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नगर पुरुष – 21 श्रेष्ठ युवामन की कहानियां महाराष्ट्र

उसे सुबह उठने में आज फिर देर हो गई। अब तक तो बच्चे स्कूल जाने लगे होंगे… उसने सोचा। दीवार घड़ी आठ बजा रही थी। चलो, आज भी रहने दो पर ऐसे कब तक चलेगा… वह सोचता हआ बैठकखाने आ गया। रोज यही होता था। सुबह की नींद जल्दी उठने का संकल्प तोड़ देती। रात […]

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