को सिर्फ देखने का नहीं बल्कि स्थानीय जीवन से जुड़ने का अवसर देता है।

Sustainable Growth Inspires Change, Equality, and Local Prosperity
Sustainable Growth Inspires Change, Equality, and Local Prosperity

पुरस्कार ने कैमोई को उन्नति की नई राह दी है। महिलाओं को काम और प्रशिक्षण मिला जिससे स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार आया, सामाजिक समानता बढ़ी। पर्यटन आगे बढ़ने के लिए एक सेतु बन गया है जो यह दिखाता है कि कैसे छोटा सा प्रयास ग्रामीण विकास, गरीबी हटाने और सामाजिक न्याय को बढ़ावा दे सकता है और अरुणाचल प्रदेश की छवि को गढ़ता है।

कैमोई का यह अनुभव ग्रामीण भारत के लिए प्रेरणा है जहां सामूहिक प्रयास, सांस्कृतिक संरक्षण और पर्यावरणीय जिम्मेदारी मिलकर एक छोटे गांव को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमका सकते हैं।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...