Wedding Varmala : मानव सभ्यता की भव्यता उसके सामाजिक तत्वों के कारण बेहद खास है। इस दुनिया में मानव को सामाजिक प्राणी कहकर संबोधित किया जाता है, क्योंकि मानव ही इस सभ्यता के सामाजिक तत्वों का निर्माता है। यूं तो इंसानों में मां, पिता, भाई, बहन, दोस्त, और ऐसे ही कई सारे रिश्ते होते हैं, लेकिन इन सभी रिश्तों में से पति पत्नी का रिश्ता काफी ज्यादा अलग होता है। एक तरफ जहां ये रिश्ता आप खुद बनाते और खुद सजाते हैं, वहीं इस रिश्ते के मायने भी काफी खास होते हैं। इस रिश्ते में एक अनजान लड़का लड़की, शादी की तमाम रस्मों को निभाते हुए पति और पत्नी में बदल जाते हैं। शादी की रस्मों से उनके बीच एक ऐसा रिश्ता बनता है, जो बहुत खास होता है।

यूं तो सभी धर्मो में शादी यानिकि अलग अलग वेडिंग की रिचुअल्स और रस्में होती हैं, लेकिन उन सभी में हिंदू धर्म की अलग अलग रस्मों में से वरमाला की रस्म बेहद खास है। आप जब भी किसी शादी को अटेंड करते होंगे तो बिना वरमाला को देखे आप वापिस नहीं आए होंगे। दरअसल वरमाला की ये खास रस्म न सिर्फ शुभता का प्रतीक है, बल्कि आज ये स्टैंडर्ड और क्लास की सूचक भी बन चुकी है। ऐसे में अगर आप भी अपनी वरमाला की रस्म को खास बनाना चाहती हैं, तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा। वरमाला फाइनल करते वक्त किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़िएगा। पर उससे पूर्व जानते हैं कि क्यों है वरमाला की रस्म जरूरी और खास।
वरमाला का महत्व

सनातन धर्म में विवाह समारोह के दौरान होने वाली सभी रस्मों में से वरमाला को एक अति महत्वपूर्ण रस्म माना जाता है। वर माला का अर्थ होता है वरण करने के लिए पहनाई जाने वाली माला। दरअसल प्राचीनकाल में जब भी किसी राजकुमारी का स्वयंवर होता था, तो वो अपने पति के वरण के लिए उसके गले में एक पुष्पहार पहनाती थी, जिसकी स्वीकृति के तौर पर वरण किया गया पुरुष भी नारी को वरमाला पहनाता था। हिंदू संस्कृति में भगवान शिव-माता पार्वती, भगवान राम-माता सीता, द्रौपदी-अर्जुन आदि सभी के विवाह में वर माला होने के साक्ष्य मिलते हैं। वरण की यह खास प्रक्रिया अत्यंत शुभ मानी जाती थी, जिस कारण से इसे कालांतर में विवाह की रस्मों में शामिल किया गया।
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वरमाला के चयन के दौरान ध्यान में रखें ये बातें

- आपकी शादी की वरमाला आपके वेडिंग अटायर और एक्सेसरीज के साथ कॉप्लीमेंट्री स्टाइल एन्हांसर होती है। ऐसे में अपनी वरमाला चूज करते वक्त खास तौर पर आपको उसके कलर और अपनी ड्रेस के कलर के कंट्रास्ट का ख्याल रखना चाहिए। अगर आप अपने ड्रेस के साथ अच्छा न लगने वाले किसी कलर की वरमाला ऑप्ट करेंगी तो ये आपके लुक को पूरी तरह बिगाड़ देगी। वेडिंग पिक्स में किसी कलर कंट्रास्ट ब्लंडर से बचने के लिए खास तौर पर उपयुक्त वरमाला का चयन करें।
- वरमाला अगर फूलों की हो तो अच्छा रहेगा। यूं तो आजकल ट्रेंड के अनुसार लोग मोती और नगों की वरमाला यूज करते हैं, लेकिन शुभता की दृष्टि से आपको अपनी शादी में पुष्पहार यानिकि फूलों की वरमाला का चयन करना चाहिए।
- अगर आप अपनी शादी में वरमाला की रस्म को बेहद खास फ्लोरल ट्रेंडिंग वरमाला ढूंढ रहे हैं तो बता दें इस समय लोटस गारलैंड यानिकि कमल के फूल की बनी हुई स्पेशल वरमाला ट्रेंडिंग में हैं।
- शादी के लिए वरमाला के चुनाव में आप गुलाब के फूलों और ऑर्किड के फूलों से बनी माला चूज कर सकती हैं।
