pink eye problems
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Overview:

लोग वायरल कंजंक्टिवाइटिस यानी आंखों के वायरल संक्रमण को पहचान नहीं पाते हैं। क्योंकि इन दिनों सभी का स्क्रीन टाइम ज्यादा है। साथ ही प्रदूषण भी काफी बढ़ गया है, जिससे लोगों को आंखों की समस्याएं होती हैं। लेकिन वायरल कंजंक्टिवाइटिस थोड़ा अलग है।

Pink Eye Problems: लगातार बढ़ते स्क्रीन टाइम और प्रदूषण के कारण आंखों की समस्याएं होना इन दिनों काफी कॉमन है। लेकिन क्या पिछले कुछ दिनों से आपको यह परेशानी ज्यादा हो रही है, आंखें लगातार लाल-गुलाबी रहती हैं और उनमें से पानी आता रहता है तो हो सकता है कि आप वायरल और एलर्जिक आई इंफेक्शन से पीड़ित हो गए हैं। वैसे तो हर बदलता मौसम अपने साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है, जिसमें वायरल बहुत ही कॉमन है। लेकिन इस बार वायरल अपने साथ आंखों की गंभीर समस्या भी ला रहा है। डॉक्टर्स इसे वायरल का नया स्ट्रेन मान रहे हैं। इस स्ट्रेन को काफी संक्रामक बताया जा रहा है। जिससे लोगों को गंभीर आई इंफेक्शन हो रहा है। अगर आप समय पर इस पर ध्यान नहीं देते तो यह समस्या काफी बढ़ भी सकती है।

पहचानें वायरल कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण

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बड़ी समस्या यह है कि लोग वायरल कंजंक्टिवाइटिस यानी आंखों के वायरल संक्रमण को पहचान नहीं पाते हैं। क्योंकि इन दिनों सभी का स्क्रीन टाइम ज्यादा है। साथ ही प्रदूषण भी काफी बढ़ गया है, जिससे लोगों को आंखों की समस्याएं होती हैं। लेकिन वायरल कंजंक्टिवाइटिस थोड़ा अलग है। वायरल कंजंक्टिवाइटिस में आंखें लाल-गुलाबी होने लगती हैं, उनमें लगातार खुजली आती है, सूजन आने लगती है, आंखों में किरकिरापन महसूस होता है और लगातार पानी निकलने लगता है। दिल्ली जैसे ज्यादा प्रदूषण वाले शहरों में रहने वाले लोगों को यह समस्या ज्यादा हो रही है। आमतौर पर ऐसा संक्रमण बदलते मौसम के साथ बढ़ता है, लेकिन इस बार स​र्दी के मौसम में ही इसके मामले सामने आने लगे हैं। दिसंबर और जनवरी के सर्दी भरे मौसम में भी लोग इस संक्रमण से पीड़ित हो रहे थे। इसका मुख्य कारण ‘एडेनोवायरस’ माना जा रहा है। डॉक्टर्स के अनुसार एडेनोवायरस का नया प्रकार ज्यादा संक्रामक है। यह बहुत तेजी से फैलता है। इसके कारण मरीजों में निचली पलक के फोर्निक्स में झिल्लीदार संरचना भी दिख रही है। अगर आप भी ऐसी समस्या से पीड़ित हैं तो आपको ट्रीटमेंट की जरूरत है। संक्रमित शख्स के संपर्क में आने से या संक्रमित सतह को छूने से भी यह इंफेक्शन आपको प्रभावित कर सकता है।

इतने दिनों में ठीक हो सकता है यह संक्रमण

वायरल कंजंक्टिवाइटिस आमतौर पर तीन से सात दिन में अपने आप ठीक हो जाता है। इस संक्रमण को दूर करने के लिए आप कुछ आसान उपाय अपना सकते हैं। जैसे-ठंडा सेंक, सूजनरोधी आई ड्रॉप्स, आंखें धोना आदि फायदेमंद रहेगा। अपने हाथों को बार-बार वॉश करें और इन्हें आंखों में न लगाएं। इंफेक्शन में घर से बाहर निकलने से बचें। बेडशीट और तकिए के कवर नियमित रूप से बदलें। टीवी के रिमोट, मोबाइल फोन आदि को डिसइंफेक्टेड करना न भूलें। इससे आंखों की रेडनेस और सूजन दोनों में ही आपको आराम मिलेगा। आप एंटी-एलर्जिक दवाओं का सेवन भी कर सकते हैं। हालांकि अगर आपको समस्या ज्यादा है तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें। डॉक्टर्स का कहना है कि साफ सफाई का ध्यान रखकर आप इस इंफेक्शन से बच सकते हैं। साथ ही दूसरों को भी संक्रमण से दूर रख सकते हैं।

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...