जब मस्ती पड़ गई भारी
Jab Masti Padd Gayi Bhari

Funny Story: हमारे जीवन में कई बार ऐसी हास्यास्पद घटनाऐं घट जाती है जो सालों बाद भी याद आने पर गुदगुदा जाती है।
   घटना उन दिनों की है जब मेरी शादी हुए कुछ महीने ही हुए थे और मैं थोड़ा मस्ती के मूड में ही रहती थी
    उस दिन मैं 15 दिन बाद मायके में रह कर ससुराल पहुँच रही थी। पिया मिलन की जल्दी भी थी। मैं अपने छोटे भाई के साथ ससुराल पहुँची। बाहर ही मम्मीजी-पापाजी व भाभी मिले। कहने लगे बहु! भैया को बिठाओ, चाय नाश्ता करवाओ हम मंदिर में दर्शन करके थोड़ी देर में घर पहुँचते हैं।
   हम घर के अन्दर पहुँचे तो पतिदेव को सोफे पर बैठे देखा, मैंने भाई से चुप रहने का इशारा किया और जाकर पीछे से उनकी आँखों पर अपना हाथ रखा और बड़े प्यार से बोली बताओ तो मैं कौन हूँ तभी सामने से मेरे पति की आवाज आई अरे संजू तुम दोनों भाई-बहन कब आए ??
   मैंने पतिदेव अपने सामने  खड़ा देखा तो चौंक कर मैंने अपना हाथ पीछे लिया और भैया को सोफे पर बैठा देखा।
    हे!!भगवान मैं कहीं कुछ और कर बैठती तो!!… यह सोचकर ही मैं शर्म से लाल हो गई और यह तीनों ठहाके लगाकर हँसने लगे।
    दरअसल मेरे पति और उनके बड़े भाई की कद काठी मिलती-जुलती सी है और मैं थोड़ी जल्दबाजी में थी।
आज भी यह घटना याद कर मैं शर्म से लाल हो जाती हूँ।

यह भी देखे-देखकर नहीं चल सकते