Akshay Kumar Seeks Protection For His Personality Rights
Akshay Kumar Seeks Protection For His Personality Rights

Overview: फेक वीडियो और डीपफेक ट्रेंड के बीच अक्षय कुमार ने उठाया बड़ा कदम

अक्षय कुमार द्वारा ‘पर्सनैलिटी राइट्स’ की सुरक्षा की मांग एक महत्वपूर्ण और दूरगामी कदम है। यह सिर्फ उनकी व्यक्तिगत छवि की रक्षा का मामला नहीं, बल्कि हर उस कलाकार की आवाज़ है जिसकी पहचान का गलत उपयोग किया जा सकता है।

Akshay Kumar Seeks Protection For His Personality Rights : बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार अब उन सितारों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने अपनी छवि , आवाज़ और व्यक्तित्व के दुरुपयोग से बचाने के लिए कानूनी सुरक्षा की मांग की है। हाल ही में कई फेक वीडियो, विज्ञापन और सोशल मीडिया पोस्ट में अक्षय की तस्वीर और आवाज़ का गलत इस्तेमाल किया गया था, जिससे नाराज़ होकर उन्होंने अपने ‘पर्सनैलिटी राइट्स’ (Personality Rights) की सुरक्षा के लिए कदम उठाया है। डिजिटल युग में जहां तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है, वहीं इसका दुरुपयोग भी बढ़ता जा रहा है — और अक्षय का यह कदम उसी का जवाब माना जा रहा है।

पर्सनैलिटी राइट्स आखिर हैं क्या?

‘पर्सनैलिटी राइट्स’ का मतलब है कि किसी व्यक्ति का उसकी छवि, नाम, आवाज़, हावभाव और पहचान पर पूरा अधिकार हो। कोई भी कंपनी या व्यक्ति इनका उपयोग बिना अनुमति के नहीं कर सकता। यह अधिकार खास तौर पर सेलेब्रिटीज़, सार्वजनिक हस्तियों और कलाकारों के लिए बेहद अहम माने जाते हैं, ताकि उनकी छवि से किसी को अनुचित लाभ न मिल सके।

अक्षय कुमार का बड़ा फैसला

अक्षय कुमार ने यह कदम तब उठाया जब हाल के महीनों में सोशल मीडिया पर उनके नाम से फेक प्रमोशनल वीडियो और डीपफेक क्लिप्स तेजी से वायरल हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, इन वीडियो में उनकी आवाज़ और चेहरा इस तरह इस्तेमाल किए गए मानो उन्होंने किसी उत्पाद या राजनीतिक संदेश का प्रचार किया हो। यह उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने वाला था, इसलिए अक्षय ने अदालत से अपनी पहचान की सुरक्षा की गुहार लगाई।

डिजिटल युग की सबसे बड़ी चुनौती

आज के दौर में AI (Artificial Intelligence) और डीपफेक टेक्नोलॉजी ने पहचान की चोरी को बेहद आसान बना दिया है। कोई भी व्यक्ति महज कुछ मिनटों में किसी स्टार का चेहरा या आवाज़ क्लोन कर सकता है। ऐसे में सेलेब्रिटीज़ के लिए अपनी छवि की सुरक्षा पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गई है। अक्षय कुमार का यह कदम आने वाले समय में सेलेब्रिटी पर्सनैलिटी प्रोटेक्शन लॉ को लेकर गंभीर चर्चा को जन्म दे सकता है।

पहले भी उठ चुकी हैं ऐसी आवाज़ें

अक्षय से पहले कई दिग्गज कलाकार जैसे अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, अनिल कपूर और सुनील शेट्टी भी अपने पब्लिसिटी राइट्स की रक्षा के लिए अदालत का रुख कर चुके हैं। इन मामलों में कोर्ट ने माना कि किसी के नाम या चेहरे का गलत उपयोग न केवल निजता का उल्लंघन है, बल्कि यह उनकी प्रतिष्ठा और करियर पर भी असर डालता है।

कानून क्या कहता है?

भारत में अभी तक ‘पर्सनैलिटी राइट्स’ के लिए कोई अलग कानूनी प्रावधान नहीं है, लेकिन कई न्यायालयों ने इसे ‘राइट टू प्राइवेसी’ और ‘राइट टू पब्लिसिटी’ के तहत मान्यता दी है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि अक्षय का यह फैसला आने वाले समय में इस विषय पर ठोस कानून बनाने की दिशा में एक मिसाल बन सकता है।

मनोरंजन उद्योग पर प्रभाव

अक्षय कुमार के इस कदम से विज्ञापन एजेंसियों, प्रोडक्शन हाउसों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को अब ज्यादा सतर्क रहना पड़ेगा। किसी भी सितारे की तस्वीर, आवाज़ या नाम का इस्तेमाल करने से पहले लिखित अनुमति लेना अनिवार्य हो सकता है। यह बदलाव मनोरंजन उद्योग में एक नई नैतिक जिम्मेदारी को जन्म देगा।

फैंस की प्रतिक्रिया

अक्षय के इस कदम की फैंस और साथियों दोनों ने सराहना की है। कई लोगों का कहना है कि यह सिर्फ उनकी छवि की सुरक्षा नहीं बल्कि पूरे इंडस्ट्री के हित की बात है। सोशल मीडिया पर फैंस ने लिखा कि “अब वक्त आ गया है कि कलाकारों की पहचान पर उनका अधिकार सुरक्षित हो।”

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...