Vastu Tips for Kitchen: वास्तु शास्त्र में घर की नींव से लेकर छत तक के लिए बहुत से वास्तु नियमों के बारे में बताया गया है। इन सभी नियमों में घर की रसोई से जुड़े वास्तु नियमों की जानकारी सभी महिलाओं को जरूर होनी चाहिए। क्योंकि घर की रसोई में ही परिवार के सभी सदस्यों की सेहत का राज छुपा होता है। इसलिए रसोई में किए जाने वाले सभी कार्यों का असर परिवार के प्रत्येक सदस्य की सेहत और तरक्की पर पड़ता है। हर घर की रसोई में आटा गूंथा जाना आम बात है लेकिन आटा गूंथते समय की गई लापरवाही परिवार के लिए नुकसानदायी हो सकती है। वास्तुशास्त्र में आटा गूंथने के लिए कुछ वास्तु नियम बताए गए हैं, जिनका ध्यान रखकर महिलाएं अपने परिवार की अच्छी सेहत के साथ-साथ सभी सदस्यों की खुशहाली और तरक्की बढ़ा सकती है।
आटा गूंथने के वास्तु नियम

पंडित इंद्रमणि घनस्याल के अनुसार, वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर की महिलाओं को हमेशा नहाने के बाद ही आटा गूंथना चाहिए। साथ ही पहली रोटी गाय के लिए और आखिरी रोटी कुत्ते के लिए बनानी चाहिए। इससे देवता प्रसन्न होकर सुख शांति का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही घर में बरकत बनी रहती है। कभी भी जरूरत से ज्यादा आटा न गूंथें। क्योंकि, बचे हुए बासी आटे को रखने से घर में गरीबी आती है। कभी भी आटे को बहुत देर पहले से गूंथ कर भी नहीं रखना चाहिए। बहुत देर से गूंथकर रखे हुए आटे पर बुरी शक्तियों का प्रभाव पड़ता है। जो घर के सभी सदस्यों के लिए मानसिक तनाव का कारण बनती है।
आटा गूंथते समय ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी आटे को गोल-गोल पिंड की तरह न गूंथे। आटे के पिंड से पितरों के लिए भोजन बनाया जाता है। पिंड के समान गूंथे हुए आटे से बनी रोटियां खुद खाने से पितर नाराज हो जाते हैं और घर में पितृदोष उत्पन्न होता है जो गृहक्लेश का कारण बनता है। साथ ही परिवार की तरक्की, आर्थिक स्थिति और सुख-समृद्धि की हानि होती है। इसलिए आटा गूंथने के बाद उस पर उंगलियों से निशान जरूर बनाने चाहिए, ताकि गूंथा हुआ आटा किसी पिंड के समान न लगे।
आटा गूंथते समय ध्यान रखने के वैज्ञानिक तथ्य

वास्तु शास्त्र के अलावा विज्ञान भी यह मानता है कि स्वास्थ्य कारणों से आटा गूंथते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। फ्रीज में रखे बासी आटे से बनी रोटियां नहीं खानी चाहिए। इससे कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बना रहता है। गूंथे हुए आटे को हमेशा ढ़ककर रखना चाहिए ताकि बाहर के कीटाणु आटे पर न लगे। तांबे के बर्तन में रखे पानी से आटा गूंथने पर सेहत अच्छी बनी रहती है, क्योंकि तांबे में कीटाणुओं को खत्म करने की क्षमता होती है। आटा गूंथने के बाद बचे हुए पानी को पेड़ पौधों में डाल देना चाहिए।
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