Summary : मुरादाबाद की सबसे अहम और ख़ास बात
दिल्ली और लखनऊ के बीच स्थित यह शहर रोड ट्रिप के लिए भी बेहद सुविधाजनक है। यहाँ का मौसम इतना सौम्य और अनुकूल रहता है कि सभी आराम से घूम सकते हैं।
Moradabad Travel Spots: मुरादाबाद अपनी पीतल कला के लिए जाना जाता है। लेकिन इस शहर की पहचान सिर्फ़ ब्रासवर्क तक सीमित नहीं है। सर्दियों के मौसम में मुरादाबाद अपनी ऐतिहासिक हवेलियों, शांत पार्कों, धार्मिक स्थलों और स्थानीय संस्कृति के साथ यात्रियों को एक सुखद और संतुलित अनुभव देता है। दिल्ली और लखनऊ के बीच स्थित यह शहर रोड ट्रिप के लिए भी बेहद सुविधाजनक है। यहाँ का मौसम इतना सौम्य और अनुकूल रहता है कि परिवार, कपल्स या सोलो ट्रैवलर्स सभी आराम से घूम सकते हैं। मुरादाबाद में पुराने दौर की महक, नई सड़कों की रफ़्तार और स्थानीय बाज़ार की जीवंतता का अनुभव मिलता है।
रामगंगा नदी किनारा

मुरादाबाद से बहने वाली रामगंगा नदी का किनारा सर्दियों में बेहद सुंदर लगता है। नदी की ठंडी हवा, दूर तक फैला नीला आकाश और किनारे की हरियाली एक शांत और सुकूनभरा माहौल बनाते हैं। परिवार संग सुबह या शाम यहाँ टहलना यात्रा का सबसे शांत क्षण बन सकता है। लोग यहाँ बैठकर फोटोग्राफी, ध्यान और हल्की-फुल्की पिकनिक का भी आनंद लेते हैं। इस जगह पर समय बिताना हर किसी को अच्छा लगता है।
जामा मस्जिद
मुरादाबाद की जामा मस्जिद शहर की ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी स्थापत्य शैली मुगल और स्थानीय कला की बारीकियों को दर्शाती है। मस्जिद की विशाल मेहराबें, नक्काशीदार दीवारें और शांत प्रांगण यात्रियों को एक ठहराव भरा क्षण देते हैं। सर्दियों में यहाँ की हवा हल्की ठंडी और माहौल शांत रहता है, जिससे यात्रा अनुभव और भी सुखद हो जाता है।
गांधी पार्क

शहर के बीचोंबीच स्थित गांधी पार्क मुरादाबाद के सबसे लोकप्रिय पिकनिक स्थलों में से एक है। यहाँ बच्चों के खेलने के लिए बड़े मैदान, रंगीन फूलों की क्यारियाँ, साफ़-सुथरे पथवे और बैठने की व्यवस्था इसे परिवारों के लिए परफेक्ट जगह बनाते हैं। सर्दियों में यहाँ की धूप मुलायम होती है और पेड़ों की छाँव के बीच बैठकर बिताया गया समय बेहद सुहाना लगता है। जिसकी वजह से लोग यहाँ आना पसंद करते हैं।
ब्रास बाज़ार
मुरादाबाद दुनिया भर में अपने ब्रासवर्क के लिए पहचाना जाता है और इस शहर का ब्रास बाज़ार एक कला–यात्रा जैसा अनुभव देता है। यहाँ पीतल के बर्तन, लैम्प, सजावटी सामान, मूर्तियाँ और पारंपरिक कलाकारी वाली वस्तुएँ मिलती हैं। कारीगरों की मेहनत, दुकानों की चहल-पहल और धातु की चमक से भरी गलियाँ यात्रियों को शहर की आत्मा से जोड़ देती हैं। यह जगह फोटोग्राफी, लोक-कला की समझ और शॉपिंग, तीनों के लिए उपयुक्त है।
पाकबाड़ और करीमपुर गाँव

मुरादाबाद के पास स्थित पाकबाड़ और करीमपुर गाँव स्थानीय हस्तशिल्प और ग्रामीण जीवन के अनुभव के लिए अत्यंत रोचक स्थल हैं। यहाँ के कारीगर आज भी पारंपरिक तरीकों से पीतल, लकड़ी और टेराकोटा का काम करते हैं। इन गाँवों में घूमते हुए यात्रियों को कला, मेहनत और लोक- संस्कृति की जीवंतता देखने को मिलती है। सर्दियों में गाँवों की गलियाँ, सुबह की धूप और पेड़ों की धीमी सरसराहट कमाल का अनुभव देती हैं।
मुरादाबाद सिर्फ़ एक इंडस्ट्रियल शहर नहीं बल्कि इतिहास, प्रकृति, कला और स्थानीय जीवन से भरी एक सुंदर यात्रा का ठिकाना है। सर्दियों में यहाँ की सैर और भी दिलकश हो जाती है। इसलिए अगली बार जब घूमने की योजना बने, मुरादाबाद को ज़रूर अपनी लिस्ट में शामिल करें।
