रंगों और उंमगों का त्योहार है होली, जो भारतवर्ष में अलग अलग जगहों पर अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। रंगों का जिक्र आते ही मन में कई तस्वीरें उभरने लगती है। मगर होली के त्यौहार का मुख्य आकर्षण है होली के रंग। रंगों के बगैर होली का त्योहार अधूरा सा लगता हैं। मगर होली के रंग कई बार इतने गहरे होते हैं कि इनके प्रभाव से त्वचा पर कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। दरअसल, होली का रंग बहुत जल्द त्वचा से हटता नहीं है और इसके दुष्प्रभाव से स्किन में रैशेस या ड्राई स्किन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। युवा और बच्चों में एक दूसरे को गुलाल सहित पक्के रंग लगाने का क्रेज रहता है। इसका स्कीन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। 

 

होली खेलते वक्त कुछ बातों का रखें खास ख्याल  

 

होली खेलने जाने से पहले त्वचा पर अच्छे से तेल या घी की मसाज कर लें। ताकि आपकी त्वचा पर दुष्प्रभाव न पड़े और रंग आपकी स्किन पर न चिपके।

 

होली के दौरान कई बार हर्बल कलर्स में भी पक्का रंग मिला दिया जाता है। आखिर में उसे निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसा रंग छुड़ाने के लिए बेसन और दही मिक्स करके लगाएं। साथ ही बेसन में तेल मिलाकर भी शरीर पर अच्छी तरह से मसाज कर सकते हैं। इससे आपका रंग आसानी से निकल जाएगा।

 

ऐलोवेरा औषधि के रूप में सबसे अधिक लोकप्रिय है। ऐलोवेरा जेल को आप सीधे फेस पर लगा सकते हैं या इसकी आइस क्यूब भी बनाकर लगा सकते हैं। लगाने के 10 मिनट बाद चेहरा धो लीजिए।

 

नीम का पत्त्यिों का उपयोग भी कई तरह से किया जाता है। इसका फेसपैक आपकी त्वचा पर रंगों से होने वाली एलर्जी से आपको बचाएगा।

 

कच्चे दूध में गुलाबजल, चंदन पाउडर, थोड़ा सा बेसन और एक चुटकी हल्दी मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे पर लगाएं। जब यह सूख जाए तो इसे ठंडे पानी से धो लें।

 

एलर्जी से बचने का सबसे अच्छा तरीका तो यह है कि अपने शरीर के खुले हिस्सों पर ज़्यादा कोल्ड क्रीम या तेल लगाएं। तेल की चिकनाई कठोर रंगों को आपकी त्वचा में गहराई से बसने नहीं देगा। ध्यान दें पूरे शरीर पर आप क्रीम या तेल ज़रूर लगाएं, नारियल तेल सबसे ज़्यादा फायदेमंद रहता है।

 

होली पर ऑल स्किन टाइप के लिए उबटन 

होली खेलने जाने से पहले आप ये खास उबटन तैयार कर लें, ताकि आप बाद में इसे चेहरे पर लगा सकें। आइए जानते हैं इस उबटन को बनाने की विधि

 

सामग्री 

 2 बड़े चम्मच संतरे के छिलके का पाउडर 

 2 बड़े चम्मच नींबू के छिलके का पाउडर 

 1 बड़ा चम्मच आटे का चोकर 

 1 बड़ा चम्मच शहद 

 1 बड़ा चम्मच दही 

 1 बड़ा चम्मच तिल का तेल 

 

विधि 

 एक बाउल में इन सभी सामग्रियों को मिक्स करें और चेहरे पर लगाएं। 

 चेहरे पर यह होममेड संतरे और नींबू के छिलके का उबटन हाथों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए लगाएं। 

 5 मिनट तक चेहरे को इस उबटन से रगड़ें और फिर चेहरे को पानी से साफ कर लें। 

 

होली में हमेशा ही आर्गेनिक कलर्स का इस्तेमाल करना अच्छा होता है। खासतौर पर कोरोना काल  में बाजार के केमिकल भरे रंगों की जगह हमेशा आर्गेनिक कलर्स या फिर घर पर बने कलर्स का ही इस्तेमाल करें। 

