ऐसी बहुत सी शख्सियत हैं, जिन्होंने संगीत की दुनिया में खूब नाम कमाया। अनगिनत फैन बनाए। कई यादगार गाने बनाए और संगीत की दुनिया में एक तरह से अमर ही हो गए। उनके गानों और म्यूजिक के लिए उन्हें ताउम्र याद किया जाता रहेगा। लेकिन खूब सफलता देखने के बाद इन्हीं शख्सियतों ने एक्टिंग की दुनिया को अपना बना लिया। कमाल ये हुआ कि उन्होंने यहां भी झंडे ही गाड़े। ये ऐसे सितारे हैं, जो अपने टैलेंट के दम पर इंडस्ट्री के अहम हिस्सा बने हुए है। सिर्फ हिस्सा ही नहीं हैं बल्कि मानोरंजन जगत में इनका योगदान हमेशा ही याद किया जाता रहेगा। इन लोगों से एक मुलाकात तो बनती ही हैं। ये सभी प्रेरित भी खूब करते हैं। चलिए इनको जान लेते हैं-
दिलजीत दोसांज-

पंजाब से ताल्लुक रखने वाले दिलजीत जाना-माना चेहरा बनने से पहले ही अपने राज्य में स्टार बन चुके थे। उनकी गायकी के फैन बहुत थे। वो सिंगर के तौर पर पहचान बना चुके थे। लेकिन फिर उनको एक्टिंग के कीड़े ने काटा और वो चल पड़े अभिनेता बनने। साल 2011 में पंजाबी फिल्म ‘द लायन ऑफ पंजाब’ से उन्होंने डेब्यू कर ही लिया। इसके बाद बॉलीवुड में भी डेब्यू का मौका मिला फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ से। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग की तारीफ तो हुई ही, उनका गाया एक गाना ‘एक कुड़ी’ काफी पसंद किया गया। तब से वो सफलता के समुंदर में आराम से तैर रहे हैं।
शेखर रवजियानी-

म्यूसिक कंपोजर विशाल-शेखर की जोड़ी वाले शेखर रवजियानी ने अपने जोड़ीदार के साथ मिलकर कई ऐसे गाने लिखे, जिन्होंने चार्टबूस्टर पर टॉप किया। जहनसीब और बैंग-बैंग फिल्म का मेहरबान गाना इन्हीं की देन हैं। लेकिन इन्होंने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया हुआ है। शेखर ने करीब 21 साल पहले 1999 में आई फिल्म ‘प्यार में कभी-कभी’ से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। आखिरी बार उन्हें 2016 में आई फिल्म नीरजा में अभिनेत्री सोनम कपूर के साथ देखा गया था।
विशाल ददलानी-

शिखर के जोड़ीदार विशाल ददलानी भी एक्टिंग में हाथ आजमा चुके हैं। लेकिन इन्होंने बहुत छोटे और कॉमिक रोल ही किए हैं। विशाल को फिल्म तीस मार खान के गाने ‘शीला की जवानी’ में देखा गया था। इसके आलवा उन्होंने फरहा खान की फिल्म ‘हेप्पी न्यू ईयर’ में भी कम किया था।
किशोर कुमार-

आज के जमाने के उन सितारों में किशोर कुमार सबसे आगे हैं, जिन्होंने संगीत के बाद एक्टिंग को चुना। किशोर कुमार को चलती का नाम गाड़ी, हाफ टिकट, पड़ोसन आदि फिल्मों में एक्टिंग के लिए जाना जाता है। लेकिन इसके साथ ही उन्हें कई गानों जैसे ‘एक लड़की भीगी भागी सी’, ‘कोई हमदम न रहा’, ‘नीले-नीले अंबर पर’, ‘फूलों का तारों का’ और ‘तेरे जैसा यार कहां’ आदि के लिए भी कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
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