भारतीय सिनेमा के एक्शन डॉयेरेक्टर वीरू देवगन के बेटे का जन्म 2 अप्रैल 1969 को हुआ था। इनकी बॉलीबुड डेब्यू फिल्म थी ‘फूल और कांटे’ इस फिल्म के बाद जो सिलसिला बना वो बनता ही चला गया। अजय ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने मेहनत के दम पर भारतीय सिनेमा में अपनी एक अलग मुकम्मल पहचान बनाई।

सफर बहुत खूबसूरत है

इंडस्ट्री में 30 सालों का लंबा सफर, 100 फिल्में एक कामयाब इंसान को और क्या चाहिए? और सबसे बड़ी बात अपने करियर के इस लंबे दौर में अजय ने हर वो फिल्म की जो एक अभिनेता की चाह होती है। पुलिस, क्रिमनल, देश के लिए जान लुटाने वाला सच्चा देशभक्त, प्यार में डूबा एक सच्चा आशिक हो या कॉमेडी, कोई भी ऐसा जोनर नहीं जिसे अजय ने छुआ ना हो।  अपने दमदार अभिनय से उन्होनें हर एक किरदार को जीवंत बना  दिया है। उनकी एक के बाद एक आती सुपर हिट फिल्मों का दौर ना कभी खत्म हुआ है ना कभी खत्म होगा। अगर उनके बेहद खास फिल्मों का जिक्र किया जाये तो रामगोपाल वर्मा की ‘कंपनी’, ‘दिलजले’, ‘दिलवाले’, ‘दृश्यम’, वन्स अपोन ए टाइम इन मुम्बई, गोलमाल सीरिज, सिंघम और हाल के दिनों में ‘तानाजी’  एक लंबी गिनती है इनके फिल्मों की।

मिस्टर सीरियस को मिली चुलबुली लड़की

अगर अजय की  पर्सनल लाइफ की बात कि जाए तो वह भी कुछ कम मजेदार नहीं।
काजोल इनकी धर्मपत्नी और बॉलीबुड की एक बेहद ही कामयाब एक्ट्रेस है,  जिनका दिवाना हर कोई है। जहां अजय  स्वभाव से बिल्कुल ही शांत औऱ शर्मीले किस्म के इंसान हैं, वहीं काजोल खुले दिल की, हंसी-खुशी से रहने वाली, हर पल को जीने वाली एक बेहद ही चंचल शख्सियत। तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ये दोनों एक-दूसरे के हो कैसे गए?

प्यार का  बंधन

हालांकि शुरूआती दिनों में काजोल अजय को कुछ खास पसंद नहीं करती थीं लेकिन धीरे- धीरे फिल्मों ने ही इन दोनों को एक-दूसरे के करीब लाकर खड़ा कर दिया। इनके लवस्टोरी की शुरूआत होती है साल 1993 में फिल्म ‘हलचल’ के सेट से और फिर इनका इश्क परवान चढ़ा फिल्म ‘प्यार तो होना ही था’ (1995) के सेट पर। साल 1998 में ये दोनों कपल्स ने मीडिया से छुपकर बेहद ही रिजर्व तरीके से शादी की और तब से लेकर आज तक लगभग 21 सालों से यह शादी-शुदा फिल्मी जोड़ा साथ है। आज अजय देवगन अपनी पत्नी काजोल के साथ बेहद ही खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। इन दोनों के दो बच्चे न्यासा- देवगन और युग देवगन हैं।