क्या स्मृति ईरानी पॉलिटिक्स छोड़ रही हैं
क्यूंकि सास भी कभी बहू थी के बाद क्या स्मृति ईरानी का पॉलिटिकल करियर खत्म हो जाएगा
Smriti Irani to Quit Politics: स्मृति ईरानी किसी पहचान की मोहताज नहीं है। लंबे समय तक टीवी पर राज करने बाद उन्होंने राजनीति में भी खूब नाम कमाया। हाल ही में स्मृति ने छोटे पर्दे पर वापसी की है। स्मृति अपने आईकॉनिक शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सीजन 2 में एक बार फिर तुलसी का किरदार निभा रही हैं। टीवी पर लौटते ही स्मृति को लेकर चारों ओर बस यही चर्चा हो रही है कि क्या उन्होंने पॉलिटिक्स को अलविदा कह दिया है। लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं कि स्मृति ईरानी अब सिर्फ अपने एक्टिंग करियर पर ही फोकस करेंगी।
हालांकि इस तरह की बातों का खंडन करते हुए स्मृति ने कहा है कि उनकी राजनीतिक पारी अभी खत्म नहीं हुई है। एक वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में स्मृति ने अपने पॉलिटिकल करियर और एक्टिंग करियर से जुड़ी कई दिलचस्प बातें शेयर की है।
फुल टाइम पॉलीटिशियन हैं स्मृति

अपने इंटरव्यू में स्मृति ने बताया कि वह एक फुल टाइम पॉलिटिशियन हैं और वे अपने दोनों करियर को एक साथ मैनेज करेंगी। स्मृति का कहना है कि यह बात समझना उतना आसान नहीं है। आपको बता दें कि साल 2011 से 2024 तक स्मृति भाजपा सांसद रही हैं। जिस तरह स्मृति बीजेपी का एक जाना माना चेहरा हैं ठीक उसी तरह टेलीविजन पर भी तुलसी बनकर वे लोगों के दिलों पर राज करती हैं।
क्योंकि सास भी कभी बहू थी है साइड प्रोजेक्ट
स्मृति ने एक्टिंग को अपना पार्ट टाइम करियर बताया। उनका कहना है कि क्योंकि सास भी कभी बहू थी एक साइड प्रोजेक्ट हैं। स्मृति कहती हैं कि वे इस बात को स्वीकार करती हैं कि वे इस शो का सबसे चर्चित चेहरा हैं लेकिन यह शो पूरी टीम का है। कुछ लोग जहां शो की आलोचना कर रहे हैं वहीं स्मृति का मानना है कि 25 साल पहले ही क्योंकि में मैरिटल रेप जैसे गंभीर मुद्दों पर बात की गई थी। वे कहती हैं कि लोगों की आलोचनाओं का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
17 साल बाद किया धमकेदार कम बैक
टीवी पर 17 साल बाद अपनी वापसी को लेकर स्मृति काफी खुश हैं। उनका मानना है कि टीवी के साथ राजनीति में भी उन्होंने सफलता हासिल की है। इसमें कहीं न कहीं उनके भाग्य ने भी उनका साथ दिया है। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में स्मृति ईरानी तुलसी वीरानी का रोल प्ले कर रहीं हैं। शो ने एक नई कहानी के साथ दोबारा वापसी की है।
टूट सकते हैं टीआरपी के सारे रिकॉर्ड
बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले बनी ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ 25 साल पहले भी हिट शो रहा था। ऐसे में इसके नए सीजन से भी दर्शकों को काफी उम्मीदें हैं। कहा जा रहा है कि यह शो इस बार टीआरपी के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा। खासतौर पर रूपाली गांगुली के अनुपमा से इसकी तुलना की जा रही है। अनुपमा लंबे समय से टीआरपी की लिस्ट में नंबर वन बना हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि क्योंकि के आने से इसकी टीआरपी घटेगी।
