इस समय लोगों की सबसे बड़ी समस्या है तनाव। ज़्यादातर हर एक व्यक्ति इससे जूझता रहता है कोई कम तो कोई ज्यादा। पढ़ाई और काम का बढ़ता प्रैशर, अनियमित जीवनशैली, पारिवारिक कलह और भी बहुत सारी वजहें हैं स्ट्रैस के पैदा होने की। इस समस्या को दूर करने का सबसे बढ़िया उपाय है योग। योग में ऐसे कुछ आसन हैं जो शरीर और मन की थकान और तनाव को दूर करके उन्हें तनाव मुक्त और रिलेक्सिंग बनाते है। आइये जानते हैं इन आसनों के बारे में –
 
1.गरुड़ासन
दोनों पैरों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाएँ। बाएँ घुटने को हल्का सा मोड़ते हुए दाईं जांघ को बाएँ जांघ के उपर क्रॉस करते हुए रखें। फिर दायें पंजे से बाएँ पैर की पिंडलियों को लॉक कर लें। ऐसे ही हाथों को भी क्रॉस करके लॉक कर लें।

 

अपने हाथों के अँगूठों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए 10 सेकंड इसी अवस्था में रुकने की कोशिश करें। फिर ऐसा ही दूसरी तरफ से भी करें। इसके अभ्यास से एकाग्रता तथा संतुलन बढ़ता है जो तनाव को दूर करने में मदद करता है। साथ ही कंधों, पैरों और कमर की थकान और अकड़न को दूर करता है जिससे बॉडी में एक नई ऊर्जा महसूस होने लगती है। 
 
2.पाद हस्तासन 
दोनों पैर मिलाकर सीधे खड़े हो जाएँ। दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाकर श्वास लें। फिर श्वास छोड़ते हुए धीरे- धीरे कमर से आगे की तरफ नीचे झुकें। अपने हाथों से जमीन को छूने की कोशिश करनी है। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहें। इस तरह से 5-10 बार करना है।

इस अभ्यास को करने से ब्लड का फ्लो सिर की तरफ आता है जिससे मस्तिष्क को उचित मात्रा में ऑक्सिजन मिलती है जो तनाव को कम करता है। इसके साथ ही यह पीठ और कमर की अकड़न दूर करता है जिससे शरीर भी रिलेक्स होता है।   

 
3.बालासन 
घुटनों के बल बैठते हुए अपने हिप्स को दोनों ऐडियों के मध्य रखें। आगे की ओर झुकते हुए माथे को जमीन से छूने की कोशिश करें। इस समय छाती जांघों को स्पर्श करने लगेगी।

हथेलियों को ऊपर की ओर रखते हुए हाथों को आरामदायक स्थिति में पंजों के बराबर में रखें। 5 ब्रीथ तक इसी अवस्था में रुकें। यह आसन का सीधा प्रभाव नर्वस सिस्टम पर पड़ता है जो दिमाग को शांत तथा रिलेक्स करता है और स्ट्रैस को दूर करता है।

 
4.भ्रामरी प्राणायाम 
कमर -गर्दन सीधी रखते हुए बैठ जाएँ। हाथों के अंगूठे से अपने कानों को बंद करें तथा बाकी उँगलियों से आँखों को हल्के हाथों से बंद करें। लंबी गहरी श्वास लें, फिर श्वास छोड़ते हुए भौरे के गुंजन जैसी आवाज निकालें।

 

इस अभ्यास को 5-10 बार लगातार करें। इस प्राणायाम से हमारे मस्तिष्क में कंपन होने लगता है, जिसका प्रभाव हमारे नर्वस सिस्टम पर पड़ता है जो तनाव को दूर करके दिमाग शांत करता है।
 
5.ओम उच्चारण
अपनी रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए आँखें बंद करके बैठें। दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें। धीरे- धीरे लंबी गहरी श्वास लें, श्वास को छोड़ते हुए ओम का उच्चारण करते हुए मस्तिष्क में उत्पन्न कंपन को महसूस करना है।
इस तरह से लगातार 5-10 बार ओम का उच्चारण करना है। अभ्यास होने पर धीरे- धीरे इसे बढ़ाकर अपनी क्षमतानुसार कर सकते हैं।