Mind Training and Exercise
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Schemes for Women in Budget 2025: आज महिलाएँ हर क्षेत्र में अपने आपको साबित कर रही हैं। चाहें घर सँभालने की बात हो या कारोबार वो हर क्षेत्र में बेहतर प्रबंधक साबित होती हैं। इसके बाद भी आज भारत की कुल वर्किंग फ़ोर्स में महिलाओं की भागीदारी कम है। इसकी एक वजह उनके पास आर्थिक संसाधनों की कमी है। अगर वो ख़ुद अपना कुछ व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं तो घर से उनको हमेशा सपोर्ट नहीं मिल पाता है। हालाँकि, आज महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए सरकार की तरफ़ से इतनी सारी सुविधाएँ दी जा रही हैं जिनका लाभ उठाकर वो ख़ुद को बहुत आगे तक ले जा सकती हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि महिलाएँ किन योजनाओं का लाभ लेकर ख़ुद को आर्थिक सक्षम और संपन्न बना सकती हैं।  

2 करोड़ टर्म लोन

Saving money from household expenses
Saving money from household expenses

फर्स्ट टाइम एंटरप्रेन्योर यानी पहली बार अगर आप अपना बिज़नेस शुरू करने जा रही हैं तो आपको 5 साल में 2 करोड़ रुपए का टर्म लोन मिल सकता है। यह लोन इसलिए दिया जा रहा है जिससे महिलाएँ अपना व्यवसाय स्थापित कर सकें। इसे एससी-एसटी वर्ग की 5 लाख महिलाएँ लाभान्वित हो सकती हैं। इसमें बिजनेस को आगे बढ़ाने और मैनेजिरियल स्किल्स विकसित करने के लिए वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा।

मुद्रा लोन

सरकार की मुद्रा लोन का लाभ लेकर भी महिलाएँ अपना व्यवसाय स्थापित कर सकती हैं। इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को 10 लाख रुपए तक की लोन राशि प्रदान की जाती है। महिलाओं को ब्याज में भी छूट दी जा रही है। इसके तहत किसी तरह की गारंटी की आवश्यकता नहीं होती है।

महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट योजना

अधिकतर महिलायें सुरक्षित निवेश में यक़ीन रखती हैं। इसलिए वो अभी भी बैंक को ही ज्यादा महत्व देती हैं। इसलिए सरकार की  महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट योजना में महिलाओं को एफ़डी पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है। इस योजना के तहत 18 साल से अधिक उम्र की कोई भी युवती या महिला अपना अकाउंट किसी भी पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकती है। कुछ बैंक जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया भी अपने यहाँ खाता खुलवाने की अनुमति दे रही है।

ये योजनाएँ भी हैं काम की

  • छोटे और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) और बड़े उद्योगों के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग मिशन स्थापित किया जाएगा। 
  • लोन गारंटी ‘कवर’ को दोगुना करके 20 करोड़ रुपये किया जाएगा।
  • गारंटी शुल्क को घटाकर एक प्रतिशत किया जाएगा। 
  • पोषण के महत्व को समझते हुए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 स्कीम की भी शुरुआत की जाएगी। इस योजना के तहत 8 करोड़ बच्चों और 1 करोड़ गर्भवती महिलाओं और 20 लाख किशोरियों को पोषण सुविधाएं मिलेंगी।

वर्कफोर्स में महिलाओं की स्थिति

  • कुल वर्कफोर्स में महिलाओं की भागीदारी लगभग 32 फ़ीसदी है। वित्त मंत्री ने महिलाओं की 70 फ़ीसदी हिस्सेदारी बढ़ाने पर ज़ोर दिया है।
  • कॉर्पोरेट सेक्टर में सीनियर पोजिशन पर 186,000 लोगों में केवल 34,879 महिलाएं हैं।
  • बैंकिंग सेक्टर में काम करने वाले 13.20 लाख टोटल लोगों में 4.41 लाख महिलाएं हैं।
  • कंपनियों में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पोजिशन पर 19 लाख पुरुष और 7,62,000 महिलाएं हैं।

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...