 

रंग की एलर्जी को ऐसे पहचानें 

होली खेलने के बाद अगर अपको छींके आना, नाक से पानी निकलना या नाक का बंद होना, आंखों का लाल होना या आंखों में खुजली होना, सांस लेने में कठिनाई होना या सीटी की आवाज आनाए त्वचा पर लाल चकत्ते पडऩा आदि समस्याएं हो रही है तो तुरंत चर्म रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।

 

बच्चों का ऐसा रखें ख्याल 

होली में बच्चों को कई बार काफी समस्या हो जाती है। ऐसे में बच्चों के फेस पर होली खेलने के आधे घंटे पहले ही एसपीएफ 30 वाली सनस्क्रीन लगा दें। इसके अलावा बॉडी और बालों की बादाम तेल से मसाज करें। 

आखों को बचाने के लिए वाटर गौग्लस पहना दें। 

पूरे हाथ के कपड़े पहनाएं। वैसे तो होली में कपड़े फट ही जाते हैं। लेकिन आप फिर भी अपनी तरफ से सावधानी बरत सकती हैं। 

पूरे दिन बच्चों को पानी पिलाते रहें जिससे की उनकी बॉडी डीहाईड्रेट ना हो। 

बच्चों को होली के लिए नैचुरल कलर्स ही दें। 

 

 

होली खेलने से पहले बालों और त्वचा पर तेल लगा लें। दरअसल, तेल से बालों और स्कैल्प पर गुड फैट की प्रोटेक्टिव लेयर बन जाती है। इससे रंग त्वचा तक नहीं पहुंच पाते हैं और तेल से सिंथेटिक डाई प्रभावहीन हो जाती है। कई ऐसे तेल हैं जो आसानी से हमारे घर में ही उपलब्ध होते हैं और आपके होली ब्यूटी केयर में शामिल हो सकते हैं। 

 

सरसों का तेल

बालों के लिए सरसों का तेल सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इस तेल में प्रोटीन समेत सेलेनियमए विटामिन बी और ओमेगा.3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो हेयर ग्रोथ और उनकी मजबूती के लिए जरूरी होता है। लेकिन यह आपके बालों को होली के रंगों से होने वाले नुकसान से भी बचाता है। इसके लिए सरसों के तेल से बालों में भी अच्छी तरह से मसाज करें। तेल बालों में और सिर की त्वचा पर बहुत अच्छी तरह लगा होना चाहिए। ताकि रंग आपके बालों को डैमेज ना कर सके। साथ ही रंग खेलने के बाद जब आप शैंपू करें तो आपके बालों का नेचुरल ऑयल और मॉइश्चराइजिंग का संतुलन बना रहे।

 

ऑलिव ऑयल

ऑलिव ऑयल में मौजूद विटामिन ई बालों को खूबसूरत बनाने में मदद करता है। इतना ही नहीं ऑलिव में पाया जाने ओलयूरोपिन नामक तत्व बालों के बढ़ने की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। यह तेल मॉइश्चराइजिंग गुणों से भरपूर होता है। यह बालों को गहराई से कंडीशन करता है। ऑलिव ऑयल में धूप से सुरक्षा के गुण भी होते हैं। इस तरह से बालों में ऑलिव ऑयल लगाने से डैमेज को कम करने में मदद मिलती है। जब डैमेज रिपेयर की बात आती है तो यह तेल आपके लिए मददगार हो सकता है। आप होली के रंगों से बालों की देखभाल करने के लिए इसे जरूर शामिल करें।

 

नारियल का तेल 

नारियल का तेल भी सरसों के तेल की तरह बालों की देखभाल के लिए बहुत अच्छा होता है। नारियल तेल में पाए जाने वाले एसेंशियल फैटी एसिड और विटामिन बालों की जड़ों के आसपास जमा होने वाले सीबम को हटाते हैं। ये बालों की हेल्दी ग्रोथ को बढ़ाने और हेल्दी रखने में भी मदद करता है। इसमें आवश्यक विटामिन्स और फैटी एसिड होते हैं जो स्कैल्प को पोषण देने में मदद करते हैं।

 

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