Cannes 2024: पिछले कुछ दिनों से कांस फिल्म फेस्टिवल लगातार चर्चा में बना हुआ है। इस बार भारतीयों ने जमकर फिल्म फेस्टिवल में अपना जलवा दिखाया है। इस बार कांस महिलाओं के नाम रहा है और कई महिलाओं ने अपना जलवा फेस्टिवल में दिखाया है। इसी बीच एक भारतीय महिला ऐसी भी हैं जो बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड जीतने वाली पहले इंडियन एक्ट्रेस बन चुकी है। जी हां अनसूया सेन गुप्ता को इस फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड जीतने वाली पहली इंडियन एक्ट्रेस होने का दर्जा मिला है और बेस्ट फिल्म की बात करें तो पायल कपाड़िया ने चार चांद लगा दिए हैं तो चलिए जानते हैं इन महिलाओं के बारे में।
अनसूया ने जीता बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड
बॉलीवुड एक्ट्रेस अनसूया सेनगुप्ता देश की चहेती कलाकार बन चुकी हैं। दरअसल उन्होंने फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड जीता है और बॉलीवुड के सितारे उन्हें जमकर बधाइयां देते हुए दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दें कि एक समय ऐसा था जब वह एक्ट्रेस नहीं पत्रकार बनना चाहती थी लेकिन जिंदगी को कुछ और ही मंजूर था।
इस फिल्म के लिए मिला अवार्ड
अनसूया सेन गुप्ता को अपनी फिल्म शेमलेस में की गई बेहतरीन ऐक्टिंग के लिए इस अवॉर्ड से नवाजा गया है। 25 में को फिल्म फेस्टिवल के आखिरी दिन भारत को दो अवार्ड मिले हैं। अनसूया यह अवार्ड जीतने वाली पहली महिला बनी और उन्होंने इस पर खुशी जाहिर की है। एक्ट्रेस ने बताया कि जब उनकी फिल्म नॉमिनेट हुई थी तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ था। एक्ट्रेस ने कहा कि मैं लड़खड़ाते हुए उन सितारों के साथ जाकर खड़ी हुई जिनकी मैं तारीफ करती हूं और उनसे सीखना चाहती हूं। एक्ट्रेस को अवार्ड मिलने के बाद अर्जुन कपूर, रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, कियारा आडवाणी समेत कई सारे सितारों ने उन्हें बधाई दी है।
जानें कौन है अनसूया सेनगुप्ता
जब से अनसूया ने अवार्ड अपने नाम किया है और कोई जानना चाहता है कि आखिरकार वह कौन हैं। आपको बता दें कि वह कोलकाता से ताल्लुक रखती हैं और अपनी पढ़ाई उन्होंने जादवपुर यूनिवर्सिटी से पूरी की है। उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। अपनी बेहतरीन ऐक्टिंग के जरिए उन्होंने देशभर में नाम कमाया है लेकिन एक समय उनका सपना पत्रकार बनने का था। कुछ समय उन्होंने थिएटर में काम किया इसके बाद वह बंगाली म्यूजिक फिल्म मेडली बंगाली में नजर आई थी।
एक्ट्रेस को किस्मत का काफी साथ मिला और उन्होंने खुद बताया कि द शेमलेस इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इस फिल्म के लिए डायरेक्टर ने उन्हें मैसेज किया था जिसके बाद उन्होंने ऑडिशन दिया और वह सेलेक्ट हो गई।
पायल कपाड़िया ने बनाया इतिहास
पायल कपाड़िया एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने फिल्म फेस्टिवल में अपना नाम रोशन किया है और इतिहास बनाया है। उनकी बनाई गई फिल्म ‘आल वी इमेजिन एस लाइट’ को ग्रांड प्रिक्स अवार्ड मिला है। इस अवार्ड को जीतने वाली पायल पहली भारतीय बनी हैं। इस मंच पर लगभग तीन दशक बाद किसी भारतीय फिल्म को यह अवार्ड मिला है। पायल की इस उपलब्धि ने बॉलीवुड का दिल खुश कर दिया है और बड़े बड़े कलाकार उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।
कौन हैं पायल कपाड़िया
पायल कपाड़िया का जन्म मुंबई में हुआ और स्कूलिंग आंध्र प्रदेश में हुई। इसके बाद सेंट जेवियर्स कॉलेज मुंबई से इकॉनामिक्स में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और सोफिया कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद पायल ने पुणे के एफटीआईआई में दाखिला लिया। पायल ने करियर की शुरुआत एक शॉर्ट फिल्म से की थी। उनकी पहली फिल्म Watermelon, Fish & Half Ghost थी। पायल की डॉक्युमेंट्री A Night Of Knowing Nothing को कान्स 2021 में The Golden Eye पुरस्कार मिला था।
