बहुमूत्र

बहुमूत्र में प्यास बार-बार लगती है। प्यास की तीव्रता में कमी लाने के लिये 1 गिलास पानी में शहद तथा कागजी नींबू को मिलाकर पीना चाहिए। पानी में नींबू का रस और नमक मिलाकर पीना चाहिए।

गुड़ एवं पिसी हुई अजवाइन समान मात्रा में मिलाकर लेने से बहुमूत्र में लाभ होता है।

जामुन की गुठली और बहेड़े के छिलके का समान भाग चूर्ण प्रतिदिन शाम को जल से लेने से बहुमूत्र ठीक होता है।

बहुमूत्रता में तीन आंवलों का रस निकालकर सुबह-शाम पियें। एक सप्ताह में आराम होगा।