Hindi Funny Story: ऑफिस की भागदौड़ में दिन कैसे गुजर जाता है, पता ही नहीं चलता। उस दिन भी मैं अपनी सीट पर बैठी थी, काम में डूबी हुई। तभी मेरी कलिग ने मैसेज किया, ‘अरे, आज फिर बॉस की वही घिसी-पिटी स्पीच सुननी पड़ेगी! उफ, कोई मुझे बचा लो! मैंने झट से रिह्रश्वलाई किया, ‘हां यार! ऐसा लगता अपने बॉस मोटिवेशनल स्पीकर बनने के सपने देख रहे हैं। लेकिन उनकी बातें सुनकर तो नींद आ जाती है!
और बस, भेजने के बाद मेरी आत्मा तक कांप गई… मैंने वो कलिग को नहीं, बल्कि मेरे ऑफिस ग्रुप में भेज दिया था, जिसमें बॉस भी थे! अब हालत ये थी कि दिल धक-धक करने लगा, हाथ कांपने लगे और आंखें स्क्रीन पर चिपक गईं।
देखते ही देखते, दो नीली टिक आ गई। बॉस ने मैसेज पढ़ लिया था! इतने में बॉस का रिह्रश्वलाई आया, ‘शुक्रिया, अब अगली स्पीच में तुम्हारी नींद भगाने के लिए कुछ नया जोड़ूंगा! पूरा ऑफिस मेरी तरफ देखकर मुस्कुरा रहा था और मैं? हाय, मैं शरम से लाल हुई!